Antarvasna, kamukta: मेरा ट्रांसफर दिल्ली हो जाता है मैं इससे पहले अंबाला में रहता था लेकिन अब मेंरा ट्रांसफर दिल्ली हो चुका था इसलिए मैं दिल्ली चला गया। जब मेरा ट्रांसफर दिल्ली हुआ तो मैं दिल्ली में ही रहने लगा और मैं चाहता था कि मेरी फैमिली भी मेरे साथ रहने के लिए आ जाए। मेरा परिवार चंडीगढ़ में रहता है लेकिन अब वह लोग मेरे पास दिल्ली रहने के लिए आ गए थे पापा भी अपने जॉब से कुछ समय पहले ही रिटायर हुए हैं और वह अब मेरे साथ दिल्ली में ही रहने लगे थे। पापा मम्मी मेरे साथ ही रहने लगे थे और वह लोग चाहते थे कि अब मैं शादी कर लूं तो मैंने भी उनकी बात मान ली। पापा के एक पुराने मित्र हैं उनकी ही बेटी से जब उन्होंने मेरी शादी की बात कही तो मुझे भी इससे कोई एतराज नहीं था लेकिन पहले मैं उससे मिलना चाहता था। जब पहली बार मैं कावेरी से मिला तो मुझे काफी अच्छा लगा धीरे धीरे कावेरी और मैं एक दूसरे से घुलने मिलने लग गए थे और उसके बाद हम दोनों एक दूसरे को अक्सर मिलने लगे थे।
जल्द ही हम दोनों के परिवार वालों ने हम दोनों की सगाई करवाने का फैसला कर लिया। मुझे भी उनकी बात से कोई एतराज नहीं था और ना ही कावेरी को इसमे कोई आपत्ति थी उसके बाद हम दोनों की सगाई हो गई। हम दोनों की सगाई हो जाने के बाद हम दोनों काफी ज्यादा खुश थे कि हम दोनों की सगाई हो चुकी है। हम दोनों एक दूसरे को जानने के लिए ज्यादा से ज्यादा समय बिताने की कोशिश करने लगे थे हम दोनों को जब भी मौका मिलता तो हम दोनों एक दूसरे को मिल लेते। मैं कावेरी को अच्छे से समझने लगा था और उसके साथ मुझे समय बिता कर अच्छा लगता वह भी मुझे अब काफी समझने लगी थी और हम दोनों के बीच प्यार भी बढ़ने लगा था। हम चाहते थे कि हम दोनों जल्द ही शादी कर ले और फिर कुछ ही समय मे हम दोनों की शादी भी हो गई। जब हम दोनों की शादी हो गई तो हम दोनों के परिवार वाले काफी खुश हुए और मैं भी कावेरी को अपनी पत्नी के रूप में पाकर बहुत खुश हुआ, कावेरी मेरी पत्नी बन चुकी थी।
कब हम दोनों की शादी को दो वर्ष बीत गए कुछ पता ही नहीं चला दो वर्ष बीत जाने के बाद एक दिन जब मुझे पता चला कि मेरा ट्रांसफर लखनऊ हो गया है तो इस बात से मैं काफी ज्यादा दुखी था। मैंने जब यह बात कावेरी को बताई तो कावेरी मुझे कहने लगी कि क्या अब आप लखनऊ चले जाएंगे तो मैंने कावेरी को कहा तुम्हें तो मालूम ही है कि मुझे लखनऊ जाना ही पड़ेगा। कावेरी चाहती थी कि मैं उसे अपने साथ लखनऊ लेकर जाऊं लेकिन यह संभव नहीं हो पाया। मैं अब लखनऊ आ चुका था और लखनऊ में मुझे कुछ ही दिन हुए थे और मुझे बिल्कुल भी अच्छा नहीं लग रहा था मैं अपनी फैमिली को बहुत ज्यादा मिस कर रहा था। मेरी बात कावेरी से फोन पर होती रहती थी मैं चाहता था कि हम लोग लखनऊ में साथ में रहे लेकिन यह संभव नहीं था क्योंकि कावेरी भी अब नौकरी करने लगी थी। कावेरी स्कूल में पढ़ाने लगी थी जिस वजह से कावेरी का लखनऊ में रह पाना मुश्किल था