Jija and Saali – जीजा और साली की चुदाई – Hindi Sex Stories | uwrena.ru //uwrena.ru Tue, 09 Jul 2019 15:47:33 +0000 en-US hourly 1 /> दोस्त की साली को चोदा | uwrena.ru //uwrena.ru/free-sexstories/dost-ki-saali-ko-choda/ Sat, 21 Oct 2017 02:23:35 +0000 //uwrena.ru/free-sexstories/?p=1182 हेल्लो दोस्तों मैं एक बार फिर एक कहानी लेकर आया हूँ | मेरा नाम अजय है मैं एक बार फिर अपनी कहानी लेकर आया हूँ | मैं राजस्थान का रहने वाला हूँ मेरी उम्र 25 वर्ष है | मेरे लंड की लम्बाई 6 इंच है जिसे देख कर अच्छी अच्छी लौंडियों की चूत मैं पानी आ जाता है | मैं एक साधारण युवक हूँ जो अपनी लाइफ को अपने हिसाब से इंजॉय करता हूँ |
दोस्तों वैसे मेरी जिन्दगी मैं कई मोड़ आये है | ये कहानी भी उन्ही में से एक है जो की मेरे साथ घटी हुई है और मैं आप लोगों के बीच आज लेकर आया हूँ | मुझे पता है की ये आप को पसंद आयेगी तो दोस्तों मैं आप सब का समय खराब न करते हुए अपनी कहानी पर आता हूँ |
दोस्तों मैं अपने एक ख़ास दोस्त की शादी मैं गया हुआ था वंहा पर मैं अपने दोस्तों के साथ खड़ा होकर इंजॉय कर रहा था | तभी मेरी नजर एक भाभी पर पड़ी जिनकी उम्र लगभग 26 या 27 की होगी कमाल लग रही थी | उनके चूतडो का उठान देख कर किसी का भी सामान हिलोरे लेने लगे और उनके गोल-गोल बूब्स देखकर तो मेरा सामान खड़ा होने लगा बड़ी मुस्किल से मैंने उसे सम्हाला और फिर मैं अपने दोस्तों के बीच बिजी हो गया |
पर सायद उन्होंने मुझे देख लिया था की मैं उनके बूब्स को देख रहा था इसी वजह से मैंने जब मुड कर देखा तो वो मुझे देख रही थी | तो मैंने नजरे वह से हटा ली पर मेरा मन नहीं मान रहा था तो मैंने अपने दोस्त से पुछा की जिसकी शादी थी की ये कौन है | तब मुझे पता चला की वो तो मेरे दोस्त की बड़ी साली है |
मेरी नजरे पूरी शादी में उन्ही पर टिकी रही और सायद उन्होंने ने भी इस बात पर गौर किया था | क्योंकि वो भी मुझे बहुत देर से घूरे जा रही थी | तो मैंने उनकी तरफ देख के प्यारी सी स्माइल की जिसका जवाब उन्होंने भी स्माइल से दिया | मानो मेरी तो लाटरी लग गयी हो फिर हम सब खाना खाने पहुंचे तो मैं अपने लिए प्लेट लेने गया तो वो भी प्लेट लेने मेरे पास आ गयी तो मैंने अपनी प्लेट उनको थमा दी और मैंने दूसरी प्लेट खुद ले ली वो मुस्कुरा कर वह से चली गयी | फिर पूरी शादी मैं हम एक दुसरे से इशारों से बाते करते रहे चलते वक़्त मैंने अपना मोबाइल नंबर चुपके उनको दे दिया और काल करने को कहकर मैं वहा से चला आया | उस रात मैं सो नहीं पाया मैं जब भी आँखें बंद करता उनका चेहरा मेरी आँखों के सामने घूमने लगता मैं उनके बारे मैं सोंच कर पागल हुआ जा रहा था की न जाने कब वो मुझे चोदने को मिलेंगी कब उनके उठे हुए मम्मे मसलने को मिलेंगे | उस रात तो मैं उनके नाम की मुठ मार के सो गया और उनके सपनो मैं खो गया |
अगले दिन उनका फ़ोन आया तो मैंने फोन उठाया क्या सेक्सी आवाज़ थी | लग रहा था की जैसे मैं 16 साल की लड़की से बात कर रहा हूँ | उसने अपना नाम सरिता बताया | मैंने कहा सरिता मुझे तुमसे प्यार हो गया है मैं तुम्हे बहुत चाहता हूँ | तो सरिता ने कहा की वो भी मुझे पसंद करती है | फिर हम दोनों एक दुसरे से रोज बाते करने लगे |
उसने बताया की उसके पति बिजनेस मैंन हैं और ज्यादातर घर से बाहर ही रहते है | और उसके घर मैं उसके सास-ससुर वो ही रहती है | और वो रोने लगी तो मैंने उसे चुप कराया और उसे पुछा की वो रो क्यों रही है | तो उसने बताया की उसके पति का चक्कर एक लड़की के साथ है और वो सही से उसकी आग नहीं बुझा पाता और उसका लंड भी बहुत छोटा इसी के कारण शादी के तीन साल बाद भी आज तक वो आज तक माँ नहीं बन सकी और उसके सास-ससुर उसे ताने देते रहते है |
मैं तो एक दम से उचल पड़ा जो बात मैं बोलना चाहता था की मैं उनकी चूत के लिए पागल हूँ | पर उसने ही वो बात बोल दी मैंने कहा की वो परेशान न हो मैं हूँ मैं उसकी प्यास बुझाऊंगा |
इस तरह हम दोनों एक दुसरे से गरम-गरम बाते किया करते थे और वो अपनी चूत मैं ऊँगली डाल कर और मैं मुट्ठ मार कर अपना कम चलने लगे | एक दिन की बात है | सुबह का समय था सरिता का फोन आया उसने बताया की उसके सास-ससुर आज बाहर जा रहे है | और आज शाम को मुझे अपने घर बुलाया आज वो समय आ ही गया जिसका हम दोनों को इन्तजार था | मैं तो खुशी से पागल होने लगा था | उस दिन मैं दिन भर सरिता के ख्यालो मैं खोया रहा | और शाम को मैं उसके घर पहुंचा और उसके दरवाजे की घंटी बजाई सरिता ने दरवाजा खोला तो मैं तो उसे देखता ही रह गया नीले कलर की नाइटी में कहर था रही थी |
उसे देखते ही मेरा लंड पैन्ट फाड़कर बाहर आने लगा तो उसने कहा अन्दर आओ राजा क्या आँखों से चोदोगे क्या तो मैं फिर उसके घर के अन्दर गया |
और उसने दरवाज़ा जैसे ही बंद किया मैंने उसे उठा कर अपनी बाँहों मैं ले लिया और उसके बेडरूम मैं ले जाकर बेड पे पटक दिया और अपने होंठों को उसके होंठो पर रख कर जोर से चुम्मा लेने लगा वो भी मेरा पूरा साथ दे रही थी वो मेरे बालो को पकड कर कसके किस कर थी | फिर मैं उसके मम्मो को मसलने लगा क्या मस्त मम्मे थे | एक दम कडक जैसे कि किसी ने छुआ ही न हो वो मदहोस होने लगी | मैंने उसकी नाइटी निकाल कर फेंक दी अब वो सिर्फ ब्रा और पैन्टी मैं मेरे सामने थी क्या गज़ब लग रही थी काली ब्रा और पैन्टी मैं फिर मैंने उसे उल्टा किया और उसके पीठ पर किस करने लगा और ब्रा के हुक खोल कर उसकी ब्रा निकाल कर फैंक दी और उसके मम्मो को आज़ाद कर दिया | और उसकी चूत मैं ऊँगली करने लगा उसकी पैंटी गीली हो चुकी थी | मैंने उसकी पैंटी निकाल दी और उसकी चूत पर अपना मुह रख कर उसे चाटने लगा और उसके मम्मो को अपने हांथों मैं लेकर मसलने लगा | वो मेरे सर को पकड़ कर मेरे मुह को अपनी चूत की ओर दबा रही थी | और जोर से सिस्कारिया ले रही थी | अब वो बहुत गरम हो चुकी थी उसने मेरी पैन्ट खोल दी और मेरा लंड को निकाल कर उससे खेलने लगी मेरा मोटा लंड देख कर वो बहुत खुश थी | उसने मेरा लंड अपने मुह मैं डाल लिया और उसे चूसने लगी मेरा लंड लोहे की राड की तरह कड़क हो चूका था | उसने मुझसे कहा की अब मुझे मत तडपाओ मेरे राजा डाल दो अपना लंड मेरी चूत में | बुझा दो इसकी प्यास बहुत दिनों से प्यासी है और तुम्हारे लंड का इंतज़ार कर रही है | मैंने अपने लंड के सुपाडे पर थोडा सा थूक लागाया और उसकी टाँगे फैलाकर उसकी चूत पर रगड़ने लगा | साथ मैं उसके मम्मो को मसलने लगा और एक जोर के धक्के के साथ मैंने अपना आधा लंड उसकी चूत मैं घुसा दिया वो एक दम चीख उठी इतने दिनों से सुखी पड़ी उसकी चूत टाइट हो चुकी थी| उसकी चीख निकलते ही मैंने अपने होंठो को उसके होंठो पर रख दिया और किस करने लगा और धीरे-धीरे धक्के लगाने लगा अब वो मेरा साथ देने लगी थी | मैंने भी धक्को की स्पीड बढ़ा दी और अपना पूरा लंड उसकी चूत मैं पेल दिया |
अब वो भी मज़ा ले रही थी और गांड उठा-उठा मेरा साथ दे रही थी उसकी मादक सिस्कारिया आह ओह्ह उम्ह्ह अह्ह्ह ओह्ह्ह अह्ह्हओ अह्ह्ह फक मी अहह ओह्ह्ह अह्ह्ह ओह्ह आह्ह आह्ह्ह उम्म्ह्ह ओह्ह्ह कम ऑन फक मी अहह ओह्ह्ह उम्ह्ह अह्ह्ह ओह्ह्ह उम्ह्ह्ह ओह्ह्ह अहह्ह्ह आह्ह्ह ओह्ह्ह आह्ह्ह्ह येस्स ओह्ह्ह उम्ह्ह्ह अह्ह्ह ओह्ह्ह उम्ह्ह्ह ओम्ह्ह्ह यस्स्स्स उम्म्हह्ह अह्ह्ह आह्ह्ह्ह ओह्ह्ह्म उम्ह्ह्ह अह्ह्ह्हा उम्ह्ह उम्ह्ह्ह पूरे कमरे में गूँज रही थी | उसकी मादक सिस्कारियों से मेरा जोश और बढ़ रहा था मैं और जोर से धक्के लगाने लगा | 15 मिनट की चुदाई के बाद वो झड गयी पर मैं कहा झड़ने वाला था | मैं बराबर धक्के लगाये जा रहा था और उसकी चुचियो पर अपना मुह रख कर उन्हें अपनी जीभ से सहला रहा था | वो आह्ह ओह्ह नो ओह्ह आह्ह्ह एस ओह्ह नो अह्ह्ह उम्ह्ह ओह्ह्ह अह्ह्ह ओह्ह्ह उम्ह्ह्ह अह्ह्ह उम्ह्ह ओह्ह्ह अह्ह्ह ओह्ह की आवाज़े निकाल रही थी और मेरे बालो मैं हाँथ डालकर सहला रही थी | अब मैं भी झड़ने वाला था तो मैंने उससे पूंछा की बाहर निकालू या अन्दर ही रहने दूँ उसने कहा अन्दर ही रहने दो | मैं धक्के लगाता गया उसकी चूत को अपने वीर्य से भर दिया उसके बाद हम एक दुसरे के ऊपर ऐसे लेटे रहे और एक दुसरे को चूमते रहे सरिता ने कहा आज जो मुझे आनंद मिला है वो आज तक मेरे पति मुझे नहीं दे पाए मेरी चूत धन्य हो गयी आज तुम्हारा लंड पाकर आज से चूत तुम्हारी फिर मने उस रात तीन बार चोदा और सुबह होते ही अपने घर चला आया | उसके बाद मैंने सरिता को कई बार चोदा |आज एक बच्चे की माँ है और वो मेरा बच्चा है |

