1st Time Virgin – पहली चुदाई – Hindi Sex Stories | uwrena.ru //uwrena.ru Mon, 08 Jul 2019 16:12:56 +0000 en-US hourly 1 /> गरम चूत की चुदाई | uwrena.ru //uwrena.ru/free-sexstories/garam-chut-ki-chudai/ Tue, 10 Apr 2018 16:24:06 +0000 //uwrena.ru/free-sexstories/?p=1992 hindi sex kahani नमस्कार पाठको, कैसे हैं आप सब ? मैं आशा करती हूँ कि सभी अच्छे होंगे और सब कुशलमंगल होगा | मेरा नाम निधि जैन है और मैं चेन्नई की रहने वाली हूँ | मेरी उम्र 24 साल है और अभी मेरा पोस्ट ग्रेजुएशन हुआ है | मैं दिखने में गोरी हूँ और मेरी हाईट 5 फुट 5 इंच है | मेर फिगर भी बहुत सेक्सी और हॉट है | मेरे चूतड बड़े हैं और मम्मे मीडियम साइज़ के हैं | मैं इस साईट की रोजाना पाठक हूँ और मुझे इस साईट पर चुदाई की कहानियां पढ़ना बहुत पसंद है | मैं एक दिन में कम से कम दो कहानियां तो जरुर पढ़ती हूँ | इस साईट की सबसे ख़ास बात ये है कि इसमें पोस्ट होने वाली जितनी भी कहानियां हैं सभी बहुत बड़ी होती है और काफी उत्तेजितपूर्ण कहानियां होती है इसलिए मुझे अच्छा लगता है इस साईट में समय बिताना | आज जो मैं आप लोगो के सामने अपनी कहानी प्रस्तुत करने जा रही हूँ ये मेरी पहली और एक दम सच्ची कहानी है | मैं जानती हूँ कि आप लोगो को मेरी कहानी जरुर पसंद आयगी | तो अब मैं अपनी कहानी शुरू करने जा रही हूँ तो कृपया लंड वाले अपने लंड पर काबू रखे और चूत वाली अपनी चूत में |

मेरे घर मैं, मेरे बड़ी बहन ( पल्लवी ), छोटा भाई ( अमित ), पापा ( रामानुजन ), मम्मी ( चांदनी ) रहते हैं | पापा सरकारी स्कूल में टीचर हैं और मम्मी हाउसवाइफ भी हैं और फ्री टाइम में सिलाई कड़ाई का भी काम करती हैं | हमारा घर एक मध्यम वर्ग का है | हम लोग बहुत ही सिंपल फैमिली से बिलोंग करते हैं | मैं जब स्कूल में पढाई करती थी तब मैंने दोस्त तो बनाये थे लेकिन मेरा कोई भी बॉयफ्रेंड नहीं था क्यूंकि मुझे इस बात का डर अक्सर रहता था कि अगर पापा को पता चल गया तो वो मेरी जान ही ले लेंगे | क्यूंकि जहाँ मेरे पापा टीचर हैं वहीँ से मैंने अपनी स्कूल की पढाई पूरी की थी | पापा मैथ्स के टीचर हैं और उनका नेचर बहुत ही रुड है | मैं पापा से बहुत डरती थी इसलिए मैंने ऐसा कभी कुछ नहीं किया स्कूल लाइफ में जिससे मेरे पापा की इन्सल्ट हो | मैं पढाई में भी अच्छी थी इसलिए सभी टीचर्स मुझे पसंद करते थे और अक्सर मेरे पापा से बताते कि आप की बेटी बहुत होशियार है | इसलिए मेरे पापा की मैं बेईज्ज़ती नहीं करना चाहती थी | लेकिन जब मैं कॉलेज आई तब मैंने जाना की असली लाइफ का मजा तो यहाँ ही है | जब मैं फर्स्ट इयर में थी तब मेरे काफी लड़के और लड़कियां दोनों दोस्त बन चुके थे | उन लोगों का साथ ऐसा लगता था कि जैसे हम सब एक फैमिली ही हैं | मुझे कॉलेज में आ कर ऐसा लगा जैसे मैं एक आजाद पंछी हूँ और मुझे यहाँ रोकने वाला कोई भी नहीं | बस यही वजह थी मेरे बिगड़ने की |

मुझे कुछ लड़कियां ऐसी मिली जो अपने बैग में पोर्न सी डी लाया करती थी | हम सब लडको के लंड देख कर बहुत उत्तेजित हुआ करते और बाथरूम में जा कर लेस्बियन सेक्स भी कर लेते | मेरे लिए ये सब नया था | और मुझे ये सब अच्छा लगता भी | एक दिन की बात है कॉलेज में ऐलान हुआ कि 31 तारीख को एनुअल फंक्शन है | तो जिसको जिस भी चीज़ में भाग लेना है वो सन्होत्रा मैडम के पास अपना नाम लिखवा सकता है | मुझे डांस करने का काफी शौक था तो मैंने अपने दोस्त राहुल से कहा कि राहुल तुम भी तो बहुत अच्छा डांस करते हो न | तो चलो न कोई कपल डांस के सोंग में भाग लेते हैं | उसने कहा ठीक है और हम दोनों ने अपना अपना नाम लिखवा दिया | अब हम दोनों रोज प्रैक्टिस किया करने लगे | जब हम डांस करते तो राहुल मुझे यहाँ वहां छूता | मुझे भी अच्छा लगता किसी मर्द का हाँथ अपने कमर और पीठ में चलना | प्रैक्टिस करने के दौरान राहुल मुझे पसंद आ गया और हमारी दोस्ती और ज्यादा घनिष्ट हो गई | फिर एक दिन राहुल ने मुझे प्रोपोस कर दिया तो मैं भी उसे मना नहीं कर पाई | एनुअल फंक्शन के दिन जो हमने डांस पेश किया तो सभी ने हमारे प्रोग्राम को काफी सराहा | सभी ने बहुत तारीफ़ की हमारे डांस की | मेरे और राहुल के बीच अब प्यार की ट्रेन दौड़ने लगी | मैं राहुल से प्यार करने लगी और राहुल भी मुझसे प्यार करता था |

कुछ समय तक हमारा रिलेशन चला और उसके बाद हमारे बीच किस होना और बोबे दबाना और कभी कभी मैं उसके लंड को भी मजाक में दबा देती | हमारे बीच ये सब होता था लेकिन चुदाई नहीं | उसके बाद हम दोनों ने फ़ोन सेक्स और सेक्स चैट भी करना शुरू कर दिया | वो सेक्स की बात करते करते मुझे बहुत ज्यादा गरम कर देता था और मैं अपनी चूत में ऊँगली डाल कर जोर जोर से हिला कर झड़ जाती | फिर एक दिन उसने मुझसे कहा कि आज मेरा घर खाली रहेगा तो क्या तुम आ सकती हो ? तो मैंने कहा हाँ जरुर | फिर जब मैं उसके घर गई तब उसने मुझे पीछे से पकड़ लिया और दोनों हाँथ सामने कर के मेरे बोबे पर रख कर दबाने लगा | मैं भी उत्तेजित हो गई थी इसलिए कोई विरोध नहीं जताया | फिर उसने मुझे अपनी तरफ पलटाया और मेरे होंठ से अपने होंठ को लगा कर मेरे होंठ को चूसने लगा | मुझे भी अच्छा लग रहा था इसलिए मैं भी उसका साथ देते हुए उसके होंठ को चूसने लगी | कुछ देर किस करने के बाद उसने कुरते को उतार कर नीचे रख दिया और ब्रा को ऊपर सरका कर मेरे एक दूध को अपने मुंह में ले कर चूसने लगा और दुसरे को मसलने लगा तो मैं आहा ऊन्ह्ह ऊमंह अह़ा ऊउन्न्ह ऊउमंह अआहा ऊम्ह ऊंह ऊमंह आहा ऊंह करते हुए सिस्कारियां लेने लगी | फिर वो मेरे पहले दूध को मसलने लगा और दुसरे को चूसने लगा तो मैं आहा ऊन्ह्ह ऊमंह अह़ा ऊउन्न्ह ऊउमंह अआहा ऊम्ह ऊंह ऊमंह आहा ऊंह करते हुए मदहोश होने लगी | उसके बाद वो दोनों निप्पलस को अपने होंठ से लगा कर चूसने लगा तो मैं आहा ऊन्ह्ह ऊमंह अह़ा ऊउन्न्ह ऊउमंह अआहा ऊम्ह ऊंह ऊमंह आहा ऊंह करते हुए उसके सिर को सहलाने लगी | फिर उसने मेरे सलवार को भी उतार दिया और फिर पेंटी भी उतार कर मुझे पलंग पर लेटा दिया और मेरी दोनों टैंगो को चौड़ा कर के चूत को चाटने लगा तो मैं आहा ऊन्ह्ह ऊमंह अह़ा ऊउन्न्ह ऊउमंह अआहा ऊम्ह ऊंह ऊमंह आहा ऊंह करते हुए कसमसाने लगी |

वो मेरी चूत को चाटते भी जा रहा था और ऊँगली से मेरी चूत को चोद भी रहा था और मैं आहा ऊन्ह्ह ऊमंह अह़ा ऊउन्न्ह ऊउमंह अआहा ऊम्ह ऊंह ऊमंह आहा ऊंह करते हुए बस मजे ले रही थी | उसके बाद उसने अपनी शर्ट और जीन्स को उतार दिया और मैंने उसके अंडरवियर को उतार दिया | फिर मैं उसके लंड को अपनी जीभ से चाट कर गीला करने लगी तो उसके मुंह से भी आहा ऊन्ह्ह ऊमंह अह़ा ऊउन्न्ह ऊउमंह अआहा ऊम्ह ऊंह ऊमंह आहा ऊंह की सिस्करियाँ निकलने लगी | जब मैंने उसके लंड को अच्छे से चाट कर गीला कर दिया तब मैं उसके लंड को अपने मुंह में ले कर चूसने लगी तो वो आहा ऊन्ह्ह ऊमंह अह़ा ऊउन्न्ह ऊउमंह अआहा ऊम्ह ऊंह ऊमंह आहा ऊंह करते हुए मेरे मुंह को चोदने लगा | मैं भी पूरे जोश के साथ उसके लंड को ऊपर नीचे करते हुए चूस रही थी और वो आहा ऊन्ह्ह ऊमंह अह़ा ऊउन्न्ह ऊउमंह अआहा ऊम्ह ऊंह ऊमंह आहा ऊंह करते हुए आन्हे भर रहा था | उसके बाद उसने मुझे पलंग पर लेटा कर मेरी चूत में अपना लौड़ा रगड़ते हुए अन्दर घुसेड दिया और चोदने लगा तो मैं भजी आहा ऊन्ह्ह ऊमंह अह़ा ऊउन्न्ह ऊउमंह अआहा ऊम्ह ऊंह ऊमंह आहा ऊंह करते हुए चुदाई के मजे लेने लगी | वो काफी अच्छे से मेरी चूत को जोर जोर से शॉट मारते हुए चोद रहा था और मैं आहा ऊन्ह्ह ऊमंह अह़ा ऊउन्न्ह ऊउमंह अआहा ऊम्ह ऊंह ऊमंह आहा ऊंह करते हुए अपनी गांड उठा उठा कर चुदाई में सम्पूर्ण साथ दे रही थी | फिर उसने मुझे अपने बगल में टेड़ा कर के लेटा लिया और मेरी एक टांग को उठा कर अपना लंड मेरी चूत में डाल कर जोर जोर से चोद रहा था और मैं आहा ऊन्ह्ह ऊमंह अह़ा ऊउन्न्ह ऊउमंह अआहा ऊम्ह ऊंह ऊमंह आहा ऊंह करते हुए झड़ गई | कुछ देर की चुदाई के बाद वो भी मेरी चूत में ही झड़ गया | उसके बाद हम दोनों ने खुद को ठीक किया | अब हमे जब भी मौका मिलता है हम चुदाई कर लेते हैं |
तो दोस्तों ये थी मेरी दास्तान, मैं आशा करती हूँ कि आप सभी को मेरी कहानी पसंद आई होगी | आप सभी का मेरी कहानी पढने के लिए धन्यवाद |

]]> मकान मालकिन की लड़की को चोदा | uwrena.ru //uwrena.ru/free-sexstories/makan-malkin-ki-ladki-ko-choda/ Sun, 18 Feb 2018 16:25:18 +0000 //uwrena.ru/free-sexstories/?p=1184 हेल्लो कैसे है दोस्तों मैं आपका अभिजीत जैसा की आप ने मेरी पहली कहानी मैं पढ़ा की मैंने कैसे अपनी मकान मालकिन की चुदाई कैसे की | ये कहानी मैं जो लिख रहा हूँ | जो की मकान मालकिन की लड़की रिया की है | जैसा की मैंने बताया था की उस दिन रिया को शक हो गया था की और उस दिन की अलका भाभी की चूत चुदाई के बाद मैंने रिया की चूत कैसे मरी उसकी कहानी मैं आज आप लोंगों को बताने जा रहा हूँ जैसे की की उस दिन मैंने आप लोगों को बताया था की मेरे गीले कपडे व खड़ा लंड देख कर रिया को शक हो गया था | पर अलका भाभी और मुझे नहीं पता था की जब उस दिन हम दोनों की चुदाई के समय रिया भी वंहा थी | इसकी खबर हम दोनों को नहीं थी | जब अलका भाभी की चुदाई के बाद अलका भाभी को मैं अगली सुबह मिला तो अलका भाभी ने बताया की कल की सारी बात रिया को पता चल गयी है | मेरी तो गांड फट गयी की अब रिया की चूत चोदने का सपना अब मेरा सपना ही रह जायेगा | पर भाभी ने कहा की तुम चिंता न करो मैं रिया को समझा लूंगी | और भाभी ने बताया की रिया भी मुझको पसंद करती है | तो मैंने भी भाभी को बताया की मैं भी रिया को बहुत पसंद करता हूँ तो भाभी ने कहा की चिंता मत करो मैं तुम्हारी ये भी इच्छा पूरी करूंगी बस तुम मेरी प्यास ऐसे ही बुझाते रहना आज मैं रिया को तुम्हारे पास भेजूंगी पूरी कर लेना अपनी तमन्ना |

