Devar Bhabhi – देवर भाभी – Hindi Sex Stories | uwrena.ru //uwrena.ru Sat, 10 Aug 2019 09:40:15 +0000 en-US hourly 1 /> दारू के नशे का पूरा फायेदा उठाना कोई हमसे सीखे | uwrena.ru //uwrena.ru/free-sexstories/daaru-ke-nashe-ka-pura-fayda-uthana-koi-humse-sikhe/ Tue, 19 Jun 2018 18:47:02 +0000 //uwrena.ru/free-sexstories/?p=2155 desi chudai ki kahani, antarvasna sex stories

मेरा नाम अंकिता है। मेरी उम्र 26 वर्ष है और मेरी शादी को अभी 2 वर्ष ही हुए हैं। मेरे पति एक सरकारी नौकरी करते हैं। वह अपने काम के प्रति बहुत ज्यादा सीरियस हैं और अपने काम में उनका पूरा ध्यान रहता है। वह और किसी चीज में ध्यान नहीं देते। शुरू में तो हम दोनों के बीच में बहुत ज्यादा प्रेम था और हम दोनों के बीच में बहुत नज़दीकियां थी। परंतु अब हम दोनों के बीच में बिल्कुल भी नजदीक या नहीं है और मुझे कई बार ऐसा लगता है कि मेरे पति मुझे अकेला छोड़ देते हैं और वह अपने काम में ही व्यस्त रहते हैं। हम लोग कई महीनों से घूमने भी नहीं गए थे और मैं उनसे इस बारे में बात भी करती तो वह कहते कि ऑफिस में कुछ ज्यादा ही काम रहता है। इस वजह से मैं तुम्हें समय नहीं दे पाता। मुझे भी उस चीज का बुरा लगता है। परंतु मैं क्या करूं। तुम खुद ही बताओ। मैं तुम्हें समय तो देना चाहता हूं परंतु मुझे बिल्कुल भी वक्त नहीं मिल पा रहा है। मैं घर में ही रहती थी। मैं घर में अकेली ही थी, मैंने अपने पति से कहा कि हम लोग फैमिली प्लानिंग कर लेते हैं जिससे कि मेरा मन लगा रहेगा। परंतु वह कहने लगे कि मुझे अभी कुछ और वक्त चाहिए। उसके बाद ही मैं फैमिली प्लानिंग के बारे में सोचूंगा। मैं बहुत ज्यादा अकेलापन महसूस कर रही थी।

एक दिन मेरे पति ने मुझसे कहा कि मेरा ट्रांसफर अब रायपुर में हो गया है। इस वजह से हमें वहां जाना पड़ेगा। जब मैंने यह बात अपने पति के मुंह से सुनी तो मुझे और भी ज्यादा बुरा लगने लगा। क्योंकि मैं सोच रही थी यहां पर कुछ लोगों से मेरी बात हो जाया करती थी लेकिन अब वहां दोबारा से नये लोगों से जान पहचान बढ़ानी पड़ेगी। मुझे बहुत ही ज्यादा बुरा लग रहा था। परंतु मेरे पास कोई भी रास्ता नहीं था। मेरे पति जैसा कहते मुझे वैसा ही करना पड़ रहा था। अब हम लोग रायपुर चले गए और जब मैं रायपुर गई तो मुझे एडजेस्ट करने में बहुत ही दिक्कत हुई। कुछ दिनों तक तो हम लोग सामान ठीक कर रहे थे। इस वजह से मेरे पति घर पर थे तो वह मुझे थोड़ा समय दे दिया करते। परंतु फिर भी वह पहले वाली बात नहीं रह गई थी। वह सिर्फ अपने से ही मतलब रखते थे और जब घर पर भी होते तो टीवी पर ही लगे रहते थे। वह सिर्फ टीवी देखा करते थे। अब हम लोग रायपुर में अपना सारा सामान सेट कर चुके थे और हम लोग सरकारी क्वार्टर में ही रहा करते थे। मैं बहुत ही ज्यादा अकेली हो गई थी। अब मेरे पति भी ऑफिस जाने लगे थे और मुझे बहुत ही बुरा लगता था जब वह ऑफिस जाया करते थे।

एक दिन मैंने सोचा मैं भी बाहर घूम लेती हूं तो मैं छत पर टचलने लगी। मैं जब छत पर टहल रही थी तो छत पर एक लड़का खड़ा था। मैंने जब उसे देखा तो मुझे ऐसा लगा यहां पर कोई और छत पर तो दिखाई नहीं दे रहा है। मैं नीचे ही चली जाती हूं। परंतु फिर मैंने सोचा कि मैं नीचे जाकर भी क्या करूंगी और मैं छत में ही इधर से उधर घूमने लगी और वह लड़का भी मुझे देखे जा रहा था। थोड़े समय बाद उसने मुझसे बात कर ली और मुझसे पूछने लगा क्या आप लोग यहां नए आए हैं। मैंने उसे कहा कि हां मेरे पति का अभी कुछ दिनों पहले ही ट्रांसफर हुआ है। इसलिए हम यहां आए हैं। अब मैंने उससे पूछा कि तुम क्या करते हो। वह कहने लगा मैं तो पढ़ाई कर रहा हूं। परंतु मेरे पिताजी नौकरी करते हैं। इस वजह से हमें यहां पर क्वार्टर से मिले हुए हैं।