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जीजा के लंड से हुआ प्यार | uwrena.ru //uwrena.ru/free-sexstories/jija-ke-lund-se-hua-pyar/ Sat, 05 Aug 2017 15:52:55 +0000 //uwrena.ru/free-sexstories/?p=795 हेल्लो दोस्तों, मेरा नाम पंखुरी है और मैं बंगलोर की रहने वाली हूँ | मेरी उम्र 26 साल की है और मैं बंगलोरे में अपने मम्मी और पापा के साथ रहती हूँ, मेरी एक बड़ी बहन थी जिसका नाम जूही है | उसकी शादी पशिचम बंगाल में पिछले साल हुई है | दिखने में मैं थोड़ी मोटी हूँ पर मेरा फिगर गदराया हुआ है | मेरे दूध के निप्पल के साथ साथ मेरी चूत भी गुलाबी है | मुझे स्कर्ट और शॉर्ट्स पहनना बहुत पसंद है | हफ्ते में एक बार मैं बियर जरुर पीती हूँ | ये मेरी पहली कहानी है जो मैं आप लोगों के सामने पेश करने वाली हूँ | तो अब मैं सीधा स्टोरी पर आती हूँ बिना वक़्त बर्बाद किये |

ये घटना पिछले साल नवम्बर की है जब मैं अपने जीजा जी और दीदी के घर गयी हुई थी, दोस्तों मेरे जीजा का खुद का माइंस का बिज़नस है और वो बहुत रिच भी है | अगर लुक की बात की जाये तो मेरे जीजा जी बहुत हैंडसम है और गोर चिट्टे भी है | उनका रहन सहन भी बहुत अच्छा था | सबसे ख़ास उनमे ये थी कि उनका नेचर बहुत प्यारा है | वो मुझे बहुत प्यार करते है और जब भी मैं उनके पास जाया करती थी | तो वो मुझे कुछ ना कुछ नया सरप्राइज गिफ्ट देते थे | नवम्बर में अच्छी खासी ठण्ड पड़ती है और मुझे ये ठण्ड का मौसम बहुत अच्छा लगता है | तो मैं दीदी और जीजा रात का खाना खाने के बाद तीन पत्ती खेलते थे | उस दिन तीन पत्ती का गेम मैं जीती थी तो जीजा और दीदी ने मुझसे वादा किया कि तुम्हे आई फोन सिक्स दिलायंगे | ये सुन कर मै बहुत खुश हो गयी थी, और सोचने लगी थी कि जैसे मेरी दीदी को इतने अच्छे और प्यार करने वाले जीजा जी मिले हैं काश मुझे भी ऐसा ही कोई मिल जाये तो मजा ही आ जायगा | रात 11 के बाद हम सब पाने अपने रूम में चले गए |

मेरा एक बॉयफ्रेंड था उस समय जिसका नाम अभिलाष था | वो जबलपुर का रहने वाला है और वो भी बहुत स्मार्ट दिखता है | उसके साथ मेरी रिलेशनशिप को दो साल हॉ चुके थे | उस रात उसका फोन आया तो मैं उससे वीडियो कालिंग में बात करने लगी | उसने मुझे बहुत गरम कर दिया था और मैंने उस रात 5 बार अपनी ऊँगली से अपनी चूत का पानी निकली थी | उसके फोन की बैटरी ख़त्म हो गयी थी जिस वजह से वो ऑफलाइन हो गया | अब मुझे तो लंड की जरुरत होने लगी पर कहाँ से मिलता मुझे लंड क्यूंकि यहाँ तो कोई था नहीं जिससे मैं चुदवा लेती और अपनी चूत की प्यास बुझा लेती | मैंने सोचा कि चलो देखा जाये दीदी और जीजा जी क्या कर रहे होंगे ? तो मैं जीजा के कमरे कि तरफ बढ़ने लगी | फ़िर मैं जैसे ही थोडा सा पास पंहुची उनके कमरे के | तो मुझे जोर जोर से अआहाहा अआहाहा चोदो न मुझे अहहः और जोर से चोदो हाय क्या लंड है रे तेरा | मैं तो मस्त ही हो जाती हूँ तुझसे चुदवा कर और जोर जोर से अहहहः आआऊँ ऊनंह ऊनंह ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहहाआअ अहाआअ हहहाआअ अहहहा ऊउंह ऊम्म्म्ह ऊउम्म्म उऊंन्न अहहहाआअ आआहाआअ उऊंन्ह्ह ऊउम्म्म्ह आहाआ हहाआअ कि आवाजे आने लगती है तो मैं भी मदहोश हो जाती हूँ | फिर मैंने सोचा कि चलो चल कर देखा कि जाये कि कैसे चुद रही हैं दीदी | फिर मैं दरवाजे के होल से उनको देखने लगी | मैंने देखा कि जीजा की गांड दिखाई दे रही थी और वो जोर जोर से दीदी की चूत की चुदाई कर रहे थे | उनका लंड तो नहीं दिख रहा था पर उनके लंड के नीचे के बॉल अच्छे से दिख रहे थे जो कि बड़े और गोल थे | मैं ये सब देख के गरम हो गयी थी और वहीँ खड़े हो कर अपनी चूत को सहलाने लगी साथ में दूध भी मसल रही थी | ये चुदाई करीब 15 मिनट तक चली और मैं झड़ गयी | फिर मै अपने कमरे में आ कर लेट गयी और सोचने लगी कि क्यूँ ना जीजा से ही चुदवा कर अपनी प्यास बुझा लूं | येही सब सोचते सोचते मेरी नींद लग गयी और पता ही नहीं चला कि कब सुबह हो गयी |

अगले दिन की बात है दीदी को कुछ काम से जाना था बैंक और फिर उसके बाद कुछ शौपिंग भी करना था | तो वो शाम को आने वाली थी जीजा को भी उस दिन ज्यादा कोई काम तो था नहीं तो वो भी घर पर ही थे तो मैंने सोचा कि क्यूँ न इस मौके का मैं फायदा उठाऊ | तो मैंने उस दिन एक बहुत शोर्ट स्कर्ट पहनी हुई थी और पेंटी के साथ ब्रा नहीं पहनी थी | क्यूंकि मैं जीजा जी से चुदवाना चाहती थी जिस वजह से मैंने ये सब नहीं पहना था | पर मुझे क्या पता था कि जीजा जी भी मुझे चोदना चाह्रते थे | वो मुझे ऐसे पता चला जब मैं किचेन में सब्जी काट रही थी तब वो मुझे पीछे से पकड़ कर अचनाक्र ही अपना लंड मेरी गांड में गडाने लगे और मेरी गर्दन चाटने लगे | जिससे मैं मदहोश हो गयी | फिर वो सामने हाँथ कर के मेरे दूध भी मसलने लगे, तो मैंने उनसे कहा जीजा जी आप ये क्या कर रहे हैं छोड़िये ना दीदी देख लेंगी तो क्या सोचेंगी | तो उन्होंने मुझसे कहा कि अभी तुम मुझे बस जो करना चाहता हूँ करने दो | तो मैंने भी कहा ठीक है कर लो क्यूंकि मैं भी तो जीजा जी से चुदवाना चाहती थी |