तब जाके मुझे कुछ आराम मिला | और मैं रिया के खयालो मैं खो गया | उसकी चिकनी चूत के बारे मैं सोंच कर ही मेरा लंड पानी छोड़ने लगता है | अगले दिन मैं अपने कमरे मैं लेटा था तभी रिया मेरे कमरे मैं आयीं और खड़े होकर मेरे लंड को देखने लगी जो की उस समय उसी के ख्यालों मैं खड़ा हुआ था | मैं रिया को अपने कमरे मैं देख कर एक दम से चौंक गया | क्यूंकि वो पहलीं बार वो मेरे कमरे मैं आयी थी | देख कर मेरा लंड पैन्ट फाड़कर बाहर आने लगा पर मैंने कंट्रोल किया और मैंने रिया से पूंछा की तुम यंहा क्या कर रही हो तो उसने बताया की उसे मम्मी और मेरे बारे मैं सब पता है | सायद अलका भाभी ने उसे सब कुछ बता दिया था | उसकी ये बात सुनकर मैं डर गया की कही वो अपने पापा से सब न बता दे पर उसने मुझ से कहा की डरने की कोई बात नहीं हैं मैं जानती हूँ की मेरे पाप मेरी मम्मी की प्यास नहीं बुझा पाते मम्मी ने मुझे बताया था | तब जाके मुझे कुछ आराम मिला और फिर मैंने उससे कहा की मैं उससे बहुत प्यार करता हूँ |

तो उसने कहा की प्यार तो वो भी मुझ से करती है पर आज तक वो कह नहीं पायी | और उसने बताया की उसने भी कई बार मेरे बारे मैं सोंच कर अपनी चूत मैं ऊँगली की है | इतना सुनते ही मेरे अन्दर की वासना जाग उठी और मैंने उसे पकड़ लिया और जोर से किस करने लगा | सलवार कुरते मैं क्या गजब लग रही थी | मैंने उसे बेड पे लिटाया और उसकी गर्दन पे किस करने लगा और उसके मम्मो को मसलने लगा | धीरे – धीरे वो गरम होने लगी और वो भी मुझे जोर से किस कर रही थी जैसे की वो भी बहुत दिनों से इसी का इन्तजार कर रही हो | मैं उसे किस करते हुए उसके मम्मो को मसल रहा था और उसकी चूत मैं ऊँगली कर रहा था | उसकी चूत गीली होने लगी थी | फिर मैंने धीरे से उसका कुर्ता निकाल दिया | उसकी काली रंग की ब्रा मैं उसकी चुचियों का उभार देख कर मैं पागल हुआ जा रहा था | मैंने उसकी सलवार भी निकाल फेंकी अब वो सिर्फ ब्रा और पैंटी मैं थी क्या कमाल लग रही थी | मुझे लग रहा था की आज मेरे बरसो की मेहनत रंग ला रही थी |

अब रिया भी बहुत गर्म हो चुकी थी | उसने मेरी पैन्ट निकाल कर फेक दी और मेरे लंड को बाहर निकाला मेरा मेरा मोटा लंड देख कर उसकी गांड फट गयी | क्यूंकि इससे पहले उसने लंड के दरसन नहीं किया था | फिर मैंने अपना लंड उसे अपने मुह मैं लेने को कहा पहले तो उसने मन किया पर मेरे बहुत कहने पर वो मान गयी | और उसने मेरा पूरा लंड अपने मुह मैं ले लिया और मजे से चूसने लगी | मुझे भी बहुत मजा आ रहा था आज मेरा वो सपना पूरा हो रहा था जो की मैं बहुत दिनों से देख रहा था | मैं उसके मुह को बराबर अपना लंड डाल के चोद रहा था और वो भी मेरा लंड चूसते हुए मजे लिए जा रही थी | मैंने थोड़ी देर तक उसको अपना लंड चूसाया फिर मेरा मन उसे चोदने का हुआ | मैंने अपना लंड उसके मुह से बाहर निकला और उसके बाद में मैंने उसकी ब्रा- पैंटी निकालकर फैंक दिया और उसको मैंने बेड पर लिटा दिया | मैंने भी अपने सारे कपडे निकाल दिए और उसके साथ बेड पर लेट गया | मैंने थोड़ी देर तक अपनी होंठो को उसकी होंठ में डाल कर चूसा | फिर मैंने उसकी दोनों टांगो को अपने हाँथ में पकड़ कर फैला दिया और अपना लंड उसकी चूत में डाल दिया वो एक दम से सिहर उठी उसके आँखों मैं आंसू आ गए थे उसकी चूत से खून निकल रहा था | मेरे लंड पे भी उसकी चूत का खून लग चुका था | खून देख कर वो डर गयी और रोने लगी मैंने उसे समझाया की तुमने ये पहली बार किया है तभी ऐसा हुआ है | मैंने उसे समझाया की उसकी सील टूट चुकी है |

फिर मैं उसे किस करने लगा और और अपने लंड को बड़े ही आराम से उसकी गुलाबी चूत में डाल दिया और वो भी अब अपने मुह से बहुत तेज-तेज आह आह आहा अहः आहा ओह्ह्ह आह आह उह्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह इह्ह इह्ह ओह्ह्ह आह आहा आहा आहा आहा अह आहा आहा उह्नुंह उन्ह उन्ह उन्ह ओह्नोह्ह ओह्ह ओह्ह इह्ह इह्ह इह्ह इह्ह इह्ह इह्ह्ह इह्ह इह्ह इह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह्ह ओह्ह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह्ह ओह्ह उन्ह उन्ह उन्हुंह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह ओह्ह ओह्ह्ह ओह्ह की सिस्कारिया निकाल रही थी | मुझे भी बहुत मजा आ रहा था और नों भी अपने मुह से आह आह आहा अ आहा आह आह आह आह आह आहा आहा अ आ आ आहा उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह इह्ह इह्ह इह्ह इह्ह इह्ह इह्ह इह्ह इह्ह इह्ह की आवाज़े निकाल रही थीं | मैं शॉट पे शॉट मरे जा रहा था और धीरे – धीरे मैंने स्पीड तेज की अब वो मेरा साथ दे रही थी सायद उसे भी मज़ा आने लगा था | मैं जोर –जोर से चोद रहा था और उसके मम्मो को मसल रहा था और उसके गुलाबी होंठों का रसपान कर रहा था | वो जोर – जोर से अहह उन्हह ओह्ह्ह अह्ह्ह आह्ह्ह आःह्ह ओह्ह्ह फक में अह्ह्ह ओंन्ह्ह अह्ह्ह चोदो मुझे और जोर से चोदो ओह्ह्ह अह्ह्ह उम्म्म अह्ह्ह फाड़ दो मेरी चूत को आज से मेरी चूत तुम्हारी |

मैं भी उसकी आवाज़े सुन कर और कामुक हो गया और मैं और जोर से धक्के लगाने लगा |वो भी गांड उठा कर मेरा साथ दे रही थी | फिर धोड़ी देर की चुदाई के बाद उसने मुझ से कहा की वो झड़ने वाली है मैंने धक्के और जोर कर दिया और वो झड गयी |पर मैं अभी कहा झड़ने वाला था मैं धक्के पे धक्के लगाये जा रहा था था फिर मैं भी थोड़ी देर बाद झड़ने वाला था तो मैंने अपना लंड निकाल कर उसके मुह मैं दे दिया | और वो मेरे लंड को मजे से चूसने लगी मैंने अपना सारा माल उसके मुह मैं ही निकाल दिया वो मेरा सारा माल गटक गयी | उसने मेरा लंड चूस-चूस कर फिर से खड़ा कर दिया | और मैंने फिर उसे बेड पे गिरा लिया और उसकी चूत पे अपना मुह रख दिया और उसके चूत के दानो को धीरे-धीरे सहलाने लगा और उसकी चुचियों को मसल-मसल लाल कर दिया हम दोनों एक दुसरे को बराबर किस कर रहे थे | वो फिर से गरम हो चुकी थी | और मेरा लंड तो पहले से ही उसकी चूत की गहराइयों मैं जाने के लिए तैयार था | पर मैंने पहले उसके बूब्स पे लंड रख कर उसके बूब्स की चुदाई करने लगा | और उसकी चूत मैं ऊँगली दल कर चोदने लगा | वो बहुत गरम हो चुकी थी |

उसने मुझ से कहा अभिजीत अब मुझे मत तडपाओ डाल दो अपना लंड मेरी चूत मैं वरना मैं मर जाउंगी फाड़ दो मेरी चूत को आज तक इसने किसी का लंड नहीं खाया आज मिटा दो भूख मेरी चूत की | अब मैंने अपना लंड उसकी चूत के निशाने पर रखा और पूरा लंड उसकी चूत मैं घुसा दिया उसकी चूत अब भी बहुत टाईट थी | मैंने धक्के जोर किये और अब वो भी चूतड उचका कर मेरा साथ दे रही थी | मुझे बहुत मज़ा आ रहा था आज तक मैंने ऐसी रसीली छूट कभी नहीं चोदी थी | लगभग 20 मिनट की चुदाई के बाद उसने कहा मैं झड़ने वाली हूँ मैंने धक्के और तेज किये हम दोनों ही झड गए फिर हम दोनों थोड़ी देर एक दुसरे के ऊपर लेटे रहे फिर वह उठी और अपने कपडे पहन कर मुझे किस किया और मुस्कुरा कर चली गयी |

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पहले पहले प्यार का लम्बा इंतजार 3 | uwrena.ru //uwrena.ru/free-sexstories/pahle-pahle-pyar-ka-lamba-intjar-3/ Sat, 03 Feb 2018 18:04:36 +0000 //uwrena.ru/free-sexstories/?p=1716 hindi porn stories

हेल्लो दोस्तों कैसे हो आप सभी लोग ? आप सभी लोग ठीक ही होगे और मेरी कहानी के मज़े ले ही रहे होगे | दोस्तों मैं आज अपनी कहानी पहले पहले प्यार का लम्बा इंतजार का तीसरा भाग लेकर आप लोगो की सेवा में हाज़िर हूँ | मैं उम्मीद करता हूँ की आप सभी लोगो को मेरी कहानी पसंद आ रही होगी |

मैंने अभी तब आप लोगो को अपनी कहानी में बताया है की मैं अनामिका को चुदाई के खेल के लिए तैयार कर लिया था | मैं अब आप लोगो को इसके आगे बताऊंगा |

दोस्तों मैं उस रात उसकी सलवार उतार दी थी और वो उसके अन्दर पैंटी पहने हुई थी | तब मैंने उसकी पैंटी भी निकाल दी और उसके कपडे एक किनारे रख रख दिए | फिर मैं अपने कपडे निकालने लगा तो मैंने अनामिका से कहा तुम मेरे कपडे नही निकालोगी ?

अनामिका – हाँ क्यूँ नही |

वो मेरे कपडे निकालने लगी और मेरी बनियान और अंडरवियर निकाल दी | अब मेरा लंड लोहे की तरह खड़ा था तो वो उसको देखकर सरमा गयी और अपनी आँखों को नीचे कर लिया | मैं अनामिका को अपनी बाँहों में भर कर लेट गया और जब मैंने उसकी चुचियों को पास से देखा तो मेरे मुंह में पानी आ गया | उस टाइम अनामिका क्या लग रही थी बिकुल क़यामत खुदा ने भी उसे फुर्सत में बनाया होगा और मेरे लिए भेज दिया होगा | मैं मन ही मन में ऊपर वाले को धन्यवाद बोला और उसकी चुचियों को मुंह में रख लिया | मैंने जैसे ही उसकी चुचियों को मुंह में रक्खा तो उसके मुंह से आ.ह…. उह… ह….. सी.. की आवाजे निकाल गयी |

मैं उसकी चोचियों के निप्पल को मुंह में रक्खा और उसके अंगूर जैसे निप्पल पर जीभ को गोल गोल घुमाया | मैं जब उसके निप्पल को चूसने लगा तो वो मचल गयी | मुझे उसकी संतरे जैसी सूचियों को चूसने में बहुत मज़ा आ रहा था और मैं उसकी दोनों चुचियों को तब तक एक एक करके चूसता रहा जब तक मेरे मन नही भर गया | वो लेट कर मेरे सर को पकड कर चुसाती रही और आह…. ह…. ह……. ह….. की सिसकियाँ पर सिसकियाँ लेती रही | दोस्तों अनामिका का हाल बुरा हो चूका था और वो अब अपने आप में नही थी | तब मैंने उससे कहा मेरी जान मेरा मन कर रहा है की मैं तुम्हे ऐसे ही पुरे जीवन अपनी बाँहों में लेकर पड़ा रहूँ |

वो मेरी ये बात सुनकर मुझसे बोली मैं भी तुम्हारी बाँहों में हमेशा रहना चाहती हूँ ?

मैं – हाँ मेरी जान में तुम्हे हमेशा अपनी बाँहों में ही रक्खूगा |

मैं फिर से उसे चूमने चाटने लगा | मैं उसको ऐसे ही करीब 10 मिनट तक चूमता चाटता रहा जिससे वो मुझसे बोली की मुझे कुछ कुछ हो रहा है | दोस्तों सायद उसकी चूत का पानी निकल गया था और वो झड़ गयी थी | वो आह.. ऊह… ईई… आह… ग़्ग़ीईईईई…. आई… आह. करती हुई मुझसे लिपट गयी थी | दोस्तों क्या हँसी पल थे | मैं जब आज याद करता हूँ तो मेरा लंड उसकी याद में पानी निकाल देता है | हम दोनों उस टाइम एक दुसरे से लिपटे हुए लेते थे |

फिर मैंने उससे कहा – अब हम आगे बढे ?

वो अपना सर हिलाती हुई इशारा किया | तब मैं धीरे से नीचे आया और उसकी टांगो को थोडा सा फैला दिया | वो मुझे ऐसा करते देख शर्म के मारे अपनी आँखों को बंद कर लिया |

मैं – अनामिका तुम मुझे प्यार नही करती हो क्या ?

वो – नही जी मैं तुम्हे अपनी जान से ज्यादा प्यार करती हूँ |

मैं – तो फिर मेरे से शरमा क्यूँ रही हो ? चलो मेरी तरफ देखो |

वो मेरी तरफ देखने लगी और मैं उसकी चूत से निकलने वाले पानी को कपडे से साफ किया | दोस्तों क्या चूत थी बिलकुल लाल और उसकी चूत के ऊपर हल्के से रेशमी बल जो बहुत सुन्दर लग रहे थे | मैंने सोचा की मैं भी चूत को चाट कर देखता हूँ पर मैं ये पहली बार करने जा रहा था तो थोड़ी से हिचकिचाहट भी हो रही थी क्यूंकि मैंने ऐसा सेक्सी हिंदी कहानी में पढ़ा था |

तब मैंने थोड़ी हिम्मत की और उसकी चूत पर एक छोटी सी किस की जिससे उसके मुंह से आह.. की आवाज निकल गयी | फर मैं थोड़ी और हिम्मत दिखाई और उसकी चूत को पंखुडियो को अपने दोनों हाथो की उँगलियों से फैला दिया | फिर उसकी चूत के छेद को जीभ से चाट लिया | मैं जैसे ही उसकी चूत को चटा तो उसके मुंह से आह की आवाज निकल गयी |

वो मुझसे बोली – ये कर कर रहे हो ?