लेकिन मैं कावेरी से मिलने के लिए चला जाया करता था। काफी समय हो गया था जब मैं अपने घर नहीं जा पाया था और कावेरी से मेरी फोन पर ही बात हो रही थी। मैंने कावेरी को कहा कि मैं जल्दी ही घर आऊंगा और मैं जल्द ही घर चला गया जब मैं अपने घर गया तो मुझे काफी अच्छा लगा मैं कावेरी और अपने मम्मी पापा से मिलकर काफी ज्यादा खुश था और वह लोग भी मुझसे मिलकर खुश थे। कुछ दिनों तक मैं घर पर ही रहा और फिर मैं वापस लखनऊ आ गया जब मैं लखनऊ आया तो एक दिन मेरी तबीयत मुझे कुछ ठीक नहीं लग रही थी तो मैंने उस दिन छुट्टी ले ली और मैं घर पर ही था।
उस दिन मुझे काफी ज्यादा कमजोरी महसूस हो रही थी तो मैं अपने नजदीकी डॉक्टर के पास चला गया था उन्होंने मुझे कुछ दवाइयां लिखकर दी और कहा कि आप कुछ दिन आराम कीजिएगा लेकिन मेरी तबीयत काफी बिगड़ने लगी। मैंने इस बारे में कावेरी को बताया तो पापा मम्मी और कावेरी मुझसे मिलने के लिए लखनऊ आ गए और वह लोग मेरा अच्छे से ध्यान रख रहे थे। मेरी तबीयत में जल्दी सुधार आने लगा मैं बहुत ज्यादा कमजोरी महसूस कर रहा था लेकिन अब मैं ठीक हो चुका था और अपने ऑफिस जाने लगा था। कावेरी मेरे पास ही रहना चाहती थी कावेरी ने अपने स्कूल से रिजाइन दे दिया और वह मुझे कहने लगी कि मैं आपके साथ ही रहना चाहती हूं। पापा मम्मी को भी इस बात से कोई एतराज नहीं था तो कावेरी मेरे साथ ही रहने लगी। पापा मम्मी भी उसके बाद चंडीगढ़ चले गए और वह लोग चंडीगढ़ में ही रहने लगे। कावेरी भी घर पर अकेले बोर हो जाया करती थी इसलिए कावेरी चाहती थी कि वह किसी स्कूल में पढ़ाये। एक दिन कावेरी इंटरव्यू देने के लिए गई तो उसका वहां पर सिलेक्शन हो गया उसके बाद कावेरी स्कूल में पढ़ाने के लिए जाने लगी। कावेरी सुबह चले जाया करती थी और दोपहर को वह घर लौट आया करती थी और मैं अपने ऑफिस से शाम के वक्त लौटा करता था।
जब मैं अपने ऑफिस से शाम के वक्त लौटता तो कावेरी के साथ मैं कुछ देर बैठकर बातें जरूर किया करता था। मैं इस बात से खुश था कि कावेरी मेरे साथ ही रहने लगी है। कावेरी और मैं अब साथ में ही रह रहे थे इसलिए हम दोनों एक दूसरे के साथ सेक्स का मजा भी ले लिया करते। एक दिन मैं घर लौटा तो उस दिन कावेरी ने लाल रंग की नाइटी पहनी हुई थी वह कुछ ज्यादा ही मूड में नजर आ रही थी। मैंने कावेरी से कहा लगता है आज तुम मूड में नजर आ रही हो। कावेरी ने मुझे कहा हां मुझे आपकी बहुत ज्यादा याद आ रही थी और आज आपके साथ मुझे सेक्स करने का भी मन है और यह कहकर वह मेरी बाहों में आ गई। वह मेरी बाहों में आई तो मेरा लंड तन कर खड़ा होने लगा। कावेरी का बदन बिल्कुल वैसा ही है जैसा पहले था मैंने भी अपनी पैंट को नीचे किया। कावेरी ने मेरे लंड को अपने हाथों में ले लिया और वह उसे हिलाने लगी। जब वह ऐसा करने लगी तो उसे बहुत ज्यादा मजा आने लगा और मुझे भी काफी ज्यादा आनंद आने लगा। कावेरी खुश हो चुकी थी मैं उसे महसूस कर रहा था। कावेरी की चूत की गर्मी