फिर उन्होंने मुझे उनके सामने कर दिया और मेरे होंठ में अपने होंठ रख कर उसे चूसने लगे और साथ में मेरे उरेजो को भी मसलने लगे | मुझे बहुत मजा आने लगा और मैं भी उनका साथ दे रही थी किस करने में | अपना एक हाँथ उनके लंड में रख कर उसे सहलाने लगी | उनका लंड मुझे पेन्ट के ऊपर से ही मालूम चल रहा था कि उनका लंड बड़ा है | फिर हमने 10 मिनट तक खूब किस किये और एक दूसरे को सहलाये | फिर उन्होंने मुझे अपनी गोद में उठाया और अपने बेडरूम में ले गये | वहां उन्होंने मेरा टॉप उतार दिए और ब्रा न होने की वजह से वो मेरे मम्मे को दोनों हाँथ में भर के उन्हें चूसने लगे | और मैं अहहहः आआऊँ ऊनंह ऊनंह ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहहाआअ अहाआअ हहहाआअ अहहहा ऊउंह ऊम्म्म्ह ऊउम्म्म उऊंन्न अहहहाआअ आआहाआअ उऊंन्ह्ह ऊउम्म्म्ह आहाआ हहाआअ करने लगी थी क्यूंकि मैं गरम हो चुकी थी | वो मेरे दूध को बड़े ही प्यार से और जोर जोर से चूस और चाट रहे थे और मैं अहहहः आआऊँ ऊनंह ऊनंह ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहहाआअ अहाआअ हहहाआअ अहहहा ऊउंह ऊम्म्म्ह ऊउम्म्म उऊंन्न अहहहाआअ आआहाआअ उऊंन्ह्ह ऊउम्म्म्ह आहाआ हहाआअ करते जा रही थी |

फिर उन्होंने मुझे लेटा दिया बेड पर और मेरी टांग चौड़ी करके मेरी चूत को सहलाने लगे तो मेरे मुंह से अहहहः आआऊँ ऊनंह ऊनंह ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहहाआअ अहाआअ हहहाआअ अहहहा ऊउंह ऊम्म्म्ह ऊउम्म्म उऊंन्न अहहहाआअ आआहाआअ उऊंन्ह्ह ऊउम्म्म्ह आहाआ हहाआअ कि सिस्कारियां भरने लगी थी | फिर वो मेरी चूत में अपनी जीभ घुसेड कर उसे चाटने लगे और चोदने लगे | मैं उनका सिर पकड़ अपनी चूत में दबाने लगी और अहहहः आआऊँ ऊनंह ऊनंह ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहहाआअ अहाआअ हहहाआअ अहहहा ऊउंह ऊम्म्म्ह ऊउम्म्म उऊंन्न अहहहाआअ आआहाआअ उऊंन्ह्ह ऊउम्म्म्ह आहाआ हहाआअ करते हुए एक बारे उनके मुंह में झड़ भी गयी थी | पर वो मेरा सारा माल पी गये थे जिस वजह से मैं और जोश में आ गयी थी | और अपनी गांड उचका उचका के अपनी चूत चुसवा रही थी | उन्होंने मेरी चूत को 15 मिनट तक खूब चाटा था | फिर मैंने उनका लंड अपने हाँथ में लिया और उसे चाट चाट के गीला कर दिया | फिर उसे अपने मुंह में भर चूसने लगी और जीजा जी का चूस चूस के लोहे की रॉड कि तरह सख्त कर दी थी | जीजा जी बस अहहहः आआऊँ ऊनंह ऊनंह ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहहाआअ अहाआअ हहहाआअ अहहहा ऊउंह ऊम्म्म्ह ऊउम्म्म उऊंन्न अहहहाआअ आआहाआअ उऊंन्ह्ह ऊउम्म्म्ह आहाआ हहाआअ करते जा रहे थे | फिर जीजा जी ने मेरी टाँगे अपने कंधे में रखी और अपना लंड एक ही झटके में उतार दिया था | फिर जीजा जी मेरी चूत को जोर जोर से झटके मार मार के चोद रहे थे और मैं अहहहः आआऊँ ऊनंह ऊनंह ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहहाआअ अहाआअ हहहाआअ अहहहा ऊउंह ऊम्म्म्ह ऊउम्म्म उऊंन्न अहहहाआअ आआहाआअ उऊंन्ह्ह ऊउम्म्म्ह आहाआ हहाआअ कर रही थी | 15 मिनट की चुदाई के बाद जीजा जी ने मेरी चूत के ऊपर ही अपना माल छोड़ दिया था |

उतने में दीदी की कार कि आवाज़ आई तो फिर हम जल्दी जल्दी अलग हुए और मैं सीधा बाथरूम में भाग गयी थी | जीजा जी भी अपने बाथरूम में चले गये थे | दीदी को आज भी हमारी चुदाई के बारे में नहीं पता है और हमे जब भी मौका मिलता है तो हम चुदाई कर लिया करते हैं |दोस्तों आप लोग मेरी इस कहानी के बारे में अपनी राय देना मत भूलियेगा |

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पत्नी की मर्ज़ी से साली को किया गर्भवती | uwrena.ru //uwrena.ru/free-sexstories/patni-ki-marji-se-saali-ko-kia-garbhawati/ Wed, 26 Jul 2017 16:20:15 +0000 //uwrena.ru/free-sexstories/?p=746 हैल्लो दोस्तों सभी लंडपुर के वसियों एवं चूतपुर की रंडियों को मेरे बुझे लंड की सलामी वो इसलिए क्युकी अगर वो खड़ा हुआ तो आपकी गांड या बुर चोद के ही मानेगा  | इस बात की अति सम्भावना हैं की आप मेरी आप बीती सुन कर अपनी चड्डी को धोने जाएँगे क्यूंकि आपका माल आपकी चड्डी में छुट जायेगा

मेरा नाम है अनुज और मैं रायगढ़ में रहता हूँ | मैं 5 फीट 10 इंच लम्बा हूँ और रंग थोडा सांवला है | मेरी शादी को दो साल हो चुके है लेकिन मेरा एक भी बच्चा नहीं है | मैं बहुत ही परेशां रहता था और मेने हर जगह अपना चेकअप कराया सभी जगह मेरी रिपोर्ट सही आई फिर मेने अपनी बीवी का चेक अप कराया कुछ कोम्प्लिकेशन थे मैं अपने मैं संतुष्ट था की मुझमे कोई कमी नहीं थी मगर बच्चा नहीं होने का गम मुझे सताता था एक दिन मेरी बड़ी साली का घर आना हुआ गजब का झम्म माल था बड़े बड़े चुचे गोल गोल गांड बस चेहरा थोडा सांवला था पर फिर मेने सोचा कोन सा कोई लंड का कलर देखता है मैं अपनी शादी क समय से ही उसको चोदने की तमन्ना रखता था मगर यह समाज आड़े आता था मगर जब माल कूद के खुद चुदवाने आये तो कोई चुतीया ही होगा जो यह काम ना करे | क्यूंकि मेरी बीवी ने खुद ही उसको यह काम के लिए अप्रोच किया था कि वह मेरे घर मैं रहे और साल भर बाद मेरे लिए मेरे पति से मुझे एक बच्चा पैदा करके दे |

उसके बाद मुझे लगा कि मेरा कुछ नहीं हो सकता क्यूंकि बहुत ही परेशान रहता था मैं | मुझे इस बात का बिलकुल भी पता नहीं था कि मेरी बीवी में ये कमी निकल जाएगी | वो बहुत ही खूबसूरत है उसे धोखा देने का मन तो नहीं करता पर मुझे एक बात सताती है कि अगर मेरे बच्चे नहीं हुए तो मेरी जायदाद का क्या होगा | क्यूंकि मैं अच्छी नौकरी करता हूँ और पैसे भी अच्छे मिलते है पर क्या फायदा क्यूंकि दो लोग कितना खर्च करेंगे | मुझे तो बिलकुल भी नहीं पता था कि ये हो जाएगा पर मेरी बीवी का उदास चेहरा देखकर मेरा मन मचल जाता था | मुझे तो ऐसा लगता था कि मैं सारी दुनिया में आग लगा दूँ और उसके लिए हर ख़ुशी ढूंढ के ले आऊँ | मैं बुर चोद इंसान और कर भी क्या सकता था क्यूंकि मुझे चूत तो मिल चुकी थी पर चूत का प्रशाद अभी तक नहीं मिला था | मुझे भी कभी लगता था कि मैं कही कोई गलती न कर जाऊं पर जब मेरी बीवी मुझे गले से लगाती थी मैं सब कुछ भूल जाता था | उसके बाद मैं उसको खूब प्यार कर्त्ता था और उसे भी ये न लगे कि मैं दुखी हूँ इसलिए चुदाई भी करता था | उसकी चूत में ना जाने क्या कसक थी जो मैं अपने आप उसकी तरफ अपने आप खिंचा चला जाता था |

फिर मुझे याद आया कि मुझे तो कुछ ऐसा करना है जिससे मेरी बीवी माँ बन जाए | मैंने बड़े से बड़े डॉक्टर का दरवाज़ा खटखटाया और उसका इलाज करवाया पर अफ़सोस ऐसा कुछ नहीं हुआ जैसा मैं चाहता था | फिर एक दिन मुझे ख़त आया कि मेरी बीवी कि बड़ी बहन यानी कि मेरी साली आ रही है हमारे घर कुछ दिन रहने के लिए | उसकी बड़ी बहन भी मस्त माल थी और पहले मैं उससे ही शादी करने वाला था पर जैसे ही अपनी बीवी को देखा तो मैं उसपे फिसल गया था | उसके बाद जब मैंने ये खबर सुनी तो मेरा मन थोडा सा प्रसन्न हुआ | मुझे तो बहुत बढ़िया लग रहा था क्यूंकि मुझे कुछ भी करके मेरा बच्चा चाहिए था | ऐसे में मुझे एक बात याद आई और इसका मतलब यह था कि मेरे दिमाग में कुछ उल्टा पुल्टा ही चल रहा था | जैसे ही उसकी बहन अगले दिन आई हम दोनों उसे देखकर खुश हो गए और मैं तो कुछ ज्यादा ही खुश हो गया था |