मैंने उससे उसका नाम पूछा उसका नाम सोमेश था और वह बात करने में बहुत ही ज्यादा तेज था। वह मुझसे हर चीज पूछे जा रहा था। मैं भी उसे हर एक बात का जवाब देती जाती। उससे बात कर के अच्छा भी लग रहा था। क्योंकि कई समय बाद ऐसा मुझे कोई मिला था जो मुझसे काफी देर तक बात कर रहा था। अब वह मुझे कहता कि आप तो बहुत ही ज्यादा सुंदर हैं। सोमेश ने मुझसे पूछा आपकी शादी कब हुई थी। मैंने उसे बताया कि हमारी शादी को 2 वर्ष हो चुके हैं। अब मेरे पति के ऑफिस से आने का वक्त भी होने वाला था तो मैं नीचे चली गई और सोमेश को मैंने कहा कि मैं नीचे जाती हूं मेरे पति आने वाले होंगे। अब मैं अपने घर में आ गई। मैं थोड़ी देर तक टीवी देखती रही तब तक मेरे पति आ गये और वह कहने लगे मेरे लिए एक कप चाय बना दो। मेरा सिर बहुत ज्यादा दर्द हो रहा है। अब मैंने उनके लिए चाय बनाई और वह थोड़ी देर बाद सोने के लिए चले गए। जब वह सोने गए तो मैं भी अकेली बैठी हुई थी। मैं बार-बार सोमेश के बारे में सोच रही थी और ना जाने उसका चेहरा मेरे दिमाग में बार-बार क्यों आ रहा था। एक दिन मैं छत में चली गई तो मैंने देखा वहां पर सोमेश खड़ा था और अब वह मुझसे बात करने लगा। हम दोनों के बीच बहुत सी बातें होने लगी और वह मुझसे मेरे पति के बारे में पूछने लगा। मैंने उसे बताया कि मेरे पति काम में बहुत ही बिजी रहते हैं। वह मुझे समय बिल्कुल भी नहीं दे पाते हैं और जब यह बात उसने सुनी तो वह मुझसे कहने लगा आपके पति को तो आप को समय देना चाहिए। आप के जैसी सुंदर पत्नी यदि मेरी होती तो मैं आपको एक मिनट के लिए भी अकेला नहीं छोड़ता। जब यह बात उसने कही तो मुझे हंसी आ गई और मैं बड़ी जोर जोर से हंसने लगी। अब हम दोनों ऐसे ही काफी देर तक बात कर रहे थे।

अब हम दोनों की अश्लील बातें शुरू होने लगी और सोमेश मुझसे पूछने लगा क्या आपके पति आपको चोदते नहीं है। मैंने उसे कहा कि उन्हें तो कई समय हो चुका है जब उन्होंने मेरी चूत के दर्शन किए थे। अब मेरे अंदर की उत्तेजना भी बात करते-करते बढ़ रही थी और जैसे ही मुझे सोमेश ने हाथ लगाया तो मेरा बदन पूरा गरम हो गया। उसने मुझे वही छत में लेटा दिया उसने मेरे स्तनों को मेरे कपड़ों से बाहर निकालते हुए अपने मुंह के अंदर समा लिया। वह अच्छे से उनका रसपान करने लगा उसने मेरे स्तनों को अपने दांत से काट भी दिया था और मेरे निप्पल को बड़े प्यार से चूस रहा था। उसने मेरी योनि को भी चाटना शुरू कर दिया वह बहुत ही अच्छे से मेरी योनि के अंदर अपनी जीभ डाल रहा था। मेरी चूत से अब पानी गिरने लगा तो उसने अपने मोटे लंड को निकालते हुए मेरे मुंह के अंदर डाल दिया। मैंने उसे बहुत ही अच्छे से चूसना जारी रखा। मैं बहुत देर तक उसके लंड को अपने मुंह के अंदर चुसती रही और जब मैंने अपने मुंह से उसके लंड को बाहर निकाला तो उसने तुरंत ही मेरी योनि के अंदर अपने लंड को प्रवेश करवा दिया। जैसे ही उसका मोटा लंड मेरी योनि के अंदर घुसा तो मेरी आवाज निकल पड़ी। मैं बहुत तेजी से चिल्लाने लगी अब वह मुझे बड़ी तेज गति से चोद रहा था और मुझे बहुत ही मजा आ रहा था। उसने मुझे इतने तेज धक्का देना शुरु किया कि मेरा पूरा शरीर हिल जाता। लेकिन मुझे बड़ा मजा आ रहा था जब वह मुझे झटके दिए जा रहा था।