मैं – कुछ नही जानेमन तुमको मज़ा दे रहा हूँ ?

वो बोली – छी गन्दा है ये करना ?

मैं-  इसको करने से बहुत मज़ा आता हैं मैं ऐसा करते बहुत फिल्मो में और कहानियो में पढ़ा है | तुमने नही देखा कभी ?

वो – नही कभी नही देखा पर मैंने इसके बारे में अपनी सहेली से सुना है |

मैं – क्या सुना है ?

वो – धत्त पागल |

मैं – हाँ अब मैं पागल हूँ |

वो – नही सॉरी |

मैं – अच्छा बताओ क्या कहती हैं सहेली तुम्हारी ?

वो शर्माती हुई बोली मैंने सुना था की लड़का और लड़की वो करते हैं |

मैं – वो क्या करते हैं ?

वो – मुझे नही पता क्या करते हैं |

मैं – मैं बताऊँ क्या कहते हैं ?

वो शर्माती हुई – बताओ ?

मैं – जो लड़का और लड़की करते हैं उसे सेक्स , चुदाई करना कहते हैं तो क्या कहते हैं ?

अनामिका – सेक्स , चुदाई करना कहते हैं ?

मैं – हाँ |

वो ये सब बाते सुनकर गर्म हो रही थी और मैं उसकी चूत पर अपनी जीभ को रख कर चाट रहा था | मैं जब उसकी चूत को चाटने लगा तो उसने मुंह से आह.. उह… उई… की सिसकियाँ लेने लगी | मैं उसकी चूत के दाने पर अपनी जीभ को रगड रहा था जिससे उसे बहुत मज़ा आ रहा था और वो मुझसे कहने लगी और जोर से करो मज़ा आ रहा है |

मैं भी उसकी चूत को चाटने के साथ उसकी चूत में अपनी ऊँगली को धीरे से घुसाने लगा | दोस्तों उसकी चूत की घुफा बहुत टाईट थी तो मैंने उससे कहा तुमने कभी अपनी चूत में ऊँगली की है  | वो मैंने अभी तक कुछ नही किया है | तब मैं उसकी चूत में अपनी ऊँगली को घुसाने लगा ताकि जब मैं लंड को डालूं तो उसे दर्द कम हो | मैंने अपनी ऊँगली जैसे ही चूत में घुसाई तो वो मचल गयी और मुझे ऊँगली को बाहर करने को कहने लगी |

तब मैंने उसे संभाल लिया और कहा की रुको मेरी जान कुछ नही होगा | वो बोली यार दर्द हो रहा है | मैं बोला मेरी जान को दर्द हो रहा है तो मैंने उसकी होठो पर अपनी होठो को रख दिया और चूसने लगा | मैं उसकी होठो को चूसने लगा और धीरे धीरे अपने लंड को डालने की चूत में जगह बनाने लगा | मैं उसकी चूत में अपनी ऊँगली को अन्दर तक डाल दिया और कुछ ही देर में अपनी दूसरी ऊँगली भी डाल दी |

वो आह… उई… ह…. ह…. सी.. करती हुई बोल रही थी की यार दर्द हो रहा है | मैं ये सोच रहा था की जब ऊँगली डालने में इतना सिसकियाँ ले रही है तो अपना मोटा लंड घुसा दिया तो ये मर न जाये | मैं पर उसको संभालते हुए उसकी चूत में लंड डालने की जगह बना ही ली | अब वो भी मस्त हो गयी थी और मेरे हाथ को पकड कर अपनी चूत में अन्दर बाहर करने लगी |

अब अनामिका बोली यार अब मुझसे रह नही जा रहा है अपने इसको डाल दो | वो अब गर्म हो चुकी थी और मेरे लंड को लेने के लिए बोल रही थी | तब मैंने उससे कहा की यार मेरे लंड को मुंह में लो और चुसो | वो बोली छी गन्दा है मैं नही कर पाऊँगी | दोस्तो मैं उस टाइम ज्यादा कहना ठीक भी नही समझा और कहा कोई बात नही |

फिर उसकी चूत में थूक लगाकर अपने लंड को धीरे से रख दिया | मैं अब उसकी चूत पर दबाव बनाने लगा था जिससे उसकी चूत में मेरे लंड का टोपा अन्दर गया और वो चीख पड़ी उई माँ मरररर… गईई… उईई.. यार निकाल लो | मैं मर जाउंगी यार उईइ.. मर गयी..

मैंने उसके सर को सहलाते हुए कहा बस 2 मिनट ही दर्द होगा बस हो गया अब नही होगा पर दोस्तों मेरा लंड का टोपा ही अभी घुसा था | मेरा पूरा लंड को अभी बाहर ही रक्खा था और उसकी चूत से खून निकल आया था | तब मैं उसकी चूत में धीरे धीरे दबाव करने लगा जिससे मेरा लंड धीरे धीरे उसकी चूत में घुसाने लगा और कुछ देर में मेरा लंड उसकी चूत में आधा घुसा गया | अनामिका दर्द की वजह से तिलमिला रही थी और आह उह.. कर रही थी | दोस्तों उसकी आँखों में आंसू भी आ गये थे और मुझसे उसका दर्द देखा नही जा रहा था पर मैंने सोचा की अगर मैंने निकाल लिया तो ये दुबारा डालने भी नही देंगी |

तब मैंने अपनी आंखे बंद कर ली और उसकी चूत में एक धक्का जोरदार मारा जिससे मेरा लंड उसकी नाजुक सी चूत को फाड़ते हुए उसकी बच्चेदानी में जा टकराया | वो दर्द की वजह से कुछ भी बोल नही पा रही थी और उसकी छोटी सी चूत ने मेरे 6 इंच लम्बे लंड को पूरा अंदर तक समां लिया था |

फिर मैं उसकी चूत में पूरा लंड दे दिया था और कुछ देर बाद वो भी मज़े लेने लगी थी | मैं भी मज़े लेते हुए उसको चोदने लगा था और वो आह आह… की आवाजे करती हुई चुदने लगी थी | दोस्तों इसके आगे क्या हुआ होगा आप सभी लोग जानते हो और अपने मन में ही सोच सकते हो | मुझे बताने की जरूरत नही है |

दोस्तों मैं उम्मीद करता हूँ की आप लोगो को मेरी कहानी पसंद आई होगी अगर आप लोगो को मेरी कहानी पसंद आई है तो मुझे जरुर बताये | धन्यवाद…………..

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पहली चुदाई के मज़े लिए घर के नौकर के साथ | uwrena.ru //uwrena.ru/free-sexstories/pahli-chudai-ke-maje-liye-ghar-ke-naukar-ke-sath/ Tue, 23 Jan 2018 17:18:41 +0000 //uwrena.ru/free-sexstories/?p=1668 hindi sex stories हेल्लो दोस्तों मेरा नाम अनीता है | दोस्तों मैं आज हिंदी सेक्स कहानियां के पाठको के लिए अपनी एक कहानी को लेकर आई हूँ | ये मेरी पहली चुदाई की कहानी है और मेरे जीवन की सच्ची घटना जिसके बाद मेरी जिन्दगी ही बदल गयी | दोस्तों मैं जो आज कहानी पेश करने जा रही हूँ इस कहानी को पढने में आप लोगो को बहुत मज़ा आयेगा और पसंद तो जरुर आयेगी | दोस्तों तो मैं अपनी कहानी को शुरू करने से पहले अपना परिचय दे देती हूँ | मैं रहने वाली जयपुर की हूँ और मुझे आप लोगो की तरह ही सेक्सी कहानी पढना पसंद है | मैं सेक्सी कहानियों को काफी टाइम से पढ़ती आ रही हूँ और जब मैं कहानी पढ़ती थी तो मुझे अजीब सा फील होता था जिसकी फीलिंग मुझे बहुत अच्छी लगती थी | मुझे अच्छा लगता था इसलिए मैं कहानियों को पढ़ती थी | मैं जब अक्सर कहानी पढ़ती थी तो मेरी चूत गीली हो जाती थी | मेरी उम्र 19 साल है और मैं दिखने में मस्त माल लगती हूँ | मेरे फिगर बहुत सेक्सी है और मेरे बूब्स काफी बड़े है जोकि ऊपर की और उठे रहते हैं | मेरे घर मैं में अकेली ही रहती हूँ क्यंकि मेरे मम्मी और पापा जॉब करते हैं जिसकी वजह से वो दूसरी जगह रहते हैं | दोस्तों मैं आप लोगो का ज्यादा टाइम न लेती हुई सीधे कहानी को शुरू करती हूँ |
मैं जो कहानी आप लोगो को सुनाने जा रही हूँ ये कहानी एक साल पहले की हैं जब मेरी उम्र 18 साल थी | उस टाइम मेरी चढती जवानी थी जिसकी वजह से मेरा बदन भरा हुआ था और मेरे बूब्स काफी बढ़ गए थे | उस टाइम मेरे मन में भी चुदाई की इच्छा आने लगी थी और मैं भी अपनी चूत में लंड को लेने के लिए तरसने लगी थी | मैं ये सब करना चाहती थी पर इसके लिए मुझे लड़के की जरूरत थी जोकि मेरे पास नही था | मेरा कोई बॉयफ्रेंड भी नही था मैं जिसके साथ सेक्स के मज़े ले पाती | दोस्तों एक दिन की बात है जब मैं अपने घर में अकेली बैठी थी तो मेरे घर में एक नौकर रहता है जिसका नाम अलोक है और वो शादीशुदा है | वो मेरे घर काफी टाइम से काम करता है पर मुझे नही पता था की वो मेरे साथ सेक्स के मज़े लेना चाहता है | वैसे कोई लड़की अपने घर के नौकर के साथ ये सब नही करेगी अगर नौकर ज्यादा मस्त स्मार्ट हो तो करने का भी मन हो जाता है | वो दिखने में किसी हीरो से कम नही लगता था पर मैंने काफी उसके बारे में ऐसा नही सोचा था | एक दिन की बात है जब वो मेरे पास आया और मेरे पास बैठ गया | जब वो मेरे पास बैठ गया तो मैंने उससे कहा कैसे हो अलोक बहुत उदाश लग रहे हो |

अलोक – हाँ मैडम जी मुझे आज अपनी बीबी की याद आ रही है ?
मैं – हाँ सच में पर पहले कभी नही आती थी ?
अलोक – मैडम जी आती तो बहुत है पर मैं क्या कर सकता हूँ जब यहाँ से जाऊंगा तब ही उसके साथ मज़े कर सकता हूँ |
मैं उसके कहने का मतलब नही समझ पाई तो मैंने उससे कहा अलोक मैं समझ नही पाई तुम क्या कह रहे हो | तब वो मुझसे बोला की मैं कह रहा था की मुझे अपनी बीबी की याद आ रही है | मैंने उससे कहा किस लिए याद आ रही है तो वो मुझे बोला की मुझे तो उसके साथ आज मस्ती करने का मन हो रहा था अगर मैं अपने घर होता आज तो उसके साथ खूब मस्ती करता | मैं ओलक कैसे मस्ती करते हो मुझे समझाओ ? तब वो बोला की अगर आप बुरा न मनो तो मैं तुम्हे बता दूँ |
मैं – तुम्हारी बात का बुरा क्यूँ मानुगी ?
अलोक – ऐसी बात ही है |
मैं – चलो बताओ मैं किसी बात का बुरा नही मानूगी ?

फिर वो मुझसे बताने लगा की मैं जब अपनी बीबी के साथ मस्ती करता हूँ तो मैं पहले तो उसकी होठो को मुंह में रख कर कुछ देर तक चूसता हूँ और वो मेरी होठो को मुंह में रख कर चूसती है | मैं उसकी होठो को चूसने के बाद उसके और अपने कपडे निकाल देता हूँ जिससे वो मेरे सामने बिना कपड़ो के आ जाती है | मैं उसके मुंह से ये बाते सुनकर मदहोश हो रही थी और मेरी चूत में खुजली होने लगी थी | वो फिर मैं अपनी बीबी के जिस्म को चूमने लगता हूँ और वो मेरा साथ देती हुई सेक्सी आवाजे करने लगती है | मैं उसके जिस्म को चूमने के साथ उसके बूब्स को मुंह में रख कर चूसने लगता हूँ | जब वो मुझे ऐसे बताते हुए मुझे देखकर रहा तो मुझे कुछ अजीब सा फील हो रहा था जिससे मुझसे रहा नही जा रहा था | तब मैंने उससे कहा अलोक मुझे कुछ भी समझ नही आ रहा है तुम क्या कह रहे हो ? वो मुझसे बोला तो मैं कैसे बताऊँ आपको जो आपके समझ में आये |
मैं यार तुम मुझे करके बताओ मुझे अच्छे से समझ आ जयेगा | दोस्तों अब में गर्म हो चुकी थी और उसके साथ सेक्स करने के बारे में सोच रही थी | मैं उससे जैसे ही करके कहने को कहा तो वो मुझे अपनी बाँहों में भर लिया और चूमने लगा | वो जब मुझे चूमने लगा तो मैं उसका साथ देती हुई उसे चूमने लगी | मैं जब उसको चूमने लगी तो वो मुझे पकड कर अपनी बाँहों के कस लिया और मेरी होठो पर अपनी होठो को धीरे से रख दिया | दोस्तों जब उसने मेरी होठो पर अपनी होठो को रख दिया तो मुझे बहुत अच्छा लगा और मैं उसकी होठो को चूसने लगी | मैं उसकी होठो को मुंह में रख कर चूसने लगी तो वो मेरी होठो को चूसने के साथ मेरे बूब्स को कपडे के ऊपर से पकड लिए | जब उसने मेरे बूब्स को कपडे के ऊपर से पकड कर दबा दिया तो मैं मचल गयी और उससे लिपट गयी | फिर उसने मुझे बड़े प्यार से बेड पर लेटा दिया और मेरी लेगी तो पकड कर उतार दिया | उसने मेरी लेगी को उतारने के बाद मेरी कुर्ती को भी उतार दिया जिससे मैं उसके सामने ब्रा और पैंटी में लेती थी और वो मेरे जिस्म को चूमने लगा | वो मेरे जिस्म को चूमने के साथ पुरे जिस्म पर हाथ को घुमा रहा था जिससे मैं तेज सांसे ले रही थी | वो मेरे जिस्म को चूमने के बाद मेरी ब्रा को खोल दिया और मेरे बूब्स को मुंह में रख कर चूसने लगा | दोस्तों जब वो मेरे बूब्स को मुंह में रख कर चूसने लगा तो मैं बिस्तर को पकड कर जोर जोर से अन्हे भरती हुई उसके सर को सहलाने लगी | वो मेरे बूब्स को एक एक करके कुछ देर तक चूसता रहा फिर उसने मेरी चूत पर अपने हाथ को रख कर उँगलियों से मेरी चूत को फ़ैलाने लगा | वो जब मेरी चूत को फ़ैलाने लगा और अपनी मुंह को घुसा कर चाटने लगा | दोस्तों जब उसने मेरी चूत में जीभ को घुसा दिया तो मेरे मुंह से जोर की आहे निकल गयी और मैं उसके सर को पकड कर चूत में दबाने लगी |