मेरी बीवी को भी ख़ुशी मिल रही थी उसके आने पर और वो भी मिल जुल के सब कुछ कर रही थी | उसकी बहन शादी के बाद और निखर गयी थी और मुझे कुछ भी समझ नहीं आ रहा था | क्यूंकि मुझे तो बच्चे की चुल चढ़ी हुयी थी | मेरे पास एक दिन का समय था सब कुछ सेट करने के लिए क्यूंकि उस दिन मेरी बीवी कुछ काम से बाहर जा रही थी | उसके बाद मैंने खुद से कहा बस कुछ देर का समय और फिर मैं अपना टांका सेट कर दूंगा उसकी बहन के साथ | उस दिन मुझे बस एक घंटे का टाइम लगना था | मेरी बीवी अपने काम से चली गयी और उसकी बहन नीचे बैठ कर कुछ काम निपटा रही थी | मैं उसके पास गया और उससे बात करना चालु कर दिया | फिर मैंने उससे कहा कि कैसा चल रहा है आपका और कैसे है आपके बच्चे | तो उसने कहा सब ठीक है जीजू आप सुनाइए कैसे है आप आप के पास तो समय ही नहीं रहता | मैंने कहा मुझे बच्चा नहीं हो पाएगा क्यूंकि मेरी बीवी कभी माँ नहीं बन सकती और रोने लगा | उसने मेरे कंधे पे हाथ रखा और कहा कि मुझे बहुत दुःख है इस चीज़ का और मैं क्या कर सकती हूँ आपके लिए | मैंने उसका हाथ पकड़ा और कहा सुनो बड़े से बड़े डॉक्टर ने कह दिया है कि ये कभी माँ नहीं बन सकती | उसके बाद मैंने उसका हाथ पकड़ा और कहा सुनो मुझे एक बच्चा देदो मेरी बीवी की सूनी गोद भरदो | उसने कहा जीजू मैं केसे करूँ ये क्यूंकि मैं तो पहले ही किसी कि बीवी हूँ | तब मैंने कहा अपनी बहन के लिए करदो मैं हाथ जोड़ता हूँ | उसने कहा जीजू मुझे सोचने का थोडा सा समय दीजिये |

फिर अगले दिन मेरी बीवी उदास बैठी थी और मैं उसके लिए चाय बना के लेके गया | हम दोनों उदास होकर बैठ के चाय पी रहे थे और मैं अपनी बीवी को गले लगाकर कह रहा था कि चिंता मत करो सब ठीक हो जाएगा | मेरी साली ये सब देख रही थी और सुन भी रही थी | पता नहीं उसने क्या सोचा और मुझे कहा जीजू एक काम है जरा यहाँ आइये | मैंने कहा हाँ आता हूँ | मेरी बीवी ने कहा यही बात करले न तो उसने कहा नहीं यार नीचे फाइल में कुछ दिक्कत है | तब वो मान गयी और मैं नीचे चला गया | फिर उसने कहा जीजू मैं मुझे जो कल आपने कहा था मैं उसके लिए तैयार हूँ और आप मुझ से बच्चा कर सकते हो | मैंने उसे गले लगा लिया और कहा तुम नहीं जानती कि तुमने मुझेपे कितना बड़ा एहसान किया है | उसने मुझे किस किया और कहा जीजू मुझसे आप दोनों की उदासी नहीं देखी जाती |

उसने कहा जीजू आप रात में मेरी कमरे में आ जाना और इतना ध्यान रखना कि छोटी गहरी नींद में हो क्यूंकि मैं सेक्स के टाइम पर बहुत चिल्लाती हूँ | मैंने कहा ठीक है और वो हस्ते हुए चली गयी | फिर मैंने खाना खाया रात में और अपनी बीवी को कमरे में लेकर गया और उसे बड़े प्यार से सुला दिया | रात के १२ बज रहे थे और मैं भी देख रहा था कि मेरी बीवी सोयी या नहीं | फिर जब मुझे लगा वो गहरी नींद में है तो मैं अपनी साली के कमरे में गया और उसने मुझे तुरंत अपनी बांहों में भर लिया | उसने कहा जीजू साली आधी घरवाली को आज साबित कर दिया आपने | मैंने उसके किस किया और कहा तुम भी अपनी बहन के जैसे ही नेकदिल इंसान हो |

फिर मैंने उसके कपडे उतारे और वो सिर्फ ब्रा पंतय में थी इसका फिगर मेरी बीवी से ज्यादा गजब का था और दूध बड़े गजब के थे | मैंने उससे कहा वाह यार तुम तो बड़ी मस्त हो तो उसने कहा तो फिर कार्लो मस्ती मेरे साथ | मैंने उसका ब्रा खोला और उसने दूध पीने लगा | क्या टेस्टी निपले थे उसके जब मैं उसके निप्पल चूस रहा था और वो उम्मम्मम्म आआअह्हह्हह्ह ऊऊऊऊईईईईइमा ऊऊऊऊऊऊऊऊऊओ उम्मम्मम्म आआअह्हह्हह्ह ऊऊऊऊईईईईइमा ऊऊऊऊऊऊऊऊऊओ कर रही थी | उसके बाद मैंने उसकी चूत चाटना शुरू किया और यहाँ पर मेरी बीवी बाज़ी मार गयी थी क्यूंकि मेरी बीवी कि चूत से बदबू नहीं आती | पर इसकी चूत भी कमाल थी |

वो एक बार झड़ी तो मैंने अपना लंड उसकी चूत पे रखा और जोर जोर से अन्दर करने लगा | उम्मम्मम्म आआअह्हह्हह्ह ऊऊऊऊईईईईइमा ऊऊऊऊऊऊऊऊऊओ उम्मम्मम्म आआअह्हह्हह्ह ऊऊऊऊईईईईइमा ऊऊऊऊऊऊऊऊऊओ जीजा क्या लंड है आपका | मैंने उसकी चूत में तीन बार अपना माल छोड़ा | फिर सुबह के चार बज गए थे पर मेरी चुदाई ख़तम नहीं हुयी थी पर मैं रुक गया | ऐसे मैंने उसे पूरे १५ दिन तक चोदा और उसे अपने बच्चे कि माँ बना दिया | और बाद में हमने ये बात मेरी बीवी को भी बता दिया और उसने कहा आप ने अच्छा काम किया |  तो दोस्तों ये थी मेरी कहानी | अपनी राय देना मत भूलियेगा |

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मेरी सैक्सी साली बड़े दूध वाली | uwrena.ru //uwrena.ru/free-sexstories/meri-sexy-saali-bade-doodh-wali/ Sun, 16 Jul 2017 15:33:07 +0000 //uwrena.ru/free-sexstories/?p=697 कहानी पढ़ने वाले सभी हवस भरे लोगों को मेरा नमन | मैं हूँ राहुल और आज मैं आपको अपने ज़िन्दगी का एक प्यारा सा सच बताने जा रहा हूँ | मेरी शादी को 3 साल हो चुके है और मुझे अपनी पत्नी को चोदने से ज्यादा मज़ा अपनी साली को चोदने में आता है | मेरी साली का नाम है शिल्पा और वो कसम से एक दम किसी परी से कम नहीं लगती | मैं उसे बहुत चाहता हूँ लेकिन सिर्फ उसकी चूत के लिए और कुछ किसी भी चीज़ के लिए नहीं | आईये अब मैं आपको बताता हूँ कि हमारे बीच ये सम्बन्ध कैसे बना |

ये बात है करीब 6 माह पहले की जब हमारे नए घर का उद्घाटन था और सभी हमारे घर पर आये हुए थे | शिल्पा भी हमारे घर में आकर रुकी थी और कुछ दिनों तक यहीं रहने वाली थी | मैं मेरी पत्नी और शिल्पा अक्सर बैठ कर यूँही बात किया करते थे इसलिए हम तीनो में काफी अच्छी अंडरस्टैंडिंग थी और हम तीनो बिना किसी हिचक के एक दुसरे से बात कर लिया करते थे | मुझे पता था का शिल्पा का कोई बॉयफ्रेंड नहीं है और वो अच्छी लड़की है इसलिए मैं उसके बारे में कभी गलत विचार नहीं लता था |

एक दिन की बात है शिल्पा नाहा कर बाथरूम से निकली और हमारे किचन से बाथरूम का दरवाज़ा दिखता है और मैं उस तरफ सिर करके सब्जी काट रहा था | तभी वो बाथरूम से बाहर निकली क्यूँकि उसने कपड बाहर रखे थे और उस समय उसने सिर्फ अपने ऊपर टॉवल लपेटा हुआ था | उसके कपडे कुर्सी पे रखे थे और वो जैसे ही कपडे उठाने के लिए झुकी उसकी टॉवल खुलकर नीचे गिर गई और मैं ये सब देख लिया | उसके दूध बड़े थे और उन पर छोटे से काले निप्पल थे जो बहुत ही प्यारे लग रहे थे | उसका फिगर तो मदहोश करने वाला था और उसकी गांड मस्त एकदम गोल गोल सी थी |

मैं उसको देखता ही रह गया और ये भी भूल गया कि मैं कर क्या रहा हूँ ? फिर उसने जल्दी से अपने टॉवल उठाई और खुदको ढंका और अपने कपडे उठा कर बाथरूम के अन्दर भाग गई | वहां पर उसे किसी और ने नहीं देखा था सिवाए मेरे | अब मेरी आँखों के सामने उसका नंगा बदन घूमने लगा और मैं उसे चोदने के बारे में सोचने लगा | जैसा की मैंने बताया था हम दोनों एक दुसरे से खुलकर बात कर लिया करते थे तो मैं और शिल्पा साथ बैठे थे तो मैंने कहा क्यों शिल्पा कल क्या हुआ था ? तो उसने कहा कब जीजू ? तो मैंने कहा बाथरूम के बाहर | तो उसने अपनी आँखें बड़ी करते हुए कहा आपने देख लिया ?

