Antarvasna, hindi sex stories: राजेश कुछ दिनों के लिए दिल्ली गया हुआ था राजेश मेरे पड़ोस में ही रहता है और वह अपने कुछ काम के लिए दिल्ली गया हुआ था। जब वह दिल्ली से लौटा तो मैं राजेश को मिला राजेश से जब मेरी मुलाकात हुई तो मैंने राजेश को कहा कि मुझे तुमसे कुछ जरूरी काम था। राजेश मुझे कहने लगा कि हां आकाश कहो ना तुम्हें क्या काम था तो मैंने उससे कहा कि मुझे कुछ पैसों की आवश्यकता थी। राजेश को यह बात मालूम थी कि मैंने अपनी जॉब छोड़ दी है और राजेश ने ही मेरी पैसों से मदद की। मैं अपना स्टार्टअप शुरू करना चाहता था और कुछ ही दिनों में मैं अब अपना काम शुरू कर चुका था। कुछ समय बाद मैंने राजेश को उसके पैसे लौटा दिए थे। राजेश से जब भी मैंने मदद ली है तो हमेशा ही राजेश ने मेरी मदद की है और मुझे इस बात की बड़ी खुशी है कि राजेश मेरा बहुत ही अच्छा दोस्त है।
अब मैं अपना स्टार्टअप शुरू कर चुका था और मेरा काम भी अच्छे से चल रहा था और मैं काफी खुश हूं कि मैं अपने काम में पूरी तरीके से मेहनत कर रहा हूं। मेरे जीवन में सब कुछ अच्छा चल रहा है और अब मेरे जीवन में शालिनी भी आ चुकी है। शालिनी जो कि मेरे साथ पहले ऑफिस में जॉब किया करती थी लेकिन अब हम दोनों एक दूसरे को डेट कर रहे हैं। हम दोनों पिछले 3 महीनों से एक दूसरे को डेट कर रहे हैं। मुझे बहुत ही अच्छा लगता है जब भी शालिनी और मैं एक दूसरे के साथ होते हैं हम दोनों एक दूसरे से बहुत ज्यादा प्यार करते हैं और मुझे शालिनी का साथ बहुत अच्छा लगता है। शालिनी अभी भी उसी कंपनी में जॉब कर रही है जिसमें वह पहले जॉब किया करती थी। एक दिन शालिनी और मैं साथ में बैठे हुए थे उस दिन शालिनी ने मुझे बताया कि उसकी बहन की शादी तय हो चुकी है।
मैंने शालिनी को कहा यह तो बहुत ही अच्छा है। शालिनी ने मुझे कहा कि मैं चाहती हूं कि तुम इस बहाने मेरे परिवार से भी मिल लो। मैं शालिनी की बहन की शादी में भी जाना चाहता था और शालिनी चाहती थी कि मैं उसके परिवार से मिलूँ। शालिनी की बहन की शादी थी तो उस दिन मैं शालिनी के परिवार से भी मिला और मुझे बहुत अच्छा लगा जब मैं शालिनी के परिवार से मिला। शालिनी ने मुझे पहली बार ही अपने परिवार से मिलाया था और यह भी साफ हो चुका था कि शालिनी के परिवार को भी इस बारे में मालूम था। हम लोगो को इस बात की खुशी थी कि शालिनी के परिवार वालों ने हम दोनों के रिश्ते को स्वीकार कर लिया है। यह मेरे लिए बड़ी खुशी का पल था और शालिनी के लिए भी यह बहुत खुशी का पल था।