मैं उस टाइम सेक्स के नशे में डूब चुकी थी और तभी उसने अपनी ऊँगली को मेरी चूत में घुसा कर अन्दर बाहर करने लगा | तब मैं मज़े में आ आ आ उह उई माँ..आह उह उई माँ… की आवाजे करने लगी | वो मेरी चूत को चाटने के साथ मेरी चूत में ऊँगली को जोर जोर से अन्दर बाहर कर रहा था और मैं सेक्सी आवाजे करती हुई चूत को सहला रही थी | फिर उसने अपने कपडे निकाल दिए और अपने लंड को मेरे हाथ में पकड़ा दिया | दोस्तों उसका लंड काफी बड़ा और मोटा था जिसको में हाथ में पकड मर मुंह में रख लिया और चूसने लगी | मैं उसके लंड को मुंह में रख कर चूसने लगी और वो मेरे सर को पकड कर लंड को कुछ देर तक चूसता रहा | फिर उसने अपने लंड के टोपे से मेरी चूत की पंखुडियो को फैला दिया और लंड के टोपे को अन्दर कर दिया | दोस्तों जब उसके लंड का तोप मेरी चूत में अन्दर गया तो मुझे बहुत अच्छा लगा और मैं अपनी चूत को सहलाने लगी | मैं अपनी चूत को सहला ही रही थी की उसने मेरी कमर को पकड कर एक जोरदार धक्का मारा जिससे उसका लंड मेरी चूत को फाड़ते हुए अन्दर चला गया | उसका लंड मेरी चूत में घुस गया था और मैं चीख पड़ी क्यूंकि मुझे उस टाइम ऐसा लग रहा था की मैं मार जाउंगी पर वो दर्द कुछ ही देर तक हुआ फिर वो मेरी चूत में अन्दर बाहर करने लगा जिससे मुझे मज़ा आने लगा था | जब मुझे मज़ा आने लगा तो मैं आ आ आ उई ऊ ऊ… आह उई माँ मई उई मई… की आवाजे करती हुई उससे बोल रही थी और तेज धक्के मारो | मैं उससे जितने जोर धक्के मारने को कह रही थी वो मेरे बूब्स को पकड कर मेरी चूत में उतने ही जोर धक्के मार रहा था | जिससे मैं उसके धक्को के मज़े लेती हुई चुद रही थी और वो मुझे जोरदार धक्को के साथ चोद रहा था | मैं उसके धक्को के मज़े ले रही थी | दोस्त वो मेरी चूत में इतने तेज धक्के मार रहा था की उसका लंड मेरी बच्चेदानी में रगड़ता था जिससे मेरे अन्दर आग लग जाती थी | वो मेरी चूत में ऐसे ही धक्के मारता रहा जिससे मेरी चूत से पानी निकाल गया और मैं झड़ गयी |
मेरे झड़ने के ठीक 2 मिनट बाद वो भी झड़ गया और फिर उसने मेरी होठो पर किस की और बोला कैसा लगा ? मैंने भी उससे कहा की मज़ा आ गया और उस दिन के बाद मैं उसके साथ रोज रात को चुदती थी और वो मुझे लंड के मज़े देता था |
धन्यवाद……….

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मामी की लड़की को बनाया अपनी बीबी | uwrena.ru //uwrena.ru/free-sexstories/mami-ki-ladki-ko-banaya-apni-biwi/ Wed, 17 Jan 2018 17:33:56 +0000 //uwrena.ru/free-sexstories/?p=1653 incest sex kahani हेल्लो दोस्तों कैसे हो आप सभी लोग ? मैं उम्मीद करता हूँ की आप सभी लोग मस्त होगे और चुदाई का मज़ा तो ले ही रहे होगे | दोस्तों मैं जो आज अपनी कहानी आप लोगो के सामने पेश करने जा रहा हूँ इस कहानी को पढ़कर लंड के रजा लड़को के लंड में आग लग जाएगी और जो चूत की रानी हैं उनकी चूत मचल जाएगी और लंड लेकर चुदने की इच्छा होगी | लड़कियों को जब लंड नही मिलेगा तो वो अपनी चूत में ऊँगली डाल कर शांत करेंगी | दोस्तों मैं अपनी कहानी को शुरू करने से पहले अपना परिचय दे देता हूँ | मेरा नाम राकेश है और मैं रहने वाला गुजरात के कुछ दुरी पर एक छोटे से गाँव का हूँ | मेरी उम्र 23 साल है और मैं दिखने में गोरा हूँ | मेरी हाईट 5 फुट 3 इंच है और मेरी हाईट ठीक है इसलिए मैं जिम भी करता हूँ जिससे मेरी बॉडी मस्त है जिसको देखकर लड़कियों के दिल में कुछ कुछ होने लगता हैं | मैं अभी पढाई करता हूँ | मैं आप लोगो से उम्मीद करता हूँ की आप लोगो को मेरी कहानी पसंद आयेगी और इस कहानी को पढने में आप लोगो को मज़ा तो जरुर आएगा |
ये कहानी अभी कुछ दिन पहले की हैं | मैं जब 8 साल का था तब से ही अपनी मामी के घर रहता था और वहीँ पढाई करता था क्यूंकि मैं जिस गाँव का रहने वाला हूँ उस गाँव में स्कूल और हॉस्पिटल नही हैं इसलिए मैं अपने बचपन से ही मामी के घर रहता था | दोस्तों मेरे मामी के घर में 3 लोग रहते थे और चोथा मैं रहने लगा था | मेरे मामा और मेरी मामी , मामी की लकड़ी जिसका नाम नेहा है | दोस्तों मैं आप लोगो को नेहा के बारे में बात देता हूँ क्यूंकि मेरी कहानी की हिरोइन वहीँ है | नेहा का रंग दूध से भी गोरा है और वो दिखने में किसी परी से कम नही लगती है | नेहा मुझसे 2 साल छोटी है और उसकी उम्र 21 साल है | उसकी उम्र के हिसाब से उसकी चढ़ती जवानी थी जिसकी वजह से उसका बदन भरने लगा था | उसकी चढ़ती जवानी थी जिसकी वजह से वो और भी जुदा मस्त लगने लगी थी | नेहा भी उसी कॉलेज में पढ़ती थी जिसमें मैं पढता था | मैं और नेहा एक दुसरे से प्यार करते थे और ये हमारे बिच कभी दिनों से चल रहा था पर मैं उसके साथ किस के सिवा और कुछ भी नही करता था | दोस्तों उसकी चढ़ती जवानी के मज़े लेने के लिए कॉलेज के लकड़े उसे लाइन मारते थे और वो मुझे ये सब बताया करती थी की सब लकड़े उसको छेड़ते हैं जो उसे अच्छा नही लगता है | दोस्तों उसके बूब्स भी कभी बढ़ गए थे जिसकी वजह से उसके बूब्स ऊपर की और उठे रहते थे | अब जब वो जवान हो गयी थी तो मेरे मन में भी उसकी जवानी के मज़े लेने के ख्याल आने लगे थे |

दोस्तों एक दिन की बात है जब मैं और नेहा एक साथ बैठ कर पढ़ रहे थे | उस टाइम घर में मामी थी और मामा जॉब पर गए हुए थे तभी मामी मुझसे बोली की मैं मार्केट सब्जी लेने जा रही हूँ तुम बाहर के गेट और दरवाजा बंद कर लो | तब मैं मामी के साथ जाकर गेट और दरवाजा बंद कर लिया और फिर आकर पढने लगा | मैं जब पढने लगा तो मेरी नाराज उसके बूब्स पर गयी और मैंने मजाक मजाक में उसे पकड कर अपनी और खीच लिया | मैंने जब उसे अपनी और खीच लिया तो वो मेरे ऊपर आ गयी | वो जब मेरे ऊपर आ गयी तो मैं उसकी होठो को अपनी ऊँगली से सहलाने लगा | मैं जब उसकी होठो को उँगलियों से सहला रहा था तो मुझे उसकी होठ बहुत सॉफ्ट लग रही थी | वो मुझे बहुत घुर घुर कर देख रही थी और मेरे ऊपर अपने सर को रख कर लेटी थी | मैं उसकी होठो को सहलाते हुए उसकी होठो पर धीरे से अपनी होठो को रख कर दिया | फिर उसकी होठो को चूसने लगा और नेहा मेरी होठो को चूसने लगी | मैं उसकी पतली और रसीली होठो को मुंह में रख कर चूसने लगा | मैं उसकी होठो को चूस ही रहा था की मैंने अपने एक हाथ को उसके बड़े और गोलमटोल बूब्स पर रख दिया | जब मैंने अपना हाथ उसके बूब्स पर रखा तो मुझे काफी बड़े लगे |
मैं – नेहा यार तुम्हारे बूब्स मुझे ज्यादा बड़े लग रहे हैं ?
नेहा – हाँ राकेश मुझे भी मेरे बूब्स कुछ पहले से ज्यादा बड़े लग रहे हैं |
मैं – यार मुझे अपने बूब्स दिखाओ ?
नेहा – नही यार कोई आ गया तो मुझे बहुत मार पड़ेगी |
मैं – नही कोई नही आएगा मैंने बाहर का गेट और घर के अन्दर आने वाला दरवाजा बंद कर दिया हैं |
तब नेहा मुझसे बोली की यार मैं दिखाती हूँ पर कुछ करना मत ?

मैंने उससे प्रोमिस किया और कहा सच में कुछ नही करूँगा बस हाथ में पकड कर देखूंगा | नेहा ने अपनी कपडे को ऊपर कर दिया और मैंने उसके बूब्स को हाथ में पकड कर देखा तो मुझे उसके बूब्स कभी बड़े और साफ्ट लगे थे | तब मैंने उसके बूब्स को मुंह में देने को कहा तो पहले तो उसने माना किया फिर कहा कर लो तब मैंने उसके बूब्स को दबाते हुए मुंह में रख लिया और चूसने लगा | मैं उसके बूब्स को चूस रहा था तो उसकी सांसे तेज हो गयी थी और वो मेरे सर को पकड़ कर सहलाने लगी थी | तभी मामी ने गेट खोलने के लिए घंटी बजाई तो मैं जाकर गेट खोल कर आया तब तक उसने अपने कपडे और बाल सही कर लिए थे | फिर मैं और वो बैठ कर पढने लगे | जब मैं और नेहा पढ़ रहे थे तो नेहा मुझसे बोली यार मेरी चूत गीली हो गयी है | मैं जाकर नहा कर आती हूँ | वो नहाने चली गयी | उसके कुछ दिन बाद की बात है जब मामा और मामी घुमने के लिए जा रहे थे तो मुझसे और नेहा से बोल कर गए थे की ठीक से रहना और मैं 3 -4 दिन बाद आयेंगे | मम्मी ये कहकर चली गयी |
दोस्तों उस दिन मैं और नेहा घर में अकेले ही थे और मैं नेहा की जवानी के मज़े लेने के बारे में सोच रहा था | जब मैं और नेहा रात का खाना खाने के बाद बैठ कर टीवी देखने लगे तो मैं नेहा की टांगो को सहलाने लगा | नेहा मुझे ऐसे करते देखकर एक सेक्सी स्माइल दे दी और टीवी देखने लगी | मुझे भी उसकी स्माइल हाँ लगी और मैंने उसे पकड कर अपनी खीच लिया और उसकी होठो पर अपनी होठो को रख दिया | मैंने जब उसकी होठो पर अपनी होठो को रख दिया तो वो मेरी होठो को मुंह में रख कर चूसने लगी | मैं उसकी रसीली होठो को मुंह में रख कर चूस रहा था साथ में अपने एक हाथ से उसके बड़े और चिकने बूब्स को दबा रहा था | मैं जब उसके बूब्स को दबा रहा था तो उसके मुंह से नीलने वाली सांसे तेज हो गयी | मैं उसके बूब्स को ऐसे ही कुछ देर तक दबाने के बाद उसके कपडे निकाल दिए |

दोस्तों जब मैंने उसके कपड़े निकाल दिए तो वो मेरे सामने बिना कपड़ो के आ गयी | उसका भरा हुआ बदन सोने की तरह चमक रहा था | मैं उसके बदन को चूमने लगा साथ में उसके बूब्स को मुंह में रख कर चूसने लगा और दुसरे हाथ की ऊँगली को उसकी चूत में घुसा दिया | मैं उसकी चूत में ऊँगली घुसा दी तो उसके मुंह से निकलने वाली सांसे सिसकियाँ में बदल गयी | मैं उसके बूब्स को कुछ देर तक चूसने के बाद उसकी चूत को चाटने लगा | मैं उसकी चूत के दाने को होठो से पकड कर खीच खीच कर चाट रहा था | वो अ आ आ आ…. हाँ उई उई हाँ माँ सी सी हाँ…… की सिसकियाँ लेती हुई सोफे को कस के पकड कर तडपने लगी | मैं उसकी चूत को ऐसे ही कुछ देर तक चूसने के बाद अपने कपडे निकाल दिए और अपने लंड को उसके हाथ में पकड़ा दिया | वो मेरे लंड को हाथ में पकड कर मुंह में रख लिया | मैं उसके सर को पकड कर कुछ देर तक लंड को चूसता रहा | फिर उसकी टांगो को फैला कर उसकी चूत में लंड को घुसाने लगा | दोस्तों उसकी चूत टाईट होने की वजह से मेरा लंड बहुत देर बाद घुसा और मेरा लंड जैसे ही उसकी चूत में घुसा तो उसकी चूत से खून निकलने लगा | नेहा के मुंह से एक जोरदार चीख निकल गयी और उस खीच के सिवा और कुछ नही बोल पाई | मैं उसकी कमर को पकड लिया और धीरे धीरे अन्दर बाहर करते हुए उसको चोदने लगा | फिर कुछ देर बाद वो भी चुदाई का मज़े लेने लगी और अपनी चूत को सहलाने लगी | तब मैंने उसकी चूत में धक्को की स्पीड को तेज कर दिया और वो मस्त होकर मेरे धक्को के मज़े लेती हुई चुदने लगी साथ में आ आ हाँ उई हं… आ अ ऊ ऊ ऊ… सी सी सी उई सी उई… की सेक्सी आवाजे करने लगी | मैं उसकी वो आवाजे सुनकर और जोश में आ गया और उसकी चूत में धक्को की स्पीड और तेज कर दी जिससे उसके मुंह से तेज आवाज में सिसकियाँ निकल रही थी और वो चुदाई में मेरा पूरा साथ देने लगी थी | मैं उसको इस तरह जोरदार धक्को के साथ उसको कुछ देर तक चोदता रहा |
फिर 15 मिनट की मस्त चुदाई के बाद झड़ गया | मैंने उस रात नेहा की 2 बार मस्त चुदाई की थी और उस चुदाई के बाद मैं नेहा को अक्सर मौका पाने पर चोदता था | वो मुझे अपना पति समझती थी और मैं उसे अपनी बीबी समझता था और हम दोनों मस्त चुदाई का मज़ा लेते थे |
धन्यवाद………..