तो मैंने कहा हाँ लेकिन किसी से नहीं बताऊंगा तो उसने कहा हाँ जीजू आप पर भरोसा है | तो मैंने कहा वैसे अन्दर से और ज्यादा सुन्दर लगती हो तुम | तो वो शर्मा गई और अपने बाल को कान के पीछे करते हुए बोली थैंक यू जीजू | तो मैंने मस्ती में ऐसे ही कह दिया फिर कब दर्शन होंगे तो उसने कहा जीजू मजाक मत करो | तो मैंने कहा अरे इसमें गलत क्या है जीजू हूँ तुम्हारा और साली तो आधी घरवाली होती है तुम अपने जीजू के लिए इतना नहीं करोगी ? तो उसने कहा चलो तो |

अब शिल्पा मुझसे और ज्यादा खुल गई थी और मैं इसका फायदा उठना चाहता था और उसको चुदने के लिए मजबूर करना चाहता था | मैंने बहुत से प्लान सोचे लेकिन कोई भी मुझे सही नहीं लगा | एक दिन मैं रात को छत पर टहल रहा था तभी मुझे किसी और के आने की आवाज़ सुनाई दी तो मैंने झांक कर देखा तो शिल्पा ऊपर चली आ रही थी | तो मेरे दिमाग में एक आईडिया आया और मैं अपने मोबाइल में चुदाई का वीडियो चालू करके एक कोने में बैठ गया | मुझे पता था अगर शिल्पा मेरे पास आएगी और मैं एकदम से मोबाइल छुपा लूँगा तो वो ज़रूर जानने की कोशिश करेगी कि मैं क्या देख रहा था ?

और हुआ भी ऐसा ही पहले मैंने उसे अपने पास आने दिया और जैसे ही वो मेरे करीब आ गई मैं झटके से अपना मोबाइल बंद कर दिया और छुपाने लगा | तो शिल्पा ने मुझसे पूछा क्या देख रहे हो जीजू ? मुझे भी दिखाओ | तो मैंने कहा ये मैं तुम्हें कैसे दिखा सकता हूँ तो उसने कहा नहीं मुझे दिखाओ मैं देखना चाहती हूँ | तो मैंने कहा ठीक है लेकिन देखने के बाद अपनी दीदी को मत बता देना कि जीजू ये सब देखते है ? तो उसने कहा ठीक है और मैंने अपना मोबाइल चालू किया और वीडियो चालू कर दिया | उसने कहा जीजू आप ये देखते हो ? तो मैंने कहा इसमें गलत क्या है ?

तो वो बोली मतलब इसको देखने से कुछ गलत नहीं होता | तो मैंने कहा नहीं तो वो बोली तो मैं भी ये देख सकती हूँ तो मैंने कहा हाँ क्यों नहीं और हम दोनों वहीँ पर बैठ गए | जब हम वीडियो देख रहे थे तभी शिल्पा ने कहा जीजू एक बात बताऊँ किसी से बताना मत | तो मैंने कहा हाँ बोलो उसने कहा मेरे तीन बॉयफ्रेंड रह चुके हैं और मैं ये सब उनके साथ कर चुकी हूँ | तो मैंने क्या मैंने तो सोचा था बिलकुल गाय जैसी हो | तो उसने कहा प्लाज़ जीजू मत बताना किसी को | तो मैंने कहा ठीक है नहीं बताऊंगा लेकिन तुम्हें ये सब मेरे साथ भी करना होगा |

तो उसने कहा नहीं जीजू आप मेरी दीदी के पति हो और मैं आपके साथ कैसे कर सकती हूँ | तो मैंने कहा कोई बात नहीं किसी को पता नहीं चलेगा | तो उसने कहा नहीं जीजू ये गलत है तो मैंने उसको पकड़ कर अपने पास खींच लिया और कहा कुछ गलत नहीं है और उसके होंठों को जल्दी से किस कर दिया | वो शर्माने लगी तो मैने उसका मुंह ऊपर किया और फिर से उसको किस करना शुरू कर दिया | छत पर बिलकुल अंधेरा था और नीचे काम चल रहा था इसलिए अभी मुझे किसी का भी डर नहीं था और मैं उसके होंठ चूसने में लगा हुआ था | वो भी किस करने में साथ दे रही थी और मेरे मन में तो लड्डू फूट रहे थे |

फिर मैंने उसका टॉप ऊपर किया और उसके दूध दबाते हुए कहा इतने बड़े कैसे किये तुमने ? अपनी दीदी के भी इतने बड़े कर दो | तो उसने कहा जीजू इसमें मेहनत लगती है अपनी भी और दूसरों की भी | मैं समझ गया लड़की चालू है और फिर मैंने उसके दूध चुसना शुरू कर दिया | उसके दूध गज़ब के थे और निप्पल चूसने में जो मज़ा आ रहा था आहा | वो ऊउम्मम्म ऊउम्मम्म करने लगी तो मैंने कहा चुप किसी ने सुन लिया तो लेने के देने पड़ जायेंगे और फिर से उसके दूध चूसने लगा | फिर मैंने अपनी पैन्ट खोली और अपना लंड निकाल कर कहा ये लो मेरा लंड, अब ये तुम्हारा हुआ |

फिर उसने मेरा लंड पकड़ा और मुंह में लेकर चूसने लगी | मुझे बहुत अच्छी वाली फीलिंग आ रही थी और मैं उससे कह रहा था और अन्दर तक चुसो तो वो मेरे लंड को और ज्यादा चूसने की कोशिश कर रही थी | अब हम छत पर थे इसलिए पुरे कपडे उतार नहीं सकते थे इसलिए मैंने उसकी लैगी थोड़ी सी उतारी और पैंटी नीचे करके उसकी चूत को मलने लगा | वहां पर अँधेरा था इसलिए मुझे कुछ दिख नहीं रहा था इसलिए मैं उसकी चूत को इमेजिन करने की कोशिश कर रहा था और ऊँगली भी करे जा रहा था | वो फिर से सिसकियाँ लेने लगी तो मैंने उसको शांत करा दिया |

अब वो लेटी हुई थी और मैंने उसकी चूत पे अपना लंड रखा और एक ज़ोर के झटके से अन्दर कर दिया लेकिन उसके पहले मैंने उसके मुंह पर हाँथ रख दिया था | फिर मैं उसको चोदने लगा और वो भी चुदने के मज़े लेने लगी | मैं बार बार उसको ज़ोर के झटके मरे जा रहा था और वो आवाज़ भी नहीं कर पा रही थी | फिर मैंने उससे कहा ऐसे में चोदने में दिक्कत हो रही है तुम घूम जाओ और घुटनों पर बैठ जाओ | तो वो घोड़ी बनकर बैठ गई और मैं पीछे से उसकी चूत मैं लंड डाल के उसे चोदने लगा | मैं उसको ऐसे 10 मिनिट तक चोदता रहा और फिर मैंने लंड बाहर निकाल लिया क्योंकि मुट्ठ अगर निकला तो कहीं अन्दर ही ना गिर जाये |

पीर मैं वहीँ बैठ गया और उसको वो मेरे बाजू में बैठ गई और मैं कहा हिलाओ इसे और वो मेरा लंड हिलाने लगी | थोड़ी देर में मेरा मुट्ठ निकला और मैं वहीँ बाजू में गिरा दिया क्योंकि मैं उसके ऊपर नहीं गिरा सकता था ना कपडे गंदे हो जाते | फिर हम दोनों वहीँ पर बैठे रहे थोड़ी देर और बातें करते रहे | उसे बाद तो जब भी मुझे चुदाई का मन होता है मन उसको कहीं भी लेकर चला जाता हूँ हम दोनों खून चुदाई करते हैं और घर आ जाते हैं |

दोस्तों आप लोगों को मेरी ये कहानी कैसी लगी कमेंट में जरुर बताइयेगा | जल्द ही मिलता हूँ दूसरी कहानी के साथ |

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अपनी लेस्बियन बहन और अपने पति के साथ ग्रुप सेक्स किया भाग :2 | uwrena.ru //uwrena.ru/free-sexstories/apni-lesbian-bahan-aur-apne-pati-ke-sath-group-sex-kia-part-2/ Fri, 30 Jun 2017 18:08:11 +0000 //uwrena.ru/free-sexstories/?p=612 हेलो दोस्तों | मैं शालिनी खुराना अपनी कहानी का अगला भाग लेकर एक बार फिर से आप के सामने हाज़िर हूँ | जैसा कि मैंने आप लोगों को बताया था कि शादी से पहले मैंने अपनी बुआ की लड़की के साथ लेस्बियन सेक्स किया | और सब्जियों से बहुत मज़े लिए | लेकिन उसके जाने के बाद फिर मेरा वही हाल वही हो गया था जैसा पहले था | इन कुछ दिनों में जो हमने मस्ती की वो हमें हमेशा याद रहेगी | कुछ दिनों बाद मेरी शादी तय हो गई और फिर शादी | शादी के बाद अब मुझे लंड तो मिल रहा था रोज़ लेकिन मुझे जो मज़ा रजनी के साथ आया था वो नही मिल पा रहा था |

एक बार की बात है | मेरे सास ससुर का किसी रिश्तेदारी में शादी फंक्सन में जाने का प्लान बना | साथ में ही मेरी ननद भी जाने का जिद करने लगी | तो मेरी सास ने कहा कि मैं अकेली रह जाउंगी | लेकिन मेरी ननद मानने को राज़ी नही थी | तभी मेरे मन में एक आईडिया आया | रजनी का घर मेरे ससुराल से ज्यादा दूर नही था | मैंने अपनी सास से कहा कि अगर छोटी (ननद) नही मान रही है तो आप इन्हे अपने साथ लिए जाइये | तो उन्होंने कहा कि तुम अकेले कैसे रह पाओगी | तो मैंने कहा आप परेशान मत हो यही पास में मेरी एक बहन रहती है | मैं उसे कुछ दिनों के लिए बुला लेती हूँ | वो मान गई |