हम दोनों ही एक दूसरे के साथ ज्यादा से ज्यादा समय बिताने की कोशिश किया करते हैं और जब भी मैं और शालिनी एक दूसरे के साथ होते हैं तो हमें बहुत ही अच्छा लगता है। मुझे इस बात की बड़ी खुशी है कि शालिनी से मैं बहुत ज्यादा प्यार करता हूं और हम दोनों का रिलेशन बहुत अच्छे से चल रहा है। शालिनी के परिवार वालों को भी हम दोनों के रिश्ते से कोई एतराज नहीं था। एक दिन शालिनी ने मुझसे कहा कि हम लोगों को सगाई कर लेनी चाहिए मैंने शालिनी से कहा की मैं इस बारे में पापा से बात करता हूं और मैंने उसी शाम पापा से बात की। जब मैंने पापा से बात की तो वह भी कहने लगे कि हम लोग शालिनी को मिलना चाहते हैं। वह लोग शालिनी को नहीं मिले थे और जब वह लोग शालिनी को मिले तो उन्होंने शालिनी को पसंद कर लिया था और अब हम दोनों बहुत ज्यादा खुश थे। हम दोनों की सगाई होने वाली थी और जल्द ही हम दोनों की सगाई हो गई।
हम दोनों की इंगेजमेंट हो जाने के बाद मैं और शालिनी साथ में और भी ज्यादा समय बिताने लगे थे। हम दोनों की फोन पर तो बातें होती रहती थी लेकिन अब हम दोनों और भी ज्यादा समय साथ में बिताने की कोशिश किया करते। जल्द ही हम दोनों की शादी भी तय हो गई और अब शालिनी और मेरी शादी बड़ी धूमधाम से हुई। शालिनी मेरी पत्नी बन चुकी थी और मैं बहुत ही खुश हूं कि मेरी शादी हो चुकी है। शालिनी और मेरी शादी बड़े ही धूमधाम से हुई और हम दोनों एक दूसरे के साथ बहुत ज्यादा खुश हैं। जिस तरीके से मैं और शालिनी एक दूसरे के साथ होते हैं उससे हमें बहुत ही अच्छा लगता है। हम दोनों का शादीशुदा जीवन अच्छे से चल रहा है मैं शालिनी को हमेशा ही खुश रखने की कोशिश किया करता हूं। शालिनी ने भी ऑफिस से जॉब छोड़ दी थी और वह घर पर पापा मम्मी की देखभाल कर रही हैं। जिस तरीके से शालिनी पापा मम्मी की देखभाल कर रही है वह बहुत ही अच्छा है।
मुझे इस बात की बड़ी खुशी है कि शालिनी पापा और मम्मी की देखभाल बड़े ही अच्छे से कर रही है और मुझे बहुत ही अच्छा लगता है जब भी शालिनी और मैं साथ में होते हैं। हम दोनों शादी के बाद घूमने नहीं जा पाए थे क्योंकि मुझे कुछ जरूरी काम था इसलिए हम लोग घूमने का प्लान नहीं बना पाए परंतु अब मैं फ्री था और मैंने शालिनी से कहा कि हम लोग घूमने का प्लान बनाते हैं। हम दोनों ने शिमला जाने के बारे में सोच लिया था और हम दोनों शिमला जाना चाहते थे। शालिनी भी इस बात से खुश थी कि हम लोग शिमला जाने वाले हैं। शादी के बाद यह पहली बार था जब हम लोग घर से बाहर जा रहे थे और हम दोनों बहुत ही ज्यादा एक्साइटेड थे। हम लोग शिमला चले गए शिमला में हम लोगों ने साथ में काफी अच्छा एंजॉय किया। उस रात जब शालिनी और मैं साथ में थे तो मैं शालिनी से चिपक कर लेटा हुआ था और शालिनी के बदन को महसूस कर रहा था क्योंकि ठंड बहुत ज्यादा थी इसलिए मैं शालिनी के साथ सेक्स के मजे लेना चाहता था। मैंने शालिनी के बदन को गर्म कर दिया था मैं शालिनी के होठों को चूमने लगा था उसके होंठों को चूमना मुझे बहुत ही अच्छा लग रहा था।