अब उसका शरीर भी पूरा गर्म होने लगा था और हम दोनों ही मूड में आ चुके थे। काफी झटकों के बाद उसका वीर्य गिरने वाला था तो उसने अपने लंड को बाहर निकालते हुए मेरे स्तनों पर अपने वीर्य का छिड़काव कर दिया। मुझे बहुत ही मजा आया जब उसने अपने वीर्य को मेरे स्तनों पर गिरा दिया। मैंने उसे अपनी पैंटी से साफ किया और उसके बाद मैंने उसके सामने अपनी चूतडो को कर दिया। उसने जैसे ही मेरी चूत के अंदर अपने मोटे लंड को डाला तो वैसे ही मेरी चीख निकल गई। उसने मेरी बड़ी-बड़ी चूतडो को पकड़ते हुए मुझे बहुत ही अच्छे से चोदना शुरू कर दिया। वह इतनी तेजी से मुझे धक्के दिए जा रहा था कि मेरा शरीर पूरा गरम हो जाता और मुझे बड़ा ही मजा आता। मैं भी अपनी चूतड़ों को उससे मिलाने लगी वह भी मुझे बड़ी तेजी से धक्के दिए जाता। लेकिन एक समय बाद उसके लंड से मेरी चूतडे बड़ी तेजी से टकरा रही थी और उनसे जो गर्मी उत्पन्न हो रही थी। उस गर्मी से मेरा बुरा हाल हो गया अब मैं झड़ गई। मैं ऐसे ही थोड़ी देर तक खड़ी थी। सोमेश मुझे इतनी तीव्रता से चोदे जा रहा था कि उन्हें झटको के बीच में उसका वीर्य भी गिर गया। उसने मेरी योनि में अपने माल को गिरा दिया। जब उसने अपने लंड को बाहर निकाला तो वह बहुत खुश था।

 

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सुन्दर शुशील भाभी को चोदा | uwrena.ru //uwrena.ru/free-sexstories/sundar-sushil-bhabhi-ko-choda/ Mon, 07 May 2018 17:37:36 +0000 //uwrena.ru/free-sexstories/?p=2060 bhabhi sex stories, indian porn kahani

हाय दोस्तों गुड इवनिंग | कैसे हैं आप सभी ? मैं आशा करता हूँ कि आप सभी अच्छे होंगे | मेरा नाम विशाल है और मैं खड़गपुर का रहने वाला हूँ | मेरी उम्र 27 साल है और मैं शादीशुदा लड़का हूँ | मैं दिखने में सांवला हूँ और मेरी हाईट 5 फुट 8 इंच है और मेरा शरीर गठीला है | दोस्तों मैं इस चुदाई की कहानियों का पुराना पाठक हूँ और मुझे यहाँ पर चुदाई की कहानियां पढना बहुत अच्छा लगता है क्यूंकि इसमें बहुत ही अच्छी कहानियां पोस्ट की जाती हैं और मेरा समय आराम से कट जाता है | अभी मैं एक दम फ्री हूँ और मेरे घर में कोई है भी नहीं तो मैंने सोचा कि अपनी एक कहानी लिखूं | तो आज जो मैं आप लोगो के सामने अपनी कहानी पेश करने जा रहा हूँ ये मेरी पहली कहानी है और मेरे जीवन की एक दम सच्ची घटना है | मैं आशा करता हूँ कि आप सभी को मेरी कहानी जरुर पसंद आएगी और आप लोगो को मजा भी आएगा | तो अब मैं आप लोगो का ज्यादा समय नहीं लेते हुए अपनी कहानी लिखना शुरू करता हूँ |

ये घटना पिछले हफ्ते की है | मेरे घर में मैं और मेरी बीवी रहते हैं और हम दोनों लव मैरिज किये थे भाग कर इसलिए हम दोनों अलग रहते हैं | जहाँ पर हम रहते हैं वो हम किराये के घर में रहते हैं लेकिन हमारे मकान मालिक बहुत अच्छे हैं जिन्होंने हमे पनाह दिए | मैं और मेरी दोनों ही जॉब करते हैं | मेरी बीवी सरकारी नौकरी करती है और मैं होम क्रेडिट में काम करता हूँ | जब भी कोई पयेमेंट लेट करता है तो मुझे एक एरिया प्रोविडे होता है जहाँ मुझे जा कर पैसे लाने पड़ते हैं | एक दिन की बात है ऐसे ही मुझे एक जगह पैसे लेने जाना था | वो जगह काफी दूर थी लेकिन काम तो काम है मुझे जाना ही पड़ा | जहाँ मैं गया वहां एक एक बहुत ही सुन्दर भाभी निकली जिसका नाम प्रेरणा है | वो दिखने में बहुत सुन्दर है और उसका फिगर हाय ऐसा फिगर तो बहुत ही किस्मत वाली लड़की को मिलता है | मैं उसके पास गया और उसके पास से पैसे जमा कर लिया और उससे उसका नंबर भी मांग लिया | उसने मुझपे भरोसा कर के अपना नंबर दे दी | उसके बाद से जब भी मेरी बीवी काम पर होती तो मैं उसे फोन लगा कर काफी देर तक बाते किया करता |