उसी दिन शाम को मैंने रजनी को फ़ोन किया | और कहा कैसी हो मेरी जान | तो वो बोली अरे दीदी आप की याद में सूख गई | आज तक तुम्हारा इंतजार कर रही हूँ | कि कब तुम मुझे दोबारा मिलोगी | मैंने कहा अब तुम्हे और इंतजार नही करना पड़ेगा | अपने मिलने का जुगाड़ मैंने कर लिया है | वो बहुत खुश और बोली कैसे तो मैंने कहा चल अब पहले बुआ को फ़ोन दे | तुझे खुद पता चल जायेगा | मैंने बुआ से बात की और उन्हें रजनी को मेरे पास भेजने के लिए मना लिया | अगले दिन सुबह मेरे सास ससुर चले गए और शाम को रजनी  घर आ गयी | मैंने उसे देखते ही गले लगा लिया | मैं बहुत ज्यादा खुश थी | उस दिन तो शाम हो गई थी और रजनी थकी हुई भी थी | मैंने खाना बनाया और फिर सब ने खाना पीना खाया | और सोने चले गए | अगले दिन मैं बस अपने पति के जाने का इंतजार करने लगी | और जैसे ही वो गए | हमारी वर्षो की भूख एक दुसरे को खा जाने के लिए तैयार थी | हम दोनों ने एक बार फिर लेस्बियन सेक्स किया | जिसके बाद हम दोनों बहुत खुश हुवे | अब तो ये रोज़ का काम हो गया था | हम रोज़ मेरे पति के जाने का वेट करते और फिर जब वो चले जाते तो अपना हवसी खेल खेलते थे |एक बार की बात है हम दुसरे एक दुसरे को किस कर रहे थे | तभी रजनी बोली दीदी आप तो लंड का भी मज़ा लेती हो पता नही मेरे नसीब में लंड कब मिलेगा | मैंने कहा परेशान मत हो जब तेरी शादी हो जाएगी तो तुझे भी एक अच्छा सा लंड मिलेगा जम के मज़े लिओ | तभी रजनी ने हँसते हुवे बोला दीदी जीजू का लंड कितना बड़ा है | मैंने कहा बहुत बड़ा | तो वो बोली एक बार मुझे भी दिलाओ न | वो बोली पागल है क्या वो जान गए तो बहुत गुस्सा करेंगे | फिर वो हंसने लगी | हम फिर अपने काम में लग गए |

एक बार की बात है | शाम को वो (मेरे पति ) जल्दी घर आ गए | मैंने खाना बना लिया | अभी रजनी मेरे पति से बैठ कर बातें कर रही थी | तभी मैंने आवाज लगे और खाना डाइनिंग टेबल पर लगा दिया | सब बैठ कर खाना खाने लगे | मेरे पति बार बार रजनी की तरफ देख रहे थे | शायद वो रजनी का फिगर निहार रहे थे | हमने खाना ख़त्म किया फिर बैठ कर साथ में टीवी देखने लगे | अभी भी मेरे पति रजनी को देख रहे थे | मुझे थोडा अजीब लगा | कुछ देर बाद रजनी अपने कमरे में जाने लगी | तभी मेरे पति ने रजनी का हाथ पकड़ लिया और बोले कहा जा रही हो आज मेरे साथ ही सो जाओ | मैंने कहा ये आप क्या कह रहे है | वो बोले साली मैंने आज तुम लोगों का सब खेल देख लिया था जो तुम लोग मेरे जाने के बाद करती हो | इतना सुनते ही मेरे तो होश उड़ गए मैंने सोचा | अब क्या होगा मेरा | वो बोले अरे मेरी जान परेशान मत हो | मैंने सुना कि रजनी को मेरा लंड टेस्ट करना है | मैं किसी से कुछ नही कहूँगा | बस इस खेल में मै भी खेलूँगा | इतना कहते ही उन्होंने रजनी को पकड़ कर अपनी गोद में खींच कर बैठा लिया |  और किस करने लगे | मैंने कहा चलो आज कुछ नया करते है | हमने अपने सारे कपड़े निकाल दिया | अब तीनो एकदम नंगे हो गए थे | तभी मेरे पति बोले क्यों साली साहिबा देख लिया मेरा लंड आज मज़े भ देगा ये तुम्हे बस देखती जाओ |

रजनी ने एक तरफ मेरे पति के लंड को अपने होंठो से चूसा | और मैं भी उसके साथ हो ली |  हम दोनों उनके लंड को चूस रही थी | तभी मेरे पति ने रजनी के बूब्स पर हाथ रख दिए | और जोर जोर से दबाने लगे | वो आह्ह. करने लगी | तभी मेरे पति ने रजनी को ऊपर खींचा और रजनी की चूत पर एक हाथ रखा और उसे हिलाने लगा | उसकी चूत में से पानी बाहर होने लगा था | वो तड़पने लगी नही जीजू आःह… अब मत तड़पाओ आह्हह… अपने लंड को मेरी चूत में डाल ही दो ….| वो बोले रुको मेरी साली साहिबा आज तो मैं आप को पूरा मज़ा दूंगा | इतना कहते ही वो और जोर जोर से अपनी दूसरी उंगली भी दाल कर हिलाने लगे | रजनी इसी बीच झढ़ गई | मैं लंड चूस रही थी | जब ये देखा तो तुरंत आकर रजनी की चूत पर अपना मुंह लगा दिया | और उसका रस पीने लगी | मेरे पति ने कहा चलो अब लंड की सैर कराता हूँ |

रजनी  की चूत मेरे पति के सामने थी और मेरे मुहं में पानी आ रहा था उनके खड़े लंड को देख कर | लेकिन उन्होंने मुझे रोका और बोले आज पहली बारी मेरी प्यारी साली साहिबा का है | मैं हंसने लगी | फिर वो रजनी के पास गए और कहा पहले थोडा दर्द होगा फिर मज़ा आयेगा | और दो ऊँगली डाल के फिर से उसकी चूत को हिलाने लगे | रजनी को बड़ी मस्ती चढ़ गई थी | वो बोली अरे मेरे जीजू आप बस डाल दो | मै सब सह लूंगी | आज मुझे भी औरत बना दो | फिर क्या था | उन्होंने थूक लगा कर अपना लंड उसके चूत में डाल दिया | और धक्के देने लगा | रिंकी के मुहं से दर्द भरी सीत्कार निकल पड़ी ओह्ह्ह.. बाप रे अह्ह्ह्ह अह्ह्ह्हह ईईई अह्ह्ह्हह्ह मर गई मैं तो! | आप का लंड तो बहुत मोटा है इसे निकालिए | मेरे पति बोले साली तुझे मेरे लंड से मज़े लेना था तो ये ले | और फिर एक और झटका देकर पूरा लंड उसकी चूत में पार कर दिया | मैंने रजनी के बूब को दबा रही थी | साथ में ही उसकी चूत वो सहला भी रही थी | कि उसे कुछ कम दर्द हो | कुछ देर तक  मेरे पति ऐसे ही लेते रहे | वो आह्ह अह्ह्ह.. ओह्हो… आह्ह्ह्ह.. कर रही थी | अब वो मज़े से चुद रही थी | कुछ देर बाद मेरे पति झड गए | और अपना लंड बाहर निकाल करलेट गए मैंने फिर उसे चूस चूस कर खड़ा कर दिया | और सीधा उनके लंड पर बैठ गई | और कूद कूद कर उनके लंड पर मज़े लेने लगी | उधर रजनी ने मेरे मेरी चूत पर जबान लगा था | आह्हह,,,आह्म्म्म… फक मी बेबी आह्ह…आह्म्म्म…. आज तो बहुत ही मज़ा आ रहा था | फिर कुछ देर बाद मेरे पति ने रजनी को घोड़ी बनाया और पीछे से उसकी चूत मारने लगे | ऐसे पूरी रात ये खेल चला |

उस दिन के बाद रोज हमारे मज़े थे वो रात भर हम दोनों बहनों को जम कर चोदते थे | जब तक मेरे सास ससुर वापस नही आ गए तब तक ये खेल रोज़ चला | उसके बाद रजनी चली गई | अब भी जब भी हमें मौका मिलता है मेरे पति खुद ही रजनी को बुला लेते है | और फिर जम के चुदाई का खेल चलता है |

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अपनी लेस्बियन बहन और अपने पति के साथ ग्रुप सेक्स किया भाग :1 | uwrena.ru //uwrena.ru/free-sexstories/apni-lesbian-bahan-aur-pati-ke-sath-group-sex-kia-part-1/ Thu, 29 Jun 2017 16:32:16 +0000 //uwrena.ru/free-sexstories/?p=604 Apni lesbian bahan aur apne pati ke sath group sex kia part 1:

हेलो दोस्तों | मैं शालिनी खुराना आप लोगों का स्वागत करती हूँ | मेरी उम्र 25 साल है | अपनी इस कहानी में आज जो मैं कहानी बताने जा रही हूँ वो आप लोगों को उत्तेजित करने में कोई कमी नही रखेगी | आप लोग तो बस तुरंत अपने सामान को अपने हाथ से दूर नही रख पाएंगे | ये सब तो बाद की बातें हैं | अब आप लोगों को अपने बारे में भी तो कुछ बता दूँ | मै राय नगर से बिलोंग करती हूँ | मेरी शादी 2 साल पहले हुई थी | इसी लिए मैं अब श्री नगर में रहती हूँ | क्योकि मेरे पति का घर श्री नगर में है | अब अपना फिगर का भी तो कुछ बता दूँ जो कम से कम आप के सामान में कुछ गर्मी तो ला दें | क्योकि जो मुझे देखता है उसका तो सामान खड़ा हो जाने पर मजबूर हो जाता है | मेरा फिगर ऐसा है जैसे कि कोई टेढ़ा मेढ़ा रास्ता | ऊपर मेरे गोल गोल बोबे मुझे हॉट दिखने में साथ देते हैं तो पीछे मेरी गांड इतनी मोटी है की मुझे तो एक सोफे की जरूरत ही नही है | मजाक कर रही हूँ | ये कुछ ज्यादा हो गया | लेकिन आप लोग ये जान लीजिये कि मेरे दीवाने मेरी चूत से ज्यादा मेरी गांड देख कर मस्त हो जातें हैं | मुझे भी गांड मरवाने में बहुत ही मज़ा आता है | इतनी बातो से आप लोगों ने ये तो हिसाब लगा लिया होगा कि मैं कितनी होर्नी किस्म की औरत हूँ | अभी शादी के बाद भी मेरी हवस कम नही पड़ी है | वैसे तो मेरा पति मुझे जम कर चोदता है | वो चोदता भी बड़ी मस्ती से ही है | किस्मत से वो भी मेरे जैसे ही  सेक्स का सौकीन है | इसीलिए हर बार वो एक नइ पोजीसन में मुझे चोदता है | लेकिन मेरा मन इतने से शांत नही होता है | मेरे ससुराल में और मैं औए मेरे पति के अलावा मेरी ननद और मेरे सास ससुर रहते हैं | अब तो मैं बोर हो गई थी | एक जैसे रोज़ की चुदाई से| अब मुझे बिलकुल भी मज़ा नही आ रहा था मेरी पूरी सेक्स लाइफ बर्बाद हो चुकी थी | मै अब बिलकुल भी एन्जॉय नही करती थी | बस झेल रही थी | वो ऑफिस से थक कर आते हैं और सारा गुस्सा मेरी प्यारी से चूत पर निकाल देते हैं | इसी सब से कुछ टाइम निकाल कर मैंने सोचा क्यों न मैं अपनी कहानी आप लोगों के साथ साझा करूँ और लोगों की घटनाओ को पढू | और ये मुझे बहुत मज़ा देता है | इसी लिए आज अपनी कहानी भी आप लोगों से साझा कर रही हूँ |

मेरी कहानी तब शुरू होती है | जब मैं अभी 20 साल की थी | जैसा कि मैंने बताया की मैं शादी से पहले बहुत होर्नी किस्म की लड़की थी | मैं तो बस लंड का मज़ा लेने के लिए तैयार रहती थी | और अभी तक कई लंडो की सैर भी की थी लेकिन मेरी गर्मी का कोई अंत नही था | मिझे तो हमेशा लंड की भूख रहती थी | लेकिन इस मामले में मेरी किस्मत बहुत ख़राब थी | मेरे बाबा जी बहुत ही कड़क आदमी थे उन्होंने हमें ज्यादा घर से निकलना बंद कर दिया था | जो कि मेरे लिए बहुत बुरी बात थी अब लंड से चुदना तो दूर लंड के दर्सन मिलना भी नामुमकिन था | लेकिन मैं भी अपनी गर्मी को शांत करने के नए नए उपाय सोचने लगी थी | कभी अपने कमरे के दरवाजा को बंद कर के अकेले में अपनी चूत में जोर जोर से उंगली कर लेती थी | तो कभी सब्जियों की सहायता भी ले लेती थी | कभी टोरी तो कभी बैंगन अपनी चूत में डाल कर खूब अन्दर बाहर करती थी | लेकिन ये सब करने के लिए मुझे बहुत परेशानी होती थी | क्योकि मुझे सब देखना पड़ता था कि कही कोई आ न जाए | और न ही कोई देख ले मुझे ये सब करते हुए | और न ही वो सब्जियां दोबारा कोई पा जाए | ये सब भी बड़ी मुश्किल से कर पा रही थी |मैं कैसे बर्दाश कर रही थी ये तो मैं ही जान रही थी उसे मैं शब्दों में बयां नही कर सकती है | लेकिन अब तो और बुरा हाल हुआ जा रहा था | अब तो मैं बस एक साथी की खोज में थी जो कम से कम मेरा साथ दे | अकेले सब कुछ नही हो पाता है | और किसी के आ जाने का डर अलग ही होता है |

एक बार की बात है | मेरे बुआ जी कीलड़की मेरे घर गर्मी जी जी की छुट्टियाँ बिताने के लिए आई | उसका नाम रजनी है | वो मुझसे भी बहुत सुन्दर और सेक्सी है | वैसे तो वो बहुत सीधी लड़की थी इसी लिए  मैं ये सब बातें उससे बताना सही नही समझा | वैसे भी वो मुझसे दो साल छोटी है तो और भी अच्छा नही लगता है | कि ऐसी बातें उससे की जाएँ | वो मेरे साथ मेरे कमरे में सोती थी | एक बार की बात है वो सोयी हुई थी | मुझे तो गर्मी हुई थी | लेकिन जब से रजनी आई थी मैं अपनी चूत में सब्जियां तो दूर उंगली भी नही कर पाती थी | डर था कि कगी उसने देख लिया तो मेरा क्या होगा | अगर उसने मेरी शिकायत कर दी | तो फिर तो मेरे घर वाले मेरा बहुत बुरा हाल करेंगे | लेकिन मैंने जैसा उसके बारे में सोचा था उसका एकदम उल्टा था | एक दिन मैं अपने कमरे में जा रही थी | लेकिन जैसे ही कमरे के दरवाजे पे पहुंची तो एक अजीब सी आवाज सुनी | तो थोडा रुक गई | झांक कर देखा तो रजनी बेड पर बैठ कर अपनी चूत में जोर जोर से उंगली कर रही थी | और आन्हे भर रही थी | मैं मन ही मन बहुत ख़ुशी हुई की अब मुझे एक साथी मिल चुका था | कुछ देर देखने के बाद मैं कमरे में पहुँच गई | उसने मुझे देखा तो एकदम डर गई और अपने कपड़े सही करने लगी | वो मेरे पास आ कर रोने लगी | प्लीज़ दीदी ये बात किसी से नही कहना | मैंने कहा तुम्हे इसकी सजा तो भुगतनी पड़ेगी | वो और तेज़ रोने लगी | मैंने कहा मैं किसी से नही कहूँगी | इसकी सजा आज रात में मै दूँगी | उसने कहा आप जो कहोगी मै मानने के लिए तैयार हूँ | मैंने कहा ठीक है | रात हुई | खाना खाने के बिना हम रूम में पहुँच गई |रजनी भी कमरे में पहुँच चुकी थी | वो सर झुका कर बैठी थी | मैंने कहा डर क्यूँ रही है पगली | चल आज दोनों साथ में मिल कर मस्ती करतें हैं | वो मेरा मुंह देखने लगी औरर बहुत खुश हुई |

अब हम दोनों बहने एक दुसरे से लिपट गई और दोनों की ब्रिथिंग एक दुसरे से टकरा रही थी | दोनों के दिल जोर जोर से धडक रहे थे | अब मैंने अपने होंठो को रजनी के होंठो से लगा दिया और उसे किस दे दी | मेरी की टांगे  रजनी की टांगो के साथ टकरा दे रही थी | मैंने अपने हांथो से रजनी के बूब्स को हांथ लगा दिया वो भी मेरे बूबे को हांथ लगा रही थी | वो मेरे बूब्स को जोर जोर से दबाने लगी | मैंने कहा,और जोर से दबा मेरे बूब्स को डार्लिंग, मेरी चूत में से भी पानी चूत रहा हे मेरी जान! |  वो और जोर से मेरे बूब्स को दबाने लगी और एक हाँथ मेरे चूत में डाल दिया | रजनी बोली, दीदी काश एक लंड होता अभी तो कसम से उसे कच्चा चबा जाती | मैंने अपनी एक ऊँगली को रजनी की चूत में डाल दी और वो उसे चोदने लगी | रजनी के मुहं से आवाज  निकल रही थी आह्ह्हह्ह.. आह्ह….. फक मी दीदी….| मैंने कहा, तुझे चुदाई के असली मजे लेने है ? उसने कहा, हां दीदी आज तो सब कुछ कर लेना है मुझे | मैंने कहा ले आज मैं तुझे सब्जियों का एक और उपयोग बताती हूँ | मैंने  बैंगन उठाया और उसके हांथ में दे दिया | वो हंसने लगी | रजनी ने बैंगन के आगे के हिस्से को अपने मुहं में लिया और उसे थूंक लगा के एकदम गिला कर दिया | फिर उसने रजनी की टाँगे खोली और बैंगन का मुहं उसकी चूत पर लगा दिया | मैंने बैंगन को एंड से पकड के उसकी चूत में मारा | रजनी के मुहं से हलकी चीख निकल गई क्यूंकि उसने चूत में आजतक कभी कुछ नहीं लिया था ऐसा!

मैं जानती थी की रजनी की चूत अभी तक वर्जिन ही थी | उसके लिए उसने बैंगन को स्लोली स्लोली ही रजनी की चूत में डाला | जब 75% जितना बैंगन अन्दर जाता उसे उतना ही मज़ा आ रहा था | वो आह्ह्हह्ह… अह्न्न्नम्म ….. कर के मज़े ले रही थी | करीब 10 मिनट तक जम कर उसकी बैंगन से चुदाई हुई | वो कई बार झड गई थी | फिर मैंने उसकी चूत चाटी | फिर उसमे भी यही मेरे साथ किया | मुझे बहुत मज़ा आया |

ऐसे रोज़ हमने ये खेल खेला जब तक वो मेरे घर रुकी | हर रोज़ हम नया ट्राई करते थे | फिर वो अपने घर चली गई | मैं फिर वैसे ही रह गई | उसके कुछ साल बाद मेरी शादी तय हो गयी |

कहानी जारी रहेगी ……….

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कमसिन साली की चुदाई कहानी | uwrena.ru //uwrena.ru/free-sexstories/kamsin-saali-ki-chudai-kahani/ Sat, 03 Jun 2017 10:50:43 +0000 //uwrena.ru/free-sexstories/?p=8 Kamsin Saali Ki Chudai Kahani : हेलो दोस्तों मेरा नाम रमेश है, मैं आज आपको एक ऐसी कहानी बताऊंगा जो मेरे दिल के काफ़ी करीब है, मैं आज तक उस दिन को नही भुला पाया हू, मुझे मौका मिला अपनी ही साली को चोदने का, मेरी शादी हुए 1 साल हुआ था और मैं रायपुर मे रहता था, एक साल बाद मैं अपनी वाइफ को लाने के लिए ससुराल गया था तभी मुझे मौका मिला था.

उस समय मेरी उमर 22 साल थी और मेरी वाइफ की 21 साल और मेरी साली (सिस्टर इन लॉ) की उमर 18 साल थी, मेरा खाने पीने उठने घूमने का प्रबंध मेरी साली रश्मि करती थी, रश्मि काफ़ी बोल्ड और सुंदर लड़की थी, हर कोई का लंड खड़ा हो जाए उसको देख के ऐसी माल थी, रश्मि का शरीर काफ़ी भरा पूरा था, बूब बड़े बड़े पर उतना भी बड़ा नही बिल्कुल पर्फेक्ट साइज़ का था, उनकी गांड चौड़ी और कमर पतली जांघे मोटी गोल गोल, गाल गोरे गोरे होठ पिंक कलर का बाल उनके घुंघराले थे, बड़ी स्टाइल मे रहती थी, मैने नोटीस किया वो सब लड़को के तरफ उसका झुकब नही था पर वो मेरे प्रति काफ़ी अच्छी थी.

मैने एक दिन उनको कहा की रश्मि क्या आप मुझे एक चुम्मा दोगि ? तो बोली क्यों दीदी को नही लेते क्या, मैने कहा रोज रोज ले ले के अच्छा नही लगता है, क्या आपको रोज रोज एक भी सब्ज़ी खाने को मिले तो क्या आप को अच्छा लगेगा, तो बोली, क्या फ़र्क है होठ तो होठ है शरीर तो शरीर है, मेरे मे और दीदी मे क्या फ़र्क है, मैने कहा आप ज़्यादा सेक्सी लगती हो, तो बोली ठीक है शाम को ले लेना मैने कहा शाम तक मैं कैसे इंतज़ार करूँगा, तभी मेरी वाइफ बोली, हन जी सुनते हो मैं मार्केट जा रही हू, 1 घंटा लग जाएगा, मा भी मेरे साथ जा रही है, आपको चलना है तो चलो, मैने कहा नही नही मुझे थकान सी है, तुम जाओ.

वो चली गयी, घर मे मैं और मेरा छ्होटा साला और मेरी शालि थी, मैने कहा रश्मि क्या आप चाय पीला सकते हो, बोली अभी लाती हू, तबी मेरा छोटा साला बोला मेरी साली से, दीदी मैने क्रिकेट खेलएने जेया रहा हू, दरवाजा बंद कर लो, और वो चला गया, करीब 5 मिनिट बाद मेरी साली चाय ले के आ गयी. जब वो आई तो मुस्कुरा रही थी, मैने कहा क्या मुस्कुराहट है आपकी. बोली फ्लर्ट करना बंद करो. और हम दोनो चाय पीने लगे, मैने कहा मैं पीलॉये आपको चाय बोली ठीक है आज हम पी ही लेते है अपने प्यारे जीजू से.

मैने एक घुट चाय ली और मैने बोला इधर आओ, वो नज़दीक आई मैने उनके होठ पे अपना होठ रखा और चाय धीरे धीरे उनके मूह मे डाल दिया, फिर वो एक घुट ली और धीरे धीरे मेरे मूह मे डाल दी, दोनो इश्स तरह से 5 मिनिट मे चाय ख़तम की, पर उस चाय ख़तम होठ े ही, मैने अपने साली को बाहों मे जाकड़ लिया, और किस करने लगा उनके गुलाबी होठ काफ़ी लाल लाल हो गया था, उनकी आँखे नशीली हो चुकी थी, मैने उनके बूब को पकड़ा, वो सिहरने लगी, बोली छ्चोड़ो ना प्लीज़, कोई आ जाएगा, मैने कहा कोई नही आएगा 1 घंटे बाद ही आएगा, बोली ठीक है दरवाजा देख के आती हू बाहर का ठीक से लगा हुआ है की नही.

वो वापस आई और मेरे गोद मे बैठ गयी मेरा लंड उनके गांद के बीच मे था वो बोली बहूत बड़ा लंड है आपका, ऐसा लग रहा था लो लकड़ी का टुकड़ा मेरे नीचे पद गया है, और उन्होने मुझे कस के जाकड़ लिया, वो किस करने लगी मैने उनके बूब को प्रेस करने लगा, वो सेक्सी आवाज़ निकालने लगी, मैने उनके ती शर्ट को उपर से खोल दिया और अंदर ब्रा पहनी थी मैने ब्रा के उपर से ही बूब को दबाने लगा, फिर मैने उनके केप्री को खोल दिया, जाली दार पेंटी और ब्रा दोनो इम्पोर्टे था, बड़ी ही रेड कलर मे अच्छी लग रही थी, मैने तो पूरी तरह से फिदा हो गया था.

मैने रश्मि को बेड पे लिटा दिया, और किस करने लगा, फिर मैने ब्रा के हुक को खोल के उनके दोनो बड़े बड़े बूब को दबाने लगा, उनके निपल को चूसने लगा, उनका निपल काफ़ी टाइट और खड़ा खड़ा हो गया था, मैने होठ से लेले नीचे नाभि तक जीभ से छाता तो गरम हो गयी वो बार बार अपने होठ को अपने जीभ से चाट रही थी, काबी वो तकिये को अपनी मुट्ही मे कस के पकड़ती, तो कभी उूुुुउउफफफफफफफफफ्फ़ उूुुुुुुुुउउफफफफफफफफफफ्फ़ आआआआआआआआआहह की आवाज़ करती, मैने फिर उनके पेंटी को नीचे उतार दिया पर वो फिर से फ़ना ली, उन्होने बोला नही नही उपर से ही जो करना है, कर लो नीचे से नही, मैने कहा उपर तो कुच्छ होठ ा ही नही असल मज़ा तो नीचे है मेरी जान, तो रश्मि बोली क्यों जान तो दीदी है, मैने कहा हा हा आपने सुना नही साली भी आधी घरवाली होठ ी है, बोली हा हा इसीलिए आप दिन मे मुझे कर रहे हो. और दोनो हास पड़े.

मैने फिर उनके पेंटी को नीचे किया और थोड़ा पैर फैलाकर देखा एक छ्होटा से च्छेद भूरा भूरा चूत पे बाल, चूत मे उंगली भी ना जाए, मैने जाइब लगाया तो उच्छल पड़ी मैने कहा क्या हुआ तो बोली गुदगुदी हो रही है, मैने फिर जीभ से चाटने लगा उनके चूत से नमकीन पानी निकालने लगा मैने जीभ से चाट से सॉफ कर दिया, वो बोली और चाटो जीजा जी बहूत अच्छा लग रहा है, आप बहुत अच्छे तरीके से चाट रहे हो, जीजा जी, आप मुझे भी चोदना जैसे दीदी को चोदते हो. मैने कहा क्यों नही मैं भी तो यही चाहता हू, फिर मैने कहा लो लंड को चूसो बोली नही नही ये मुझसे नही होगा, तो मैने भी जबर्दाश्ती नही की.

पैर को फैला दिया, लंड को बाहर निकल दिया, अपने लंड को गीला करने की ज़रूरत नही थी क्यों की चूत ऑलरेडी गीली थी, मैने चूत के बीचो बीच अपने लंड को रखा और कस के अंदर किया, पर चूत इतना टाइट था की मुस्किल से 1 इंच अंदर गया पर रश्मि के आँख से आंशु आ गये, मैने समझाया पहली बार चुदवा रही हो इश्स वजह से दर्द हो रहा है, थोड़े देर मे ठीक हो जाएगा. बोली ठीक है पर धीरे धीरे, मैने फिर से धक्का लगाया, अभी 4 इंच तक गया था तब तभी 3 इंच मेरा लंड बाहर था, फिर मेने एक धक्का लगाया अब पूरा 7 इंच का लंड मेरे साली के चूत मे अंदर चला गया पर वो मेरे हाथ को कस के पड़की हुई थी, बोली मैं मार गयी जीजा जी, बहूत दर्द हो रहा है.

मैने उसके होठ के किस करने लगा और बूब को दबाने लगा थोड़ा जब वो शांत बुई तो फिर से धक्के देने सुरू किए, करीब 20 से 25 धक्के के बाद वो भी धक्के देने लगी, मैने पुचछा कैसा लग रहा है अब तो बोली कुच्छ भी ना बोलो बस चोदते रहो, और वो गांड उठा उठा की चुदवाने लगी, मैने फिर उनके पैर को अपने कंधे पे रख दिया और कस कस के देने लगा, वो आआआः आआहह आआअहह उउफफफफ्फ़ उफफफफ्फ़ उफ्फ्फ्फ्फ़ उउफ़फ्फ़ मार गयी मैं………….. उफफफफ्फ़ उफफफफफ्फ़ हयीईई. फिर वो झड़ गयी और शांत हो गयी पर मैं फुल स्विंग पे था, और 5 से 10 झटके के बाद मैने अपना माल उनके चूत के अंदर ही छोड़ दिया.

फिर करीब 15 मिनिट तक लेते रहे फिर वो बोली, क्या मैं प्रेगञेन्ट हो जाउंगी ? क्यों की आपने अपना वीर्य मेरे चूत के अंदर डाल दिया, तो मैने कहा कोई बात नही रश्मि अगर आप प्रेगञेन्ट हो गये तो मैं आपसे शादी कर लूँगा, ये मेरे वादा है, और फिर वो बातरूम चली गयी और मैने भी अपने कपड़े पहन लिए. उसके बाद 2 महीने बाद ही मेरी शादी की शादी हो गयी. आपको मेरी सच्ची कहानी कैसी लगी जरूर बातायं और फ़ेसबुक पे लाइक और शेयर भी करे!

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