बढ़ती जा रही थी। उसने मेरे लंड से मेरे वीर्य को बाहर निकाल दिया था जिससे कि मेरा वीर्य बाहर की तरफ को गिर गया और मैंने उसे कावेरी के मुंह के अंदर ही गिरा दिया। मैंने कावेरी को कहा तुम मेरे मोटे लंड को अपनी चूत में लेने के लिए तैयार तो हो? वह कहने लगी हां। मैंने कावेरी की नाइटी को उतार दिया था और उसके स्तनों के बीच में अपने लंड को रगड़ने लगा। मैंने जब कावेरी के पहाड़ जैसे स्तनों के बीच में अपने लंड को रगड़ना शुरू किया तो मुझे बहुत ज्यादा अच्छा लग रहा था और कावेरी को भी बहुत मजा आने लगा था। वह बहुत ज्यादा उत्तेजित होने लगी थी वह मुझे कहने लगी मेरी उत्तेजना बहुत ज्यादा बढ़ने लगी है। कावेरी और मेरे अंदर की गर्मी बहुत ज्यादा बढ़ने लगी थी। हम दोनों ही बहुत ज्यादा गर्म होने लगे थे मैंने कावेरी के स्तनों को अपने मुंह में लेकर उनका रसपान करना शुरू कर दिया। जब मैं कावेरी के स्तनों को अपने मुंह में लेकर उनका रसपान कर रहा था तो मुझे बहुत ज्यादा मजा आ रहा था और काफी ज्यादा आनंद आने लगा था। मैं और कावेरी एक दूसरे की गर्मी को बढ़ाते जा रहा थे।
अब मैंने काफी कावेरी की चूत को चाटना शुरू किया वह मचलने लगी थी वह मेरे बालों को खींचने लगी। जब कावेरी ऐसा करती तो मुझे बहुत ज्यादा अच्छा लगता और कावेरी को भी मजा आ रहा था। कावेरी ने मेरे बालों को खींचकर कहा मुझे मजा आने लगा है। मेरे अंदर की गर्मी बहुत ज्यादा बढ़ने लगी थी और कावेरी के अंदर की गर्मी भी अब काफी बढ़ने लगी थी। हम दोनों एक दूसरे के साथ सेक्स करना चाहते थे। मैंने जब कावेरी की चूत के अंदर अपने लंड को घुसाया तो वह बहुत जोर से चिल्लाकर मुझे बोली मुझे मजा आ गया श। मैंने उसकी चूत के अंदर तक अपने लंड को घुसा दिया था और उसकी योनि के अंदर बाहर मेरा मोटा लंड आसानी से होने लगा था। जब मैं ऐसा कर रहा था तो कावेरी को मजा आ रहा था और वह मुझे कहती मुझे और भी तेजी से धक्के मारो। मैंने कावेरी को तेजी से धक्के देने शुरू कर दिए थे। मैंने जब कावेरी को तेज गति से धक्के देने शुरू किए तो कावेरी मुझे कहने लगी मेरे अंदर की गर्मी लगातार बढ़ रही है। मैं कावेरी को तेजी से चोदता जा रहा था। जब मैं कावेरी को धक्के मारता तो उसकी सिसकारियां मे और भी बढ़ोतरी होती और वह मेरे बदन की आग को बढ़ाती जा रही थी। अब कावेरी ने मेरे अंदर की गर्मी को इस कदर बढ़ा दिया था कि मैंने कावेरी को कहा मैं तुम्हारी चूत में अपनी माल को गिराना चाहता हूं। मैंने कावेरी की योनि के अंदर अपने माल को गिरा दिया जैसे ही मेरा माल कावेरी की चूत के अंदर गिरा तो कावेरी को बहुत ज्यादा अच्छा लग रहा था। मैंने कावेरी चूत में दोबारा लंड घुसा दिया। जब कावेरी की चूत के अंदर मेरा लंड घुसा तो वह जोर से चिल्लाकर मुझे बोली मजा आ गया। 5 मिनट की चुदाई के बाद मैंने कावेरी की चूत के अंदर अपने माल को गिरा दिया। मैंने कावेरी की चूत में अपने माल को गिरा दिया तो मुझे बहुत ही अच्छा लगा।