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दीदी के देवर ने मुझे सेक्स करना सिखा दिया | uwrena.ru //uwrena.ru/free-sexstories/didi-ke-devar-ne-mujhe-sex-karna-sikha-dia/ Wed, 03 Jan 2018 16:52:49 +0000 //uwrena.ru/free-sexstories/?p=1593 sex kahani हेल्लो दोस्तों मेरा नाम अंजली है और मेरी उम्र 18 साल है | मैं आज एक कहानी आप लोगो के सामने पेश करने जा रही हूँ | ये कहानी 1 साल पहले की है | मैं जो आज कहानी पेश करने जा रही हूँ ये मेरे जीवन की सच्ची कहानी है और मेरी पहली चुदाई | दोस्तों मैं सेक्स के बारे में इस चुदाई के बाद जान पाई हूँ और मैं इससे पहले बहुत ही भोली लड़की थी | मेरी उम्र तो तब 18 साल हो गयी थी पर मैं 10 साल की भोली लड़की थी | मुझे सेक्स चुदाई के बारे में कुछ भी नही पता था और मुझे तो ये भी नही पता था की कोई लंड नाम की भी चीज होती है जो बहुत मज़ा देता हैं | पर मेरी दीदी के देवर ने मुझे ये सब सिखा दिया और अब मुझे अपनी चूत में लंड लेने में बहुत मज़ा आता है | मैं अपनी कहानी को शुरू करने से पहले अपना परिचय देना चाहूंगी | मैं रहने वाली कोलकाता से हूँ | मैं बचपन से ही बहुत सुन्दर लड़की थी और जब मेरी उम्र बढती गयी तो उम्र के साथ मेरा जिस्म भी भरता गया | जब मेरी उम्र 18 साल हुई थी मैं उस टाइम बहुत ज्यादा सुन्दर लगने लगी थी और मेरा फिगर बहुत सेक्सी हो गया था | उस टाइम मेरी चढ़ती जवानी थी और मेरी बूब्स काफी उभर गए थे जो ऊपर की और निकल आये थे | मेरी गांड भी बहुत मस्त हो गयी थी और मुझे सब लोग घुर घुर कर देखा करते थे | मैं उस टाइम ये सब नही समझती थी की लोग मुझे इतना क्यूँ देखते हैं | दोस्तों मैं कहानी को शुरू करती हूँ और साथ में बताती हुई चलती हूँ |
एक बार की बात है जब मैं अपने कमरे में लेती थी और मुझे उस दिन प्यास लगी और मैं पानी पीकर वापस लेटने के लिए आ रही थी | दोस्तों तभी मुझे पापा के रूम से मम्मी की चीखने की आवाज आई और उसके बाद वो अहह अहह अहह..हाँ हाँ हाँ हाँ… हाँ उई हाँ उई हाँ उई हाँ उई……. की आवाजे आती हुई सुनाई दी | मैं पहले तो खड़ी होकर सोचने लगी ये कैसे आवाजे आ रही है | फिर मेरा मन हुआ की देखती हूँ तो मैंने पहले तो दरवाजा खटखटाने जा रही थी पर मुझे खिड़की खोली दिखी तो मैं खिड़की के पास जाकर खड़ी हो गयी और देखने लगी | मैंने देख की पापा मम्मी की पेसब करने वाली जगह में अपनी जीभ को घुसा कर चाट रहे थे और मम्मी ऊ ऊ ऊ ऊ… हाँ हाँ हाँ…. उई उई हाँ हाँ उई उई…. अहह अहह अहह… की आवाजे कर रही थी | मैंने सोचा की जाकर मम्मी से पूछो की पापा क्या कर रहे हैं | फिर मैं थोड़ी देर बाद जाने के लिए चली तभी देखा की मेरे पापा अपने कपडे निकालने लगे | जब पापा कपडे निकालने लगे तो मैं पापा को देखने लगी और कुछ ही देर में पापा ने कपडे निकाल दिए और एक लोहे जैसी चीख को हाथ में पकड कर हिलाते हुए मम्मी की तरफ बढे | मैं पापा के उस चीख को हाथ में पकड कर आगे पीछे करती हुई मुंह में रख लिया और चूसने लगी | दोस्तों मैं ये सब देख कर बहुत हेरान थी और उस टाइम यही सोच रही थी की ये क्या कर रहे हैं | फिर कुछ देर बाद पापा ने मम्मी की पेसब करने की जगह में लोहे जैसी चीख घुसा दी | मम्मी की उस छोटी सी जगह में वो बड़ा और मोटी चीज जैसे घुसी तो मम्मी के मुंह से जोरदार चीख निकल गयी |
मैं ये सब कुछ देर तक देखने के बाद अपने रूम में चली गयी और उस रात यही सब सोचती रही | मैं अब रोज ही पापा के उस लोहे जैसे चीज के बारे में सोचती थी और ये भी सोचती की वो मम्मी की छोटी जगह में कैसे घुस गया था | अब मेरे मन में इच्छा थी की मैं किसी और क पास ये देखूं और पता करूँ की क्या हैं | उसके कुछ दिन की बात है जब मेरे घर मेरी दीदी का देवर आया था | उस दिन वो मुझे बहुत घुर घुर कर देख रहा था और मैं ये सोच रही थी की इसके पास ही देख लेती हूँ की वो क्या चीख थी | फिर उसके दुसरे दिन की बात है जब मम्मी नाश्ता तैयार कर रही थी और मेरे पापा अपने रूम में सो रहे थे | दीदी का देवर छत वाले रूम में सो रहा था | मेरी दीदी के देवर का नाम विनय है | मैं छत पर गयी तो मैंने देखा की वो चादर ओढ़ कर सोया है | मैं गयी और उसकी चादर को हटा दिया तो मैंने देखा की वो अंडरवियर और बनियान में लेटा था | मैंने उसकी अंडरवियर को हटा दिया तो मैंने देख की उसके पास भी वहीँ चीख है पर उसका तो बहुत छोटा है | तब मेरे मन में हाथ लगा कर देखने की इच्छा हुई और मैंने जब हाथ लगाया तो मुझे बहुत सॉफ्ट लगा | मैं उसके उस चीख को मम्मी की तरह हाथ में पकड कर हिलाने लगी जिससे उसकी आंखे खुल गयी | वो मुझे ऐसे करते देकर बोला या क्या कर रही हो तो मैंने कहा की मैं देख रही थी की ये क्या है |
विनय – तुम्हे नही पता ये क्या हैं |
मैं – हाँ मुझे नही पता ये कहा मैंने कुछ दिन पहले पापा के इस चीज को मम्मी को खेलते हुए देखी थी |
विनय – अंजली इसे लंड कहते हैं और ये बहुत मज़ा देता है |
मैं – वो कैसे ?
विनय – जब तुम इसको अपनी चूत में लोगी तो बहुत मज़ा आएगा |
दोस्तों मैंने उस टाइम चूत से पेसाब करने के सिवा और कोई काम नही किया था | फिर मैंने उससे कहा की तुम्हरा इतना छोटा और सॉफ्ट है पापा के तो लोहे की तरह था | वो बोला की रात में तुम्हे इसके बारे में बताऊंगा और मैं विनय नीचे चले गए | फिर उस रात को मैंने लंड के बारे में जानने के लिए उसके पास गयी | वो बैठा था और मैं जाकर उससे बोली बताओ तो वो अपने कपडे निकाल कर मुझे लंड से खेलने को कहा और मैं वैसे ही करने लगी जैसे मम्मी को करते देखा था | मैं जब उसके लंड को हाथ में पकड कर हिलने लगी तो मेरे हाथ के स्पर्स से उसका लंड पापा के लंड की तरह खड़ा हो गया | मैं ये देख कर बहुत खुश हुई और उसके लंड से खेलने लगी | तब उसने मेरी होठो को अपने मुंह में रख लिया और चूसने लगा | वो मेरी होठो को चूसने लगा तो मेरे जिस्म के एक अजीब सा झटका लगा और मैं भी उसकी होठो को चूसने लगी | वो मेरी होठो को चूसने के साथ मेरे बूब्स को कपडे के ऊपर से दबाने लगा | जब वो मेरे बूब्स को दबाने लगा तो मुझे बहुत मज़ा आने लगा था | वो मेरे साथ कुछ देर ऐसा करने के बाद मेरे कपडे निकाल कर मुझे नंगा कर दिया | वो मुझे बिना कपड़ो के देख कर बहुत खुश हुआ और मेरे दोनों बूब्स को हाथ में पकड कर मसलते हुए मुंह में रख कर चूसने लगा | जब मेरे बूब्स को मुंह में रख कर चूस रहा था तो मेरी सांसे अपने आप तेज हो गयी | वो मेरे बूब्स को ऐसे ही कुछ देर तक चूसने के बाद मेरी चूत में ऊँगली घुसा दी | दोस्तों जैसे ही उसने मेरी चूत में ऊँगली घुसाई तो मेरे मुंह से मम्मी वाली आवाजे निकल गयी | तब मुझे समझ आ गया की मम्मी इसलिए ये आवाजे कर रही थी |

दोस्तों वो मेरी चूत में ऊँगली घुसाने के साथ अपनी जीभ को घुसा कर चाटने लगा | वो मेरी चूत में ऐसे ही कुछ देर तक करता रहा और मैं अह अह अह… हाँ उई हाँ उई हाँ उई हाँ उई हाँ….. उई माँ उई माँ उई माँ…. की सिसकियाँ लेने लगी | फिर उसने लंड जैसी चीज को मेरे मुंह में घुसा दिया | पहले तो मुझे बहुत ख़राब लगा फिर मस्ती के साथ अन्दर बहर करती हुई चूसने लगी | अब मुझे ये सब करने में बहुत मज़ा आ रहा था और मेरी चूत में घुजली होने लगी थी | वो कुछ देर तक चुसाने के बाद मुझे बेड पर लेटा दिया और मेरी टांगो को फैला दिया | फिर वो मेरी चूत में अपने लंड को घुसाने लगा | मेरी चूत में जब थोडा लंड घुसा तो मुझे बहुत मज़ा आ रहा था और जैसे ही उसने मेरी चूत में जोरदार धक्का मारा और उसका लंड मेरी चूत को फाड़ते हुए अन्दर चला गया | जैसे ही उसका लंड मेरी चूत में अन्दर गया और मेरी चूत से खून बाहर निकलने लगा | उस टाइम मुझे ऐसा लग रहा था की मैं अब मर जाउंगी और मेरे मुंह से कोई भी आवाज बाहर नही निकल रही थी | मैं सोच रही थी की ये मेरी चूत से लंड नाम की चीज को बाहर निकाल ले और कुछ ही देर में जब उसने अन्दर बाहर करने लगा तो मुझे फिर से मज़ा आने लगा था | वो मेरी चूत में जोर जोर से अन्दर बाहर कर रहा था और मैं मज़े लेती हुई उई हाँ उई हाँ उई हाँ उई हाँ….. उई माँ उई माँ उई माँ…. कर रही थी | अब मैं उसके हर एक धक्के का मज़ा ले रही थी और वो मेरे बड़े और चिकने बूब्स को पकड कर जोरदार धक्के मार रहा था | वो जितने जोर से धक्के मरता मैं उतने ही जोर से मज़े लेती हुई चुदती | फिर वो मेरी चूत में ऐसे ही कुछ देर तक धक्के मारने के बाद झड़ गया और उसके लंड से कुछ सफ़ेद रंग का निकला था |
मैंने उससे पूछा ये क्या हैं तो उसने बताया की इसे वीर्य कहते हैं और इसे जब चूत में निकाल देते हैं तो औरत माँ बन जाती है | उसके बाद उसने मेरी चूत में अपनी उँगलियों को घुसा कर जोर जोर से हिलाने लगा जिससे मेरी चूत से पानी की धार निकल गयी | वो पानी जब निकल रहा था तो मुझे बहुत अच्छा लग रहा था | उसके बाद हम दोनों ने कपडे पहन लिया और मैं अपने कमरे में नीचे चली गयी | उस चुदाई के बाद मैं बहुत बार चुदी हूँ | धन्यवाद दोस्तों………..