उसके गुलाबी होठों को जिस तरह से मैं चूम रहा था उससे उसकी गर्मी बढ़ती ही जा रही थी और वह गर्म होने लगी थी। वह मुझे कहने लगी मेरी गर्मी बढ़ती जा रही है उसने कपड़ों को उतारना शुरू किया। जब मैंने उसके बदन को महसूस करना शुरू किया तो मुझे बहुत ही अच्छा लग रहा था और हम दोनों एक दूसरे की गर्मी को बढ़ाए जा रहे थे। अब हम दोनों की गर्मी बढ़ती जा रही थी मुझे बहुत ही मजा आ रहा था जब मैं और शालिनी एक दूसरे की गर्मी को बढ़ा रहे थे। मैंने शालिनी से कहा मुझे बहुत ही अच्छा लग रहा है जैसे ही मैंने शालिनी की चूत को चाटना शुरू किया तो उसकी गर्मी बढ़ने लगी और उसकी योनि से पानी निकलने लगा था। उसकी गर्मी मे बढ़ोतरी होती जा रही थी मैंने शालिनी से कहा मैं तुम्हारी चूत के अंदर अपने लंड को घुसाना चाहता हूं। मैंने शालिनी के पैरों को चौड़ा कर लिया था जब मैंने शालिनी के पैरों को चौड़ा किया तो मुझे बहुत ही मजा आने लगा। मैं उसकी चूत के अंदर लंड घुसाने लगा था।
मैं जब उसकी चूत के अंदर लंड घुसा रहा था तो वह सिसकारियां ले रही थी और मेरी मादक आवाज बढ़ती ही जा रही थी। उसकी मादक आवाज जिस तरीके से बढ़ रही थी उससे मुझे मजा आता और हम दोनों एक दूसरे की गर्मी को बढ़ाते जा रहे थे। हम दोनों की गर्मी बढ़ती जा रही थी और जिस तरीके से हमारी गर्मी बढ़ रही थी उससे मैंने शालिनी को कहा मुझे तुम्हें चोदने में मजा आ रहा है। शालिनी भी बहुत ज्यादा खुश थी वह मेरा साथ अच्छे से दे रही थी। मैंने उसके पैरों को चौड़ा किया हुआ था जिस से मेरा लंड आसानी से उसकी चूत में जा रहा था। मैंने उसे कहा मुझे मजा आ रहा है शालिनी को बहुत ज्यादा मजा आ रहा था। मैंने उसे बहुत देर तक चोदा जब मेरा माल शालिनी की चूत मे गिरने वाला था तो मैंने अपने लंड को बाहर निकालते हुए शालिनी के स्तनों पर अपने माल को गिरा दिया था। शालिनी ने अपने स्तनों से मेरे माल को साफ़ किया मैंने अपने लंड को साफ करते हुए शालिनी से कहा तुम मेरे लंड को महसूस करो। शालिनी ने मेरे लंड को अपने मुंह में ले लिया था वह मेरे लंड को अपने गले तक लेने लगी शालिनी को बहुत ज्यादा मजा आ रहा था जब हम दोनों एक दूसरे का साथ अच्छे से दिए जा रहे थे।
अब मैं उसे तेजी से चोद रहा था उसकी सिसकारियां बढ़ती जा रही थी शालिनी और मैं एक दूसरे के साथ जमकर सेक्स के मजे ले रहे थे। मैंने उसके दोनों पैरों को चौड़ा कर लिया था और उसके पैरों को चौड़ा करने के बाद मैंने उसे तेजी से धक्के देने शुरु कर दिए थे। मैं उसे तेजी से चोद रहा था मेरी गर्मी बढ़ती ही जा रही थी। हम दोनों एक दूसरे की गर्मी को बढ़ाते जा रहे थे। जब मैंने शालिनी की चूत में अपने वीर्य को गिराया तो वह खुश हो चुकी थी। 5 मिनट की चुदाई के बाद मेरा माल उसकी चूत में गिर चुका था। मैं बहुत ही ज्यादा खुश हूं और शालिनी भी काफी खुश थी। हम लोग शिमला से वापस लौट आए थे हम लोगों को बहुत ही अच्छा लगा था।