मेरी बीवी का फ़ोन भी आता और कभी बिजी भी बताता मेरा फ़ोन तो उसे शक नहीं होता क्यूंकि उसे खुद पता है कि मैं किसी न किसी कस्टमर से ही बात करता हूँ | इसी चीज़ का भरोसे पर मैं उसे धोखा देता | ऐसा ही काफी दिनों तक चलता रहा और आखिर में हमने चुदाई करने के बारे में सोचा पर सबसे बड़ी समस्या ये थी कि मेरी बीवी और मेरी छुट्टी सिर्फ सन्डे को रहती | प्रेरणा के घर में भी सब रहते हैं इसलिए उसके घर पर भी हमे मौका नहीं मिल प् रहा था चुदाई का | काफी दिनों बाद पिछले सन्डे को ये मौका मिल ही गया | उस दिन मेरी बीवी की छुट्टी नहीं थी और बस मेरी छुट्टी थी | प्रेरणा ने भी अपने घर पर बहाना बना कर घर से बाहर निकल गई और उसके बाद मैं उसे लेने गया और उसे वहां से ले कर मैं अपने घर ले कर आया और फिर बाहर जा कर अपनी गाडी अन्दर खड़ी कर दिया घर के और दरवाजा और पर्दा दोनों लगा दिया | उसके बाद मैं रूम में आया तो वो अपने अप्रिन को उतारने लगी |

मैं उसके पास गया और उसके चेहरे को सहलाने लगा | फिर मैंने उससे कहा कि जान मैंने इस मौके का बहुत इन्तेजार किया है और आज मैं इस पल को बहुत अच्छे से जीना चाहता हूँ | उसने भी कहा हाँ जान तुमने सच कहा मैं भी इस पल को जीना चाहती हूँ | उसके बाद मैंने उसे अपनी बांहों में ले लिया और उसने भी अपना सिर मेरी बांहों में रख लिया | कुछ देर ऐसे ही रहने के बाद मैंने उसके होंठ पर अपने होंठ रख दिया और उसके होंठ को चूसने लगा | वो भी मेरा साथ देते हुए मेरे होंठ को चूसने लगी | मैं उसके होंठ को चूसते हुए उसके बदन को सहला रहा था और वो मेरे होंठ को चूसते हुए मेरा पूरा साथ दे रही थी | हम दोनों एक दूसरे के काफी देर तक होंठ को चूसे | उसके बाद मैंने उसकी साड़ी के पल्लू को नीचे गिरा फिया और उसने अपने ब्लाउज के बटन को खोल कर ब्रा को नीचे कर दी और अपने एक दूध को बाहर निकाल कर मुझे अपनी गोद में लेटा ली | फिर मैंने उसे दूध को अपने मुंह में लिया और चूसने लगा मसलते हुए तो उसके मुंह से आहा ऊउंह ऊम्ह आहा ऊउंह ऊम्ह आहा ऊउंह ऊम्ह आहा ऊउंह ऊम्ह आहा ऊउंह ऊम्ह आहा ऊउंह ऊम्ह की आवाज़ निकलने लगी | कुछ देर दूध चूसने के बाद उसने अपने दूसरे दूध को भी निकाल ली और मैंने उसके दूध को अपने होंठ से दबा कर चूसने लगा मसलते हुए और वो आहा ऊउंह ऊम्ह आहा ऊउंह ऊम्ह आहा ऊउंह ऊम्ह आहा ऊउंह ऊम्ह आहा ऊउंह ऊम्ह आहा ऊउंह ऊम्ह करते हुए मेरे सिर पर हाँथ फेरने लगी |

उसके बाद मैंने उसके दोनों दूध के निप्पलस को अपने मुंह में लिया और दबा दबा कर चूसने लगा और वो आहा ऊउंह ऊम्ह आहा ऊउंह ऊम्ह आहा ऊउंह ऊम्ह आहा ऊउंह ऊम्ह आहा ऊउंह ऊम्ह आहा ऊउंह ऊम्ह करते हुए सिस्कारियां लेने लगी | मैंने उसके दूध को करीब 15 मिनट तक चूसा | उसके बाद मैंने अपनी टी-शर्ट और जीन्स को उतार दिया और चड्डी में ही बिस्तर पर बैठ गया | उसके बाद वो जमीन पर बैठ कर मेरी अंडरवियर को भी उतार दी और मेरे लंड को अपने हाँथ में ले कर चाटने लगी जीभ से तो मेरे मुंह से भी आहा ऊउंह ऊम्ह आहा ऊउंह ऊम्ह आहा ऊउंह ऊम्ह आहा ऊउंह ऊम्ह आहा ऊउंह ऊम्ह आहा ऊउंह ऊम्ह की सिस्कारियां निकलने लगी | वो मेरे लंड को चाट भी रही थी और चूम भी रही थी और मैं आहा ऊउंह ऊम्ह आहा ऊउंह ऊम्ह आहा ऊउंह ऊम्ह आहा ऊउंह ऊम्ह आहा ऊउंह ऊम्ह आहा ऊउंह ऊम्ह करते हुए मजे ले रहा था | उसके बाद उसने मेरे गोटों को अपने मुंह में ले कर बारी बारी से चूसने लगी और मैं आहा ऊउंह ऊम्ह आहा ऊउंह ऊम्ह आहा ऊउंह ऊम्ह आहा ऊउंह ऊम्ह आहा ऊउंह ऊम्ह आहा ऊउंह ऊम्ह करते हुए अपने लंड को हिला रहा था |