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दिव्या की सील तोड़कर शांत की अन्तर्वासना | uwrena.ru //uwrena.ru/free-sexstories/divya-ki-seal-todkar-shant-ki-antarvasna/ Sat, 30 Dec 2017 16:23:24 +0000 //uwrena.ru/free-sexstories/?p=1581 antarvasna stories दोस्तों मेरा नाम सोनू है | मैं रहने वाला गोरखपुर का हूँ | दोस्तों मुझे सेक्स में शुरू से ही काफी रूचि है इसलिए मुझे सेक्स करने में बहुत मज़ा आता है | जब से मुझे सेक्सी कहानियों के बारे में पता चला है तब से मैं आप लोगो की तरह सेक्सी कहानी पढता आ रहा हूँ | मैं सेक्सी कहानियाँ काफी महीनो पहले से पढता आ रहा हूँ और अब तक न जाने कितनी कहानियों को पढ़ कर उनका मज़ा ले चूका हूँ | मैंने आज तक जितनी भी कहानियाँ पढ़ी वो कहानियाँ मुझे बहुत पसंद आई | दोस्तों तो मेरा भी मन हुआ की मैं भी अपनी कहानी को आप लोगो तक पहुचाऊ तो मैं आज टाइम निकाल कर आया हूँ | मैं जो आज कहानी लिखने जा रहा हूँ ये कहानी मेरे घर के पास रहने वाली लड़की की है जिसका नाम दिव्या है | वो हमारे घर के पास काफी सालो से रह रही है पर मेरे ध्यान कभी उसकी तरफ नही जाता था | दोस्तों मैं कहानी को आगे बढ़ाने से पहले अपना परिचय दे देता हूँ | मेरी उम्र 23 साल है और मैं दिखने में काफी स्मार्ट हूँ | मेरी हाईट भी ठीक ठाक है जिसकी वजह से में जिम भी करता हूँ | जिम करने की वजह से मेरी बॉडी काफी अच्छी है | मेरे घर में मेरी मम्मी और मेरे बड़े भैया रहते हैं | मेरे पापा अपनी जॉब की वजह से शहर में रहते हैं | दोस्तों मैं आप लोगो का बिना टाइम बर्बाद किये सीधे कहानी शुरू करता हूँ |
दोस्तों ये कहानी अभी 2 महीने पहले की है | जब वो पहले रहती थी तो मेरा ध्यान दिव्या पर इतना नही रहता था और मैं जब से उसको अब देखा तो वो मुझे बहुत सेक्सी लगी जिसकी वजह से मैं मेरे मन में उसकी चुदाई की इच्छा हो गयी | मैं आगे कुछ भी बताने से पहले दिव्या के बारे में बता देता हूँ | इस टाइम उसकी उम्र 18 साल है और उसका रंग गोरा है | अब दिव्या के बूब्स का आकार भी बदल गया था जिसकी वजह से उसके बूब्स थोड़े बड़े हो गए थे | उसकी गांड भी काफी सेक्सी हो गयी थी | दोस्तों मैं सीधा बता देता हूँ की ये दिव्या की चढ़ती जवानी थी जिसकी वजह से उसका जिस्म का आकार बदल रहा था | अब दिव्या भी बहुत सेक्सी लगने लगी थी और जब मैं उससे बात करता तो वो भी मुझसे हँस हँस कर बाते करती थी | मैं उससे ऐसे ही कभी कभी बाते किय करता था और वो कभी कभी मुझे घर में भी बुला लिया करती थी | जब वो मुझसे ऐसे बाते करती थी तो मैं समझ गया की ये मुझे लाइन मारती है और उसके मौके का सही फयदा भी उठा लेटा हूँ | वो जब कभी मेरे घर आती तो मैं भी उसे लाइन मारता और उसके साथ मजाक भी कर देता | दोस्तों एक दिन की बात है जब मैं अपने घर में अकेला था और मेरे भैया मम्मी बाहर गए हुए थे | उस टाइम वो मेरे घर आई और मेरी तरफ किस करती हुई सीधा किचन में चली गयी | उसका वो किस करना मुझे बहत अच्छा लगा और जब वो किचन में सामन ले रही थी तो वो नीचे झुकी हुई थी जिसकी वजह से मुझे उसकी सेक्सी गांड मस्त दिख रही थी | मैं उसकी मस्त गोल गांड देखकर अपने आप पर कंट्रोल नही कर पाया और उसे अपनी बाँहों में उठा कर अपने रूम में ले गया |
दोस्त जब मैं उसे रूम में ले गया तो वो मुझसे छोड़ने के लिए कहने लगी पर मैं उसकी किसी बात पर ध्यान ने देते हुए उसको अपनी बाँहों में जकड़े हुए था और उसको दीवाल में सटा कर उसके गले में किस कर रहा था | पर वो मेरा साथ न देती हुई मेरी केद से छुटना चाहती थी लेकिन मैं उसको बहत कस के पकडे हुए थे और उसको चूम रहा था | वो कुछ देर तक तो ऐसे ही नाटक करती रही | फिर वो भी मेरा साथ देती हुई मुझे चूमने लगी | मैं उसके गले में किस करने के साथ उसके मस्त गोल बूब्स को कपडे के ऊपर से दबा रहा था | वो गर्म सांसे जोर जोर से ले रही थी | वो गर्म सांसे जोर जोर से लेती हुई मुझे चूम रही थी मैं उसे चूम रहा था | फिर मैंने उसकी रसीली होठो पर अपनी होठो को रख कर उसके होठो के रस को चूसने लगा | वो मस्त होकर मेरी होठो को चूस रही थी | मैं उसकी होठो को चूसने के साथ उसकी लेगी में हाथ डाल कर उसकी चूत को सहलाने लगा | उसकी चूत बहुत चिकनी थी और उसकी चूत में हाथ लगते ही चूत की गर्मी पाकर मेरा लंड पैंट को ऊपर चढाने लगा | अब वो बेकाबू हो गयी थी और सेक्सी आवाजे करने लगी थी | वो सेक्सी आवाजे कर रही थी इसका मतलब यही था की वो अब पूरी तरह से गर्म हो गयी थी | मैं भी अब अपने आप में नही था और उसकी चूत में ऊँगली घुसा दी जिसकी वजह से उसके मुंह में तेज सिसकियाँ निकाल गयी | उसका चेहरा लाल हो गया था और वो उसके जिस्म से ऊपर से नीचे तक आग लग गयी थी | मैं अब उसके कपडे निकालने ही लगा था की उसकी मम्मी ने उसे आवाज लगा दी और उसने मुझसे छोड़ने के लिए कहा | दोस्तों मुझे छोड़ने का मन तो नही कर रहा था पर उसकी मम्मी अगर घर में आ जाती तो दिक्कत हो जाती इसलिए छोड़ दिया | वो जाकर मुंह धुली और चली गयी |

उसके बाद मैं इसे ही मौके का इंतजार करने लगा की कब मुझे ऐसा मौका मिले और मैं दिव्या को नंगा करके उसके पुरे जिस्म के साथ खेलूं | मैं उसकी जवानी का मज़ा लेना चाहता था और उसको चुदाई का असली मज़ा देना चाहता था | उसके कुछ दिन बाद की बात है जब मेरे घर के सब लोग एक शादी में जा रहे थे मुझे भी जाना था पर मैं नही गया क्यूंकि दिव्या के घर के भी लोग जा रहे थे और दिव्या ने बीमार होने का नाटक किया था | ये मेरा दिव्या का प्लान था की हम दोनों नही जयेंगे और घर पर रुक कर मज़े लेंगे | उस रात जब सब लोग चले गए तक उसके 3 घंटे बाद वो मेरे घर में आई और मैंने सब दरवाजा बंद करके उसको अपनी बाँहों में उठा लिया | फिर उसे बेड पर लेटा दिया | वो मेरे लंड की भूखी थी इसलिए वो चुप चाप बेड पर लेट गयी | मैं उस पर भूखे शेर की तरह हमला कर दिया और उसके गोल चिकने बूब्स को हाथ में पकड कर दबाते हुए उसकी रसभरी होठो को मुंह में रख कर उसकी होठो के रस चूसने लगा | मैं उसकी होठो को मुंह में रख कर चूसने लगा | वो मेरा साथ देती हुई मेरी होठो को चूसने लगी | वो मेरी होठो को जोर जोर चूस रही थी और मैं उसकी रसीली होठो को चूस रहा था | मैं उसकी होठो को चूसने के साथ उसके गोल बूब्स को जोर जोर से मसल रहा था जिससे वो मचल रही थी | मैं उसके बूब्स को दबाते हुए उसकी कपडे निकाल दिये जिससे वो मेरे सामने पूरी तरह से बिना कपड़ो के आ गयी थी | वो बिना कपड़ो के बिस्तर पर लेट कर मचल रही थी | मैं उसके एक दूध को मुंह में रख के चूसने लगा | वो गर्म सांसे लेती हुई मेरे सर को जोर जोर से दबा रही थी | मैं उसके दोनों बूब्स को एक एक करके ऐसे ही कुछ देर तक चूसता रहा |
फिर मैंने अपने कपडे निकाल दिए | वो मेरे लंड को देख कर भूखी शेरनी की तरह मेरे लंड को हाथ में पकड कर हिलाती हुई मुंह में रख कर चूसने लगी | वो मेरे लंड को मुंह में रख कर जोर जोर से अन्दर बाहर करती हुई कुछ देर तक चूसती रही | फिर मैंने उसकी टांगो को पकड कर अपनी और खीच लिया और उसकी टांगो को फैला कर उसकी चूत में थूक लगा कर उसकी गुलाबी चूत के दाने पर लंड को रख कर घुसाने लगा | उसकी चूत बहुत टाईट थी जिसकी वजह से मेरा लंड उसकी चूत में नही घुसा | मैंने दुबारा अपने लंड के टोपे पर थूक लगाकर उसकी चूत में लंड के टोपे को घुसा कर घुसाने लगा | मैं उसकी चूत में जब लंड को घुसाने लगा तो वो मछली की तरह तडपने लगी और जोर जोर से तेज सांसे लेने लगी | मैं उसकी चूत में धीरे धीरे करके थोडा लंड घुसा कर एक जोरदार धक्के मारा | दोस्तों उसके मुंह से दर्द भरी चीख निकल गयी और उसकी चूत से खून निकलने लगा | वो रोती हुई बोली यार निकाल लो बहुत दर्द हो रहा है | पर मैं उसकी कोई बात सुने बिना उसकी चूत में धीरे धीरे अन्दर बाहर करने लगा | वो कुछ देर तक ऐसे ही तडपती रही फिर वो भी चुदाई का मज़ा लेने लगी | मैं उसकी चूत में जोर जोर से धक्के मारने लगा | वो आ आ आ आ… ऊ ऊ ऊ ऊ… ई ई ई ई ई… की सिसकियाँ लेती हुई अपनी चूत को हिला हिला कर चुदने लगी | अब वो चुदाई का मज़ा ले रही थी और मैं उसकी चूत में जोरदार धक्के मार रहा था | जब मैं उसकी चूत में धक्के मार रहा था तो वो उछल पड़ती | जब मेरा लंड के धक्के तेज हो रहे थे तो उसकी सिसकियाँ भी तेज हो रही थी | मैं उसकी ऐसे ही 15 मिनट तक चोदता रहा और मैं झड़ गया |
फिर मैंने उसकी चूत में उँगलियों को घुसा कर जोर जोर से हिलाने लगा जिससे उसकी चूत का पानी निकल गया | फिर हम दोनों ने कपडे पहन लिए | उस दिन मैंने उसकी मस्त चुदाई की थी और उस चुदाई के बाद मैं उसको 3 बाद और चोद चूका हूँ | अब वो मुझसे अपनी चुदाई कराने में मज़े लेती है और मैं उसकी चुदाई की इच्छा पूरी कर देता हूँ |
धन्यवाद…………

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पहली चुदाई के मज़े लिए भतीजे के साथ | uwrena.ru //uwrena.ru/free-sexstories/pahli-chudai-ke-maje-bhatije-ke-sath/ Fri, 29 Dec 2017 15:58:21 +0000 //uwrena.ru/free-sexstories/?p=1577 pahli baar chudai हेल्लो दोस्तों मेरा नाम रूबी है | दोस्तों मैं आज आप लोगो की सेवा में अपनी एक कहानी को लेकर आई हूँ | मैं जो आज कहानी आप लोगो के सामने प्रस्तुत करने जा रही हूँ ये मेरे जीवन की सच्ची कहानी है | दोस्तों मैं जब 12 साल की थी मुझे तब से ही चुदाई की कहानी पढ़ती आ रही हूँ | मैं चुदाई की कहानी और सेक्सी मूवी देखना बहुत पसंद है | मैं जब भी सेक्सी मूवी देखती हूँ तो मेरी चूत गीली हो जाती है और मैं अपनी चुदाई कराने के लिए तडपने लगती हूँ | दोस्तों मैं जो कहानी आप लोगो के सामने प्रस्तुत करने जा रही हूँ ये मेरे पहले सेक्स की कहानी है | जो मैंने अपने छोटे भतीजे के साथ की थी | मैं कहानी को शरू करने से पहले अपने बारे में बताना चाहती हूँ | मैं रहने वाली बंगाल की हूँ | मैं दिखने में ज्यादा गोरी नही हूँ पर मेरा फिगर सेक्सी हैं | मेरे फिगर का साइज़ 32 29 34 है | मेरी हाईट 5 फुट 6 इंच है | मेरी उम्र 19 साल है | मैं आप अब अपनी कहानी को शुरू करती हूँ | मैं आप लोगो से आशा करती हूँ की आप लोगो को मेरी कहानी पसंद आयेगी | अगर आप लोगो को मेरी कहानी पसंद आती है तो मुझे जरुर बताएं |
मेरे घर में 5 लोग रहते हैं | मेरे मम्मी पापा और मेरे छोटे चाचा उनका लकड़ा रहते हैं | चाची की कुछ दिन पहले मौत हो गयी थी | मेरा घर बहुत बड़ा बना है और मेरे घर में काफी कमरे है | मैं जिस कमरे में रहती हूँ वो कमरा छत पर हैं और मेरे कमरे के पास में मेरा भतीजा रहता हैं | मैं आप लोगो को अपने भतीजे के बारे में बता देती हूँ | उसका नाम धीरज है | वो दिखने में गोरा है और स्मार्ट भी लगता है | धीरज की उम्र 18 साल है | दोस्तों वो मुझे छोटा है और दिखने में भी वो मुझसे छोटा ही लगता हैं | धीरज अभी 11 वीं में पढता है | हम दोनों रात को साथ में पढ़ते हैं और कभी कभी तो एक ही रूम में सो जाते हैं | मैं गोरी नही हूँ जिसकी वजह से मेरा कोई बॉयफ्रेंड नही है | मैं भी अपना बॉयफ्रेंड बनाना चाहती थी और उसके साथ चुदाई के मज़े लेना चाहती थी | पर मैं सुन्दर नही दिखाती हूँ जिसकी वजह से मुझे कोई अपनी गर्लफ्रेंड नही बनाता था | एक दिन जब मैं और धीरज पढाई कर रहे थे और हम दोनों को पढाई करते हुए काफी टाइम हो गया | तब मैं तो लेट गई उसके कुछ देर बाद धीरज भी मेरे ही कमरे में लेत गया | मैं जब उस दिन उसके साथ लेती थी तो मुझे उस रात कुछ लगा | जब मैंने देखा तो उसका लंड खड़ा था | मैं उसका लंड देख कर सोचने लगी की क्यूँ न इसका साथ ही चुदाई के मज़े ले लूँ | वो उस रात सो रहा था और मैंने अपनी गांड को उठा कर कर लंड के आगे कर दिया | मैं अपनी गांड को उसके लंड से रगड़ने लगी | जब मेरी गांड लंड उसके लंड में रगडती तो मुझे बहुत मज़ा आ रहा था | मैं ये कर ही रही थी की मुझे लगा धीरज जग गया है | मैं अब चुप चाप चादर के अन्दर मुंह करके ले गयी |

फिर वो बिस्तर से उठ कर टॉयलेट में गया और उसके कुछ देर बाद आया | वो आकर फिर से सो गया | जब सुबह हुई तो मैं उठी और नहा कर फ्रेस हुई फिर मैं नाश्ता करने के लिए टेबल पर बैठ गयी | कुछ देर में धीरज भी तैयार होकर आ गया और वो भी नाश्ता करने के लिए बैठ गया | फिर हम दोनों एक साथ नाश्ता करने लगे | हम दोनों नाश्ता करने के बाद अपने अपने कॉलेज चले गए | मैं उस दिन धीरज को पटाने के बारे में सोच रही थी | मैंने सोच लिया था की मैं धीरज से ही चुदाई के मज़े लुंगी | अब मैं और धीरज जब ही साथ में पढ़ते मैं उस दिन धीरज को अपने साथ लेटने के लिए कहती | जब वो मेरे पास लेटता था तो मैं उसके लिपट जाती और जब वो सो जाता तो मैं उसके लंड को हाथ में पकड़ा लेती थी | मैं उसके साथ अक्सर ऐसे ही किया करती थी | पर मुझे ये नही पता था की जो मैं करती हूँ वो सब जनता है | उस रात जब मैं और वो लेते थे उस दिन मैंने उसकी होठो पर किस की और उससे लिपट कर लेती थी साथ में उसके लंड को कपडे के ऊपर से सहला रही थी | उसके दुसरे दिन उसने मुझसे कहा आप क्या करती रहती हो | दोस्तों मैं कुछ उसकी बात को समझी नही पाई और मैंने उससे कहा तुम क्या बता रहे हो | तब उसने कहा कुछ नही और उसके कुछ दिन बाद की बात है जब मैं उसके साथ लेट कर फिर वही सब करने लगी तो उसने मेरा हाथ पकड लिया | फिर बोला मैं उस दिन इसी के बारे में पूछ रहा था | दोस्तों मैं चुदना चाहती थी इसलिए कह ही दिया की यार धीरज तेरी कोई गर्लफ्रेंड है | उसने कहा नही | तब मैंने उससे कहा मेरा भी कोई बॉयफ्रेंड नही है | हम दोनों ऐसा करते हैं की बॉयफ्रेंड गर्लफ्रेंड की तरह रहते हैं | धीरज ने कहा नही घर में कोई जान गया तो मुझे बहुत मार पड़ेगी | मैंने उसे समझया की वैसे भी यहाँ कोई नही आता है | मैंने उसे ऐसे ही कुछ देर तक समझया तो वो मान गया | तब मैं उसकी होठो पर अपनी होठो को रख कर उसकी होठो को चूसने लगी | वो मेरी होठो को चूसने लगा | हम दोनों एक दुसरे ही होठो को ऐसे हो कुछ देर तक किस करने के बाद सो गए | उस दिन के बाद हम दोनों अक्सर एक दुसरे की होठो को चूसते और वो मेरे बूब्स को भी दबा देता | जब वो मेरे साथ ऐसा करता तो मुझे बहुत मज़ा आता और मैं सोचती जब इसमें इतना मज़ा आता है तो चुदाई में कितना मज़ा आता होगा |
उसके कुछ दिन के बाद की बात है जब मैं और धीरज लेते थे | उस दिन मैंने उसकी होठो पर अपनी होठो को रख दिया | वो मेरी होठो को हमेशा की तरह मुंह में रख कर चूसने लगा | वो मेरी होठो को चूसने लगा और मैं उसकी होठो को चूसने लगा | वो मेरी होठो को चूसने के साथ मेरे बूब्स को कपडे के ऊपर से दबाने लगा | वो मेरे बूब्स को जोर जोर से मसलने के साथ मेरी होठो को चूस रहा था | मैं मज़े लेती हुई उसकी होठो को चूस रही थी साथ में अपने बूब्स को दबवा रही थी | वो मेरी होठो को ऐसे ही कुछ देर तक चूसने के बाद | मुझसे मेरे कपडे निकालने को कहा और मैंने अपने कपडे निकाल दिए जिससे मैं उसके सामने ब्रा और पैंटी में आ गयी | वो मुझे ब्रा और पैंटी में घुर घुर कर देखने लगा | वो मुझे कुछ देर तक देखने के बाद मुझसे लिपट गया और मेरे जिस्म पर किस करते हुए मेरी ब्रा खोल दी | वो मेरी ब्रा को खोलने के बाद मेरे एक दूध को मुंह में रख कर चूसने लगा | मैं उसके सर को दबाती हुई गर्म सांसे लेने लगी | वो मेरे एक दूध को मुंह में रख कर चूस रहा था और दुसरे वाले दूध को हाथ में पकड कर दबा रहा था | मैं चुप चाप बिस्तर पर लेट कर अपने बूब्स को चूसा रही थी | फिर उसने मेरे पहले वाले दूध को छोड़कर मेरे दुसरे वाले दूध को मुंह में रख कर चूसने लगा | वो मेरे पहले दूध को हाथ में पकड कर दबाने लगा और दुसरे वाले दूध के निप्पल को मुंह में रख कर पीने लगा | वो मेरे दोनों बूब्स को ऐसे ही कुछ देर तक चूसने के बाद | उसने अपने कपडे निकाल दिए जिससे वो भी बिना कपडे के अ गया | फिर वो मेरी टांगो को फैला कर मेरी चूत में थूक लगाया और अपने लंड पर थूक लगा कर मेरी चूत के मुंह में लंड को रख कर रगड़ने लगा | उसके लंड के स्पर्स से मेरे जिस्म में आ लग गयी और मेरी मुंह से सिसकियाँ निकल गयी |
वो मेरी चूत पर ऐसे ही कुछ देर तक लंड को रगड़ने के बाद उसने एक जोरदार धक्का मारा पर मेरी चूत टाईट होने की वजह से उसका लंड बाहर ही रह गया | उसने दुबारा मेरी चूत में थूक लगा कर अपने लंड के टोपे को मेरी चूत में घुसा कर धीरे धीरे करते हुए घुसा दिया | दोस्तों उसका लंड जैसे ही मरी चूत में घुसा तो मेरी मुंह से एक दर्द भरी अह निकल गयी और मेरी आँखों में पानी आ गया | तब धीरज ने मेरी होठो पर अपनी होठो को रख कर चूसने लगा | मैं दर्द की वजह से कुछ देर तक तो चुप चाट लेती रही रही | फिर मैंने अपनी चूत को सहलाने लगी तो वो मेरी कमर को पकड कर अन्दर बाहर करते हुए मुझे चोदने लगा | वो मेरे बूब्स को हाथ में पकड कर मेरी चूत में जोरदार धक्के मारने लगा | वो मेरी चूत में जोरदार धक्के मार रहा था | मैं आ आ आ… उ उ उ…. ह ह ह ह…. आ अ अ अ…. की सेक्सी आवाजे करती हुई चुदने लगी | वो मेरी चूत में इतने जोर जोर से धक्के मारने लगा की धक्को की आवाज कमरे में गूंजने लगी | वो मेरी चूत में ऐसे ही जोरदार धक्को के साथ 10 मिनट तक चोदने के बाद मेरी चूत से लंड को बाहर निकाल कर मेरी चूत के ऊपर ही झड़ गया | झड़ने के बाद वो मेरे ऊपर लेट गया और मेरी होठो को पर किस करने लगा | फिर हम दोनों ने अपने अपने कपडे पहन लिए | उस रात मुझे चुदाई में बहुत मज़ा आया और उस चुदाई के बाद में अक्सर उसके साथ चुदाई किया करती हूँ |
ये थी मेरी कहानी | धन्यवाद दोस्तों…….

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शिप्रा की अन्तर्वासना मिटाई | uwrena.ru //uwrena.ru/free-sexstories/shipra-ki-antarvasna-mitai/ Sat, 28 Oct 2017 16:59:04 +0000 //uwrena.ru/free-sexstories/?p=1214 pyasi chut नमस्कार दोस्तों, मैं निखिल हाजिर हूँ एक सच्ची घटना की कहानी लेकर | मेरी ये कहानी लंड के मालिकों का लंड खड़ा कर देगी और चूत वालियों की चूत में खुजली पैदा कर देगी | मैं इलाहाबाद का रहने वाला हूँ और इंजीनियरिंग की पढाई कर रहा हूँ | मेरा कद साढ़े पांच फुट है और रंग गोरा और बॉडी स्लिम है | चलिए अब कहानी पर आता हूँ |
मेरी एक दोस्त है जिसका नाम नीता है | वो मेरी अच्छी दोस्त है और हम अक्सर मिलते रहते हैं और साथ में कई बार हुक्का और दारु वगैरह पी लेते हैं | एक बार की बात है | मैंने मिलने का प्लान बनाया और उसको अपने घर पर बुलाया | वो आई लेकिन इस बार उसकी एक नई फ्रेंड शिप्रा भी साथ थी | शिप्रा देखने में थोड़ी मोती थी और उसके दूध बड़े बड़े थे | वो लगभग अठारह की रही होगी | नीता ने बताया की आज शिप्रा के मम्मी पापा कहीं गये हुए हैं इसीलिए वो नीता के घर आ गयी थी और जब मैंने उसे पार्टी में बुलाया तो वो शिप्रा को भी साथ ले आई | मैंने कहा कोई बात नही, अच्छा किआ | मैंने शिप्रा से वेलकम कहा और उसको हग किआ | उसको हग करते टाइम उसके बड़े दूध मेरे सीने में लड़ रहे थे और मेरा खड़ा हो गया | कैसे भी मैंने खुद को कंट्रोल किआ और हमने पार्टी शुरू कर दी | हम तीनो ने ढेर सारी दारु पी और फिर डांस भी किआ | रात के लगभग ९ बजे जब हम तीनो थक गये डांस करते करते तो नीता बोली की अब लेट हो रहा है और उसे जाना पड़ेगा | अब मैं शिप्रा की तरफ मुदा तो देखा की उसे चढ़ गयी थी और उसे उलझन सी हो रही थी | अब मुझे और नीता को टेंशन हो गयी | शिप्रा बोलने लगी की अब वो जरा भी चल नही सकती वरना उसको उलटी हो जाएगी और वो अभी सोना चाहती है | थोडा सोचने के बाद के बाद नीता बोली मुझसे की क्या तुम एक काम कर सकता है मेरे लिए | मैंने बोला क्या तो वो बोली की मैं अभी इसे ले तो जा नही सकती अपने साथ तो आज रात इसको अपने घर पर रख लेगा क्या | मैं मान गया | फिर मैंने नीता तो बाय बोला और उसे दरवाजे तक ड्राप किआ | वापस रूम में आकर मैंने शिप्रा से बोला की तुम बीएड पर लेटना चाहोगी या सोफे पर तो बोली की अभी प्लीज मेरे पास बैठो | मुझे बड़ा अजीब लग रहा है | मैंने बोला ठीक है और फिर मैं उसके पास बैठ गया | वो मेरा पकड़ पर बोली की निखिल, हर कोई मुझे धोखा क्यूँ देता है | मैं समझ गया की वो अपने पिछले बॉयफ्रेंड को याद कर रही है क्यूंकि बातों ही बातों में उसने अपने ब्रेकअप के बारे में बताया था | मैंने बोला अरे पागल क्यूँ टेंशन ले रही है, हर कोई थोड़ी ऐसा होता है | जल्द ही तुझे कोई दूसरा और अच्छा बॉयफ्रेंड मिल जाएगा | वो साद सी हो गयी और मेरा हाथ सहलाने लगी | मैंने उसको इमोशनल सपोर्ट देने के लिए बैठे बैठे उसको हग किआ तो वो कंट्रोल से बाहर हो गयी और सीधा मुझे लिप्स पर किस करने लगी | मैंने छुड़ाया और बोला की शिप्रा, मई तुम्हारा बॉयफ्रेंड नही हूँ | वो बली की क्या बस आज रात के लिए मेरे लिए इतना नही कर सकते | मैंने बोला की मैं उससे प्यार नही करता तो बोली बस आज रात तो प्यार दे सकते हो न | मैं मान गया |
फिर हम दोनों ने किस करना शुरू कर दिया | मैं समझ गया की उससे उसकी नई नई जवानी संभल नही रही है और वो आज चुदवाना चाहती है | मैंने मन में सोचा की चलो पार्टी का कुछ तो फायदा हुआ | मैंने भी उसे किस करना शुरू कर दिया | किस करते करते वो मेरे कपडे निकलने लगी | मेरी शर्ट निकल कर वो सीधा मेरे सीने पर किस करने लगी | वो मेरे एब्स देख कर बोली की क्या एब्स हैं | फिर वो मेरे एब्स को चूमने लगी | वो फिर से मेरे ऊपर आई और अब मैंने उसके कपड़े उतारने शुरू कर दिए | मैंने उसका टॉप उतार दिया तो उसके बड़े बड़े दूध ब्रा के ऊपर से ही मेरे सामने आ गये | दोस्तों सच में उसके दूध बहुत मस्त और बड़े थे | मैंने उसके दूध दबाने शुरू कर दिए | फिर मैंने उसकी ब्रा उतार दी | उसके दूध जैसे ही मेरे सामने आये, मैंने बिना देर किये उन्हें चुसना शुरू कर दिया | फिर मैंने उसको किस करना शुरू कर दिया और वो अब मुझे लिप्स पर किस करते करते नीचे जाने लगी | मैं लेता हुआ था बेड पर | वो अब फिर से मेरे सीने पर किस कर रही थी | फिर वो मेरे एबीएस पर किस करते करते मेरी पेंट खोलने लगी | फिर उसने मेरी पेंट निकल दी और मेरी अंडरवियर के ऊपर से मेरे खड़े लंड को सहलाने लगी | थोड़ी देर बाद उसने मेरी अंडरवियर को भी निकाल दिया | अब मेरा 6 इंच का लंड उसका सामने था | वो खुश हो कर बोली वाओ क्या लंड है.. मजा आ गया | फिर वो मेरे लंड को अपने हाथों में लेकर बड़े सेक्सी अंदाज में सहलाने लगी | उसके सहलाने के अंदाज से मेरा लंड एकदम तन गया और खड़ा हो गया | अब उसने मेरे लंड पर किस करना शुरू कर दिया | उसने बड़े सेक्सी अंदाज में मेरे लंड के टोपे को अपने मुंह में लिया और उसे चूमने लगी | फिर उसने मेरा लंड अपने मुंह में लेकर चूसने लगी | उसके लंड चुसाई का अंदाज मैं आज तक नही भूल सकता | वो बड़े ही कामुक अंदाज में मेरा लंड अपने मुंह में लेकर चूस रही थी | बीच बीच में वो मेरे टट्टे से सहला रही थी और उन्हें चूम रही थी | उसके मुंह से ग्प्प्प ग्प्प्प पप प्ग्गप्प पप पपप पप प की आवाज भी आ रही थी | काफी देर तक वो मेरा लंड चुस्ती रही और फिर जब मैं झड़ने वाला था, उसने मुझसे कहा की वो मेरे लौड़े का सारा माल पीना चाहती है | मैंने बोला ठीक है | फिर मैं उसके मुंह में ही झड गया | वो मेरा सारा माल बड़े प्यार से पि गयी और चाट चाट कर मेरा लंड साफ़ करने लगी |
अब मैं उठा और उसकी जीन्स निकलने लगा | मैंने उसकी जीन्स निकाल दी और फिर उसकी पेंटी भी निकाल दी | उसकी चूत मोटी थी और बहुत गीली थी | उसने बताया की उसका पिछला बॉयफ्रेंड दूर रहता था और उसने कभी आज से पहले चूत नही चुदवाई थी | बस ऊँगली कर के कम चला लेती थी | मैंने उसकी गीली चूत में ऊँगली घुसेड दी और ऊँगली से उसकी चूत चोदने लगा | वो बड़े मादक ढंग से आ आआअ ह्ह्ह्ह ह ह्ह्ह्ह ह ऊ ऊऊऊउ ई इ इ ईई इ ई इ ई ई इ इ ई इ ऊ उ उ ऊ उ ऊऊउ उ ई इ ईई इ इआआ ह हह हह ह ह हह ह ओह्ह ह हह ह ह हह ह्ह्ह ह ऊऊ ऊऊ उ ऊ इ इ इ ईई ई इ इ ई ईईइ इ ईईई उह ह्ह्ह ह हह ह ह ह ह ह ह्ह्ह्ह करने लगी | फिर वो बोली की उससे कंट्रोल नही हो रहा और उसे तुरंत अपनी चूत में मेरा लंड चाहिए | मैंने बोला ठीक है | फिर मैंने अपना लंड उसकी चूत पर टिकाया और हल्का सा धक्का दिया | अभी मेरा बस टोपा ही अन्दर हुआ था की वो चिल्ला पड़ी और दर्द से रोने लगी | मैंने लंड निकाला नही और डाले हुए ही उसके दूध दबाने लगा और उसे किस करने लगा |
अब मैंने थोडा और धक्का दिया और अपना आधा लंड उसकी चूत में घुसेड दिया | अब वो दर्द से कराहने लगी | मैंने बिना देर किये एक ही झटके में बाकी बचा हुआ लंड भी उसकी चूत में डाल दिया | वो चुहुंक पड़ी और चिल्ला कर ऊऊउ ईईइ इ ईईई आह्ह्ह मर गयी मई.. उईईई ह्ह्ह्हह्ह हह ह हह अ आह हह हह ह्ह्ह्ह ह हह ह हह ऊऊ उई इ ई इ ह ह हह ह ह ह हह ह करने लगी | जब थोडा शांत हुई तो मैंने अपना लंड अन्दर बाहर करना शुरू आकर दिया | थोड़ी देर बाद उसे भी मजा आने लगा और वो बड़ी मस्ती से चुदवाने लगी और आह ऊऊ ऊऊ ईई ह्ह्ह आह करने लगी | फिर मैंने उससे घोड़ी बनने को बोला और फिर उस पोजीशन में चोदा | करीब आधे घंटे की जोरदार चुदाई के बाद वो झड गयी | थोड़ी देर और चोदने के बाद मैं भी झड़ने वाला हुआ तो मैंने लंड उसकी चूत से निकल आकर उसके मुंह में घुसेड दिया और उसके मुंह में अपना सारा माल निकाल दिया |
उस रात हमने करीब 5 बार चुदाई की और वो भी अलग अलग पोजीशन में | आज उसका बॉयफ्रेंड बन गया है लेकिन फिर भी कभी कभी वो खुद से मुझसे चुदवाने आती है | तो दोस्तों, ये थी मेरी सच्ची कहानी |