फिर उसने मेरे लंड के टॉप को अपने मुंह में ले कर चूसने लगी और मैं आहा ऊउंह ऊम्ह आहा ऊउंह ऊम्ह आहा ऊउंह ऊम्ह आहा ऊउंह ऊम्ह आहा ऊउंह ऊम्ह आहा ऊउंह ऊम्ह करते हुए उसके दोनो दूध के निप्पलस को मसलने लगा | वो मेरे लंड को जोर जोर से ऊपर नीचे करते हुए चूस रही थी और मैं आहा ऊउंह ऊम्ह आहा ऊउंह ऊम्ह आहा ऊउंह ऊम्ह आहा ऊउंह ऊम्ह आहा ऊउंह ऊम्ह आहा ऊउंह ऊम्ह करते हुए सिस्कारियां ले रहा था | फिर उसने अपनी साड़ी को ऊपर किया और पेंटी को उतार दी | मैंने उसे लेटा दिया और उसके दोनों पैरो को फैला दिया और उसकी चूत पर अपनी जीभ रख कर चाटने लगा और वो आहा ऊउंह ऊम्ह आहा ऊउंह ऊम्ह आहा ऊउंह ऊम्ह आहा ऊउंह ऊम्ह आहा ऊउंह ऊम्ह आहा ऊउंह ऊम्ह करते हुए सिस्कारियां लेने लगी |

मैं उसकी चूत में अपनी जीभ अन्दर तक डाल कर चाट रहा था और वो आहा ऊउंह ऊम्ह आहा ऊउंह ऊम्ह आहा ऊउंह ऊम्ह आहा ऊउंह ऊम्ह आहा ऊउंह ऊम्ह आहा ऊउंह ऊम्ह करते हुए अपने दूध को मसल रही थी | उसके बाद मैंने अपने लंड को उसकी चूत पर सहलाया और फिर अन्दर डाल कर चोदने लगा तो वो आहा ऊउंह ऊम्ह आहा ऊउंह ऊम्ह आहा ऊउंह ऊम्ह आहा ऊउंह ऊम्ह आहा ऊउंह ऊम्ह आहा ऊउंह ऊम्ह करते हुए सिस्कारियां लेने लगी | कुछ देर के बाद मैंने अपनी चुदाई तेज कर दिया और जोर जोर से उसकी चूत को चोदने लगा और वो भी आहा ऊउंह ऊम्ह आहा ऊउंह ऊम्ह आहा ऊउंह ऊम्ह आहा ऊउंह ऊम्ह आहा ऊउंह ऊम्ह आहा ऊउंह ऊम्ह करते हुए अपने निप्पलस को मसलने लगी | फिर मैं नीचे लेट गया और वो मेरे ऊपर आ कर मेरे लंड को अपनी चूत पर रख दी और मैं एक ही धक्के में अन्दर डाल दिया और चोदने लगा तो वो भी आहा ऊउंह ऊम्ह आहा ऊउंह ऊम्ह आहा ऊउंह ऊम्ह आहा ऊउंह ऊम्ह आहा ऊउंह ऊम्ह आहा ऊउंह ऊम्ह करते अपनी गांड ऊपर नीचे करते हुए चुदवाने लगी | करीब आधे घंटे की चुदाई के बाद मैंने अपना वीर्य उसके मुंह में ही छोड़ दिया | उसके बाद हम दोनों ने खुद को ठीक किया | फिर मैंने उसे उसके घर के पास तक छोड़ दिया और वापस अपने घर आ गया |

तो दोस्तों ये थी मेरी कहानी |

 

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बाजू में एक भाभी | uwrena.ru //uwrena.ru/free-sexstories/baju-me-ek-bhabhi/ Sat, 31 Mar 2018 19:01:12 +0000 //uwrena.ru/free-sexstories/?p=1962 Bhabhi sex stories

नमस्कार दोस्तों कैसे हैं आप ? मैं आशा करता हूँ कि आप सभी अच्छे होंगे | मेरा नाम सतीश है और मैं रीवा के रहने वाला हूँ | मेरी उम्र 26 साल है और मैं अभी बेरोजगार हूँ | मैं दिखने में सांवला हूँ और मेरी हाईट 5 फुट 9 इंच है और मेरा बदन एक दम फिट है | मैं इस साईट का दैनिक पाठक हूँ और मुझे इस साईट में कहानियां पढ़ना पसंद है | आज जो मैं आप लोगो के सामने अपनी कहानी पेश करने जा रहा हूँ ये मेरी पहली कहानी है और मेरे जीवन की सच्ची घटना है | मैं उम्मीद करता हूँ कि आप लोगो को मेरी कहानी पसंद आयगी | तो अब मैं आप लोगो का ज्यादा समय न लेते हुए सीधा अपनी कहानी पर आता हूँ |