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एक्स-गर्लफ्रेंड के साथ जोरदार चुदाई – 2 | uwrena.ru //uwrena.ru/free-sexstories/ex-girlfriend-ke-sath-jordar-chudai-2/ Thu, 26 Oct 2017 17:31:08 +0000 //uwrena.ru/free-sexstories/?p=1203 हेल्लो दोस्तों | मैं हूँ राघव और मैं आपको अपनी एक्स-गर्लफ्रेंड के साथ चुदाई की कहानी सुना रहा था | पिछले भाग में मैंने बताया की कैसे वो मेरे पास आना चाहती थी और मैंने सेक्स की शर्त रखी और वो मान गयी | अब आगे:
हम दोनों एक दुसरे से लिपटे लेते थे | थोड़ी देर ऐसे ही पड़े रहने के बाद फिर हमने फिर से किस करना शुरू किआ | मैं उसके लिप्स पर जोर से किस किये जा रहा था और वो भी मेरा साथ दे रही थी | फिर मैंने धीरे धीरे कहा “ बेबी, अब वो करे जो हम करने आये थे?” | वो बोली “ओके बाबु” | मैं उसके स्तनों को किस करते हुए नीचे उसकी चूत में ऊँगली करने लगा | वो आःह्ह.. उह्ह.. अ आ आह आह आ आया आहा आहा अह्ह्ह आहा हा आ हा हा अह हा हा हा हा अह हा अह अह हाहाह हहहह्हा आहा हा अआः अआहा.. करने लगी | मुझे उसका ऐसे चिल्लाना अच्छा लग रहा था और मुझे और उत्तेजित कर रहा था | मैंने अब एक की बजाय दो उँगलियाँ उसकी चूत में डाल दी | वो एकदम से उछल पड़ी | बोली “बाबु आराम से करो जो भी करना है | आज तुम्हारी ही हूँ, तुम्हारे पास ही हूँ | जो भी करना है करो लेकिन आराम से” | मैंने भी बोला “ओके बेबी” | फिर मैं उसकी चूत में ऊँगली अन्दर बाहर करने लगा | वो सिसकियाँ ले रही थी और बड़े मजे से आह.. आआअ.. ऊ. ऊ उआ आया अ अ आहा आहा आहा आहा हा ह अह अह अह अह अह अह अह अह अह्आआआ आअहह्हहह अहः उई आः आःह्ह्ह करने लगी | उसकी सिसकियाँ सुन के मुझे जोश आ गया | अब मैंने फैसला किआ अब मैं उसे तुरंत चोद कर ही दम लूँगा |
मैंने अब उसके पैर फैलाये और अपना बड़ा सा लंड उसकी चूत से रगड़ने लगा | उसकी चिकनी गुलाबी चूत देख कर मेरा लंड एक दम सीधा खड़ा हो गया और उसकी चूत को सलामी देने लगा | मैंने उसकी टांगों को पकड़ा और अपना लंड धीरे से घुसाने लगा | मेरी गर्लफ्रेंड फातिमा उईईईईईईईईईईईई करके चिल्ला पड़ी एकदम से | मैंने लंड निकाला नही फिर भी | मैंने थोडा इंतजार करने के बाद फिर लंड को उसकी चूत में घुसाने का प्रयास किआ | वो रो पड़ी | मैंने देखा की उसकी बड़ी बड़ी आँखें सच में छलछला पड़ी | मैंने उस पर तरस कहा कर अपना लंड वापस निकला तो देखा की उसकी सील टूट चुकी थी और मेरे लंड पर उसकी चूत का खून लगा था | अब मैं समझ गया की वो ऐसे क्यूँ चीखी थी | मैंने उसको उठाया और उसके लिप्स पर किस करने लगा | फिर मैंने उसके आंसूं पोछे | जब वो थोडा नार्मल हुई तो मैंने बहुत आराम से उसकी चूत में फिर से अपना लंड डाल दिया | इस बार भी उसे दर्द हुआ लेकिन पिछली बार से थोडा कम | अब मई धीरे धीरे अपना लंड अन्दर बाहर करने लगा | मुझे मजा आ रहा था क्युन्किन उसकी चूत बहुत टाइट थी | वो अभी भी थोडा रो रही थी लेकिन साथ ही साथ थोड़े मजे भी ले रही थी | उसके मुंह से लगातार आह्ह हह आया अ आया ऊऊ आया आह्ह आहा हा अह अह अह अह अहाह अह अह अह अह अह अह अह अह अआः अह हा हा हा अह अह अहा अअ अ औऊ उ उ उ उ ऊ ऊऊऊउ उ ऊ उ आःहा आः आहा हा हा हा हा हा हा हा हा अह अह आहा अ अ अ अ आह्ह्ह्हा हह्ह्ह्हा अ अह्ह्ह्हा हहह्हा आहा ह अह अह अह आहा हा उईईईईईईईईईईईई निकल रहा था | मैं उसे छोड़ते हुए उसके स्तनों को भी मसल रहा था | दोस्तों मई आप लोगों को बता नही सकता की क्या ससेने था | ऐसा लग रहा था मानो जन्नत मिल गयी हो | सच कहूं दोस्तों तो अगर ऐसी लड़की चोदने को मिल जाये तो जन्नत धरती पर ही है | मैंने चोदते हुए उसे किस करना चालू रखा ताकि उसे थोडा अच्छा लगे | अब हम लोगों ने सोचा की चलो अब 69 पोजीशन का मजा लेते हैं | मैंने उसको लिटाया और खुद उसके ऊपर दूसरी दिशा में लेट गया | अब मेरा लंड उसके मुंह के ठीक सामने था और मेरा मुंह उसकी चिकनी सी चूत के ठीक सामने था | मैंने बिना देरी किये उसकी चूत में अपनी जीभ घुसा दी | उसे अच्छा लगा | उसने भी बदले में मेरा लंड अपने मुंह में लिया और अच्छे से चूसने लगी | दोस्तों उसकी चिकनी चूत की वो खुशबू मैं आज तक नही भूल पाया हूँ और शायद कभी भूल भी न पाऊं | वो मेरा लंड चुसे जा रही थी और साथ ही उसकी सिसकियाँ भी चालू थीं | वो आह्ह अह्ह्ह अहहहा हा हा हा अह हां अह अह अह अह हा हा हा हाआआ ऊऊ उ उ उ ऊ उ ऊऊ ऊ उ उऔउऔऔअ आआऔऊऊ कर रही थी | मैंने उसकी चूत में अपनी ऊँगली डाली और अन्दर बाहर करने लगा | मैंने उससे मेरे टट्टे चाटने को बोला | वो मान गयी और उसने मेरे टट्टे अपने मुंह में ले लिए | वो उन्हें अच्छे से साफ़ करने लगी | मेरे लंड को टोपे को अब वो बार बार बहुत प्यार से किस कर रही थी | मुझे बहुत अच्छा लग रहा था | मैं भी उसके चूत के दाने को अपनी जीभ से कहते जा रहा था और उसको उत्तेजित कर रहा था | धीरे धीरे हम दोनों काफी गरम हो गये और हमने सोचा की चुदाई फिर से शुरू करते हैं | मैंने बोला की इस बार अलग पोजीशन में करते हैं | मैं लेट गया और उसको बोला की मेरे लंड पर आके बैठ जाये | वो आई और मेरे लंड पर बैठ गयी | मुझे उसके बैठने का तरीका बहुत अच्छा लगा | मेरा लंड उसकी चूत के अन्दर था | वो धीरे धीरे मेरे लंड पर उछलने लगी और साथ ही सिसकियाँ लेने लगी | उसके मुंह से आह्ह अहः अह अह अह अह अह अह अह अह अहौउऔऊ आः हा हा हा हह्ह्हा अह आहा हा ह ह ह हाहाह अह हा हा हा हा हा औऊउह्ह अह आहा हाह हा हा हा हा हा अहहह्हहाहा हा अह अह आहा उईईई उई इ इ ई इ इ इ इ ऊऊउ उ उ ऊ उ ऊऊई निकल रहा था | मैंने उसके दूध दबाना शुरु कर दिया और उसके निप्पल को मसलने लगा | क्या बताऊँ दोस्तों क्या नजारा था | मैंने उसके चूतडों को भी हलके से दबा दिया | क्या कोमल से बड़े से चुतड थे उसके | एकदम मस्त | फिगर तो वैसे भी उसका बहुत अच्छा था | मैं उसकी चुदाई किये जा रहा था और वो ऊ ऊऊउ ऊऊ उईइ आआ अआहह्ह्ह आहा हा हा हा हा उई अल्ला आः आआअह्ह्ह्ह अहह हा हा हा हाहाहा किये जा रही थी | मुझे लगा की वो झड़ने वाली है | इसीलिए मैंने कहा की रुको पोजीशन बदलते हैं | मैंने उसको घोड़ी बनने को बोला | अब मैं उसके पीछे आ गया और उसकी चूत में अपना लंड घुसेड़ने लगा | मैंने एक झटके में पूरा लंड डाल दिया | वो चिल्ला पड़ी लेकिन मैंने इस बार निकाला नही | मैंने सोच लिया था किस इस बार जोरदार चुदाई करूंगा | मैंने उसकी कमर पकड़ी और उसकी चूत की जोरदार चुदाई शुरू कर दी | वो आआ आआ अह्ह्ह हा हा हा हा हा औऊउ ऊऊईइ ऊऊ ई ईईइ इ इ इ इ इ इऊउ ईईईऊऊऊ उई आआ आःह्हा अह आहा हहहहः ऊऊ उ उ उ ऊऊ ईई इ इ ई ई इ चिल्लाये जा रही थी और मैं था की रुकने का नाम ही नही ले रहा था | मैंने अब उसके चूतडों पर थप्पड़ मारना शुरू कर दिया | उसके प्यारे से चुतड सेब की तरह लाल हो गये | मैंने उसकी चूत को बेतहाशा चोदना चालू रखा | वो आआअ अहहहा अह हा हा हाह्ह्ह्ह अह्ह्ह्हा अह्हहहह्हाहा हा अह अह अह हा हा अह हा अह ऊऊ उ इ इ ई इ ई इ ऊ ऊऊ ई इ ई इ ईईईईईईई इ इ ई इ इ इआ अ अ अ अ ह्ह्ह करना बंद ही नही कर रही थी | उसकी नशीली आवाज़ से मुझे और जोश आ रहा था और मैं उसे और जोर से चोद रहा था | वो बोली की वो झड़ने वाली है | मैंने कहा ठीक है थोड़ी देर में मैं भी झड़ने वाला हूँ | मैंने पूरा जोर लगा के उसकी चूत को चोदना चालू कर दिया | वो ऊऊ ऊऊऊऊ ईई ऊउईईई आआ अ अ अ अ आआह्ह्ह हा अह अह अह हा अह़ा अह अह अह अह अह अह अह अह अह़ा अ अ आआआ ऊऊऊ ईईइ ईई इ इ ई ईइअ करते हुए झड गयी | मैंने तुरंद उसकी चूत से लंड निकाला और उसको बिठा के उसके मुंह में घुसेड दिया | अब मेरा भी निकलने वाला था | मैं उसके मुंह में ही झड गया | मेरा ढेर सारा माल वो पी गयी | अब हम दोनी थक कर लेट गये और साथ में सो गये |
दोस्तों ये थी मेरी कहानी | आशा है आप लोगों को पसंद आई होगी |

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