ये घटना पिछले साल की है | जैसा की मैंने आप लोगो को बताया कि मैं बेरोजगार हूँ तो मेरा ज्यादा समय घर में ही कटता था | मेरे दोस्त सभी काम करते हैं तो मेरी बात उनसे शाम को ही होती थी या फिर सन्डे को | मैं अपना टाइम या तो टीवी देखने में या मोबाइल में बात करते हुए निकाल देता था | मेरी एक गर्लफ्रेंड भी है तो उससे भी बात होती है मेरी लेकिन वो मुझे सिर्फ ऊपर ही ऊपर खेलने देती है अगर मैंने उसकी चुदाई की होती तो मैं आप लोगो जरुर बताता | मेरे घर के बाजू में एक भाभी रहती है जिसका नाम अनुजा है और वो 38 साल की है | उसके दो बच्चे हैं एक लड़का है और एक लड़की है | उसका पति प्राइवेट जॉब करता है और वो दिल्ली में रहता है | उसके घर में वो और उसकी सास रहती है | उसकी सास भजन कीर्तन वाली है तो जब उसका सारा टाइम तो मंदिर और यहाँ वहां के भजन में कट जाता है | भाभी अक्सर हमारे घर आती रहती है और कभी कभी मैं भी उनके घर चला जाता हूँ क्यूंकि उनकी जो बेटी है वो मुझे बहुत पसंद करती है | मैं भी उसके साथ खूब खेलता हूँ | मुझे छोटे बच्चे पसंद है | एक दिन की बात है उस समय दोपहर थी तो मैंने सोचा कि मिनी ( भाभी की बेटी ) घर आ गई होगी तो मैंने सोचा कि उसके साथ खेल लूं | जब मैं घर गया तो देखा कि दरवाजा बंद था | मैंने कई बार दरवाजा खटखटाया पर कोई दरवाजा नहीं खोला | मुझे लगा शायद घर में कोई नहीं होगा तो अपने घर वापस आने लगा तभी मेरा एक दोस्त मिल गया तो मैं उससे बात करने लगा | तभी एक दम से दरवाजा खुला और वहां से एक 40-45 साल का आदमी वहां से निकल रहा था | मुझे अजीब लगा अगर आदमी अनजान निकल रहा है तो भाभी ने दरवाजा क्यूँ नहीं खोला और मेरे जाने के बाद ही दरवाजा क्यूँ खोला ? मैं अपने दोस्त से बात करने के बाद भाभी के पास गया और कहा भाभी ये अंकल कौन हैं ? तो वो घबराते हुए पूछी कौन अंकल ? तो उन्होंने कहा अरे वो मेरे ससुर के दोस्त हैं और कभी कभी हमारे घर आते जाते रहते हैं | तो मैंने पूछा कि फिर आपने दरवाजा क्यूँ नहीं खोला मैंने तो कितनी बार दरवाजा खटखटाया था ? तो वो और घबरा गई | मैं समझ गया कि कुछ तो लोचा है | मैंने भाभी से पूछा कि बंकू और मिनी कहाँ हैं ? तो उन्होंने कहा कि वो अपनी दादी के साथ मंदिर गए हैं | अब तो मेरा शक पूरा सच में बदल गया | मैंने भाभी से पूछा भाभी देखो मुझसे झूट मत कहना तभी भाभी ने मुझसे कहा अभी मत बोलो जो बोलना है अन्दर आओ फिर बोलना | उसके बाद उन्होंने मुझे अन्दर बैठाया और कहा हाँ अब पूछो | तो मैंने पूछा कि भाभी देखो मुझसे झूट मत कहना | मुझे सच सच बताओ कि वो कौन आदमी है और जब आप अकेले हो तब वो यहाँ क्या कर रहा था और इतना दरवाजा ठोकने के बाद भी आपने दरवाजा क्यूँ नहीं खोला | पहले तो भाभी बहुत देर तक मुझसे झूट बोलती रही और मैं बस उसी बात पे टिका रहा | काफी देर हो गई और उतने में आंटी और बच्चे भी आ गए तब मैंने कहा भाभी मुझे जवाब चाहिए मैं कल सुबह आऊंगा | भाभी तब भी शांत रही | फिर मैंने मिनी को गोद में उठाया और उससे पूछा कि मिनी चले खेलने तो उसने भी कहा हाँ भैया और बंकू टीवी देखने लगा | दादी काम में लग गई और भाभी भी उठ के चले गई | फिर अगले दिन जब मैं उनके घर गया तब सुबह के 11 बज रहे थे | भाभी उस समय अकेले रहती हैं | मैं भाभी के गया तब भाभी काम कर रही थी तो मैंने उनको आवाज़ लगाया तो वो आ गई | पर फिर भी शांत ही थी | मैंने भाभी से पूछा कि भाभी अगर आज आपने सच नहीं बताया तो मैं आपकी सास को सब कुछ बताद उंगा | तब भाभी ने कहा नहीं उनको मत बताना मैं तुम्हे सच बताती हूँ | असल में वो मेरे पति के दोस्त हैं और मेरा और उनका अफेयर चलता है | जब घर में कोई नहीं रहता तब मैं उनको बुला लेती हूँ | फिर मैंने कहा फिर तो चुदाई भी होती होगी | तो भाभी ने हाँ कह दिया |

मैंने कहा भाभी आप उनसे चुद्वाती हो इससे अच्छा मुझसे चुदवा लिया करो | आपको चुदाई भी मिल जायगी और कोई डर भी नहीं रहेगा | भाभी कुछ नही बोली तो मैंने थोडा जोर दिया तब भाभी ने मुझे मना कर दिया | मुझे गुस्सा आ गया तो मैंने भाभी का हाँथ पकड़ा और कहा कि अगर मुझे चुदाई नही मिली तो मैं सब को बता दूंगा | ये बात सुन कर भाभी की गांड फट गई तो भाभी ने हाँ कह दिया | फिर मैंने भाभी से पूछा कि ये लोग कब तक घर आयेंगे ? तो भाभी ने कहा कि अभी तो बहुत टाइम है | फिर मैं दरवाजे की तरफ गया और दरवाजा बंद कर दिया | फिर मैंने भाभी को अपनी बांहों में लिया और उनके होंठ को चूसने लगा तो भाभी साथ दे नहीं रही थी इस बात पर मुझे गुस्सा आ गया | मैंने कहा साली बूढ़े लंड पसंद हैं क्या ? जवान लंड मिल रहा है तो साथ दे वरना | फिर भाभी मेरे होंठ में अपने होंठ रख कर किस करने लगी | मैं भी भाभी के होंठ को अच्छे से चूस रहा था | 10 मिनट किस करने के बाद मैंने उनके गाउन को उतार दिया और और ब्रा के ऊपर से ही उनके दूध को दबाने लगा तो उनके मुँह से आहा ऊनंह ऊम्म्ह आहाआ ऊंह ऊम्मंह अह़ा ऊनंह ऊमंह ऊनंह निकलने लगी | फिर मैंने उनके ब्रा को भी उतार दिया और उनके दूध को अपने मुँह में ले कर चूसने लगा तो वो आहा ऊनंह ऊम्म्ह आहाआ ऊंह ऊम्मंह अह़ा ऊनंह ऊमंह ऊनंह करते हुए आन्हे भरने लगी | मैं उनके दूध को जोर जोर से मसलते हुए चूस रहा था और वो आहा ऊनंह ऊम्म्ह आहाआ ऊंह ऊम्मंह अह़ा ऊनंह ऊमंह ऊनंह करते हुए मेरे सिर के बाल को सहला रही थी | उसके बाद मैंने उनकी पेंटी उतारी और फिर सोफे पर लेटा कर उनकी टांगो को चौड़ा कर दिया और चूत को चाटने लगा तो वो आहा ऊनंह ऊम्म्ह आहाआ ऊंह ऊम्मंह अह़ा ऊनंह ऊमंह ऊनंह करते हुए सिस्कारियां भरने लगी |

मैं उसकी चूत चाटते हुए ऊँगली डाल कर चोदने भी लगा तो वो आहा ऊनंह ऊम्म्ह आहाआ ऊंह ऊम्मंह अह़ा ऊनंह ऊमंह ऊनंह करते हुए मेरे मुँह को अपनी चूत में दबाने लगी | उसके बाद मैंने भी अपने कपड़े उतार दिए और नंगा हो गया | वो मेरा लंड देख कर जीभ होंठ में फेरने लगी और झट से मेरे लंड पर अपनी जीभ फेरने लगी तो मेरे मुँह से भी आहा ऊनंह ऊम्म्ह आहाआ ऊंह ऊम्मंह अह़ा ऊनंह ऊमंह ऊनंह की आवाज़ निकलने लगी | मेरे लंड को चाटने के बाद उसने अपने मुँह में डाला और चूसने लगी तो मैं भी आहा ऊनंह ऊम्म्ह आहाआ ऊंह ऊम्मंह अह़ा ऊनंह ऊमंह ऊनंह करते हुए उसके मुँह में अपना लंड पेलने लगा | उसके बाद मैंने अपना लंड उसकी चूत में सहलाया और अन्दर डाल दिया और चोदने लगा तो वो आहा ऊनंह ऊम्म्ह आहाआ ऊंह ऊम्मंह अह़ा ऊनंह ऊमंह ऊनंह करते हुए सिस्कारियां लेने लगी | कुछ देर चोदने के बाद मैंने अपनी चुदाई तेज कर दिया और जोर जोर से चोदने लगा तो वो भी आहा ऊनंह ऊम्म्ह आहाआ ऊंह ऊम्मंह अह़ा ऊनंह ऊमंह ऊनंह करते हुए अपनी कमर उठा उठा कर चुदवा रही थी | फिर मैंने उसे वहीँ घोड़ी बनाया और पीछे से लंड डाल कर चोदने लगा तो वो भी आहा ऊनंह ऊम्म्ह आहाआ ऊंह ऊम्मंह अह़ा ऊनंह ऊमंह ऊनंह करते हुए अपनी गांड आगे पीछे करते हुए चुदाई में साथ दे रही थी | करीब 20 मिनट की चुदाई के बाद मैंने अपना वीर्य उसकी गांड में छोड़ दिया |      

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पति के मामा का बेटा | uwrena.ru //uwrena.ru/free-sexstories/pati-ke-mama-ka-beta/ Tue, 27 Mar 2018 18:16:36 +0000 //uwrena.ru/free-sexstories/?p=1948 sex stories in hindi

हाय फ्रेंड्स कैसे हैं आप सभी ? मैं आशा करती हूँ कि आप सभी अच्छे होंगे | मेरा नाम शुष्मा है और मैं कनवा की रहने वाली हूँ | मेरी उम्र 34 साल है और मैं एक शादीशुदा महिला हूँ | मैं दिखने में गोरी हूँ और मेरा बदन भी गदराया हुआ है | मेरी हाईट 5 फुट 7 इंच है और मेरे दूध बड़े हैं और गांड भी बड़ी और गोल है | जब मैं चलती हूँ तो मेरे दोनों चूतड़ भी साथ देते हैं  | मैं इस साईट की दैनिक पाठक हूँ और मुझे चुदाई की कहानियां पढ़ना अच्छा लगता है | दोस्तों आज जो मैं आप लोगो के सामने अपनी कहानी पेश करने जा रही हूँ ये मेरी पहली कहानी है और मेरे जीवन की सच्ची घटना है | मैं उम्मीद करती हूँ कि आप लोगो को मेरी कहानी पसंद आयगी और मेरी कहानी पढ़ कर आप लोगो को मजा भी आयगा | तो अब बिना वक़्त बर्बाद करते हुए अपनी कहानी शुरू करती हूँ | ये मेरी पहली कहानी है तो हो सकता है कि इसमें गलती के आसार ज्यादा हो | अगर आप लोगो को इसमें कोई गलती नजर आती है तो मुझे माफ़ करना |

मेरे घर में मैं और मेरे पति ही रहते हैं | सास ससुर भी रहते थे लेकिन दो साल पहले उनकी एक्सीडेंट में मौत हो गई | अभी मेरे कोई भी बच्चे नहीं हैं | मेरे पति शादी के कुछ महीनो तक तो मुझे खूब चोदते थे लेकिन बाद में पता नहीं उन्हें क्या हो गया वो जल्दी झड़ कर सो जाते और मेरी चूत की प्यास बुझ नहीं पाती | शादी के पहले मेरे बड़े अरमान थे की शादी के बाद मैं अपनी चूत खूब चुदवाउंगी और चुदाई के मजे लूंगी | स्कूल में मेरा एक बॉयफ्रेंड था पर मैंने उसे कभी किस के आगे बढ़ने नहीं दिया क्यूंकि मुझे पता था कि ये मुझे शादी नही करेगा | फिर जब कॉलेज में थी तब मेरा एक बॉयफ्रेंड और बना और उसे भी मैंने किस के आगे बढ़ने नहीं दिया | मैंने उससे कहा था कि जब तुम मुझसे शादी करोगे तभी चोदने दूँगी नहीं तो मैं कुछ भी नहीं करने दूंगी | इसी बात से हमारी अकसर लड़ाई हुआ करती थी और फिर एक दिन ऐसा आया कि मुझे उसका साथ छोड़ना पड़ा | कॉलेज के खत्म होने के बाद मैंने एक स्कूल में जॉब कर लिया | वहां भी मेरे पीछे कई टीचर्स पड़े रहते थे लेकिन मैंने वहां पर किसी को भी भाव नहीं दिया | शादी होने के बाद पति से उम्मीद थी कि वो मुझे अच्छे से चोदेगा पर मादरचोद कुछ ही समय मे ठंडा पड़ गया और मेरी चुदाई की आग को जलता छोड़ दिया | मैं रोज रात में ब्लू फिल्म देखती और डिलडो से अपनी चूत को शांत कर लेती पर डिलडो से होता क्या है बस आत्मा को शांति मिलती है चूत को तो लंड से ही शांति मिलती है | मेरी शादी को दो साल हो गए लेकिन मेरा पति मुझे सिर्फ तीन महीने ही अच्छे से चोद पाया | मैंने सोचा कि किसी और से अपनी चूत को चुदवा लूं पर पता नहीं क्यूँ मन नहीं मानता था | मैं अक्सर सोचती कि कभी दूध वाले से या कभी सब्जी वाले से अपनी चूत चुदवा लूं |

एक दिन की बात है मेरे पति शाम को घर आये और कहा कि मेरे मामा का लड़का यहाँ कुछ दिन के लिए रहने आ रहा है कोई दिक्कत तो नहीं है | मैंने कहा नही क्या दिक्कत हो सकती है | उसका नाम पंकज है और वो अभी 24 साल का है नौजवान लौंडा है | उसकी कदकाठी काफी अच्छे है | दो दिन बात वो हमारे घर आ गया | उस समय मैं नहा कर निकली ही थी और अपने बाल सुखा रही थी | मैंने उस समय गाउन पहना हुआ था और बदन गीला होने की वजह से गाउन मेरे बदन से चिपका हुआ था | वो मुझे घूर घूर कर देखने लगा | मैंने कहा अरे तुम बाहर खड़े हो अन्दर आओ | तो उसने कहा अरे भाभी आप पहले जैसे नहीं रहे अब | मैंने पूछा क्यूँ ? तो उसने कहा आप तो अभी पहले से ज्यादा सुन्दर लगने लगे हो | मैंने मंद ही मंद मुस्कुराया और कहा चल रे मजाक मत कर | तेरी गर्लफ्रेंड से कम ही सुन्दर हूँ | तो उसने कहा नहीं भाभी वो आपकी सुन्दरता के सामने पानी कम चाय है | हम दोनों की ऐसे ही कुछ देर बात हुई और फिर मैंने उसे कमरा दिखा दिया कि यहाँ तुम रुकना | फिर वो अपना सामान शिफ्ट करने लगा और मैं किचिन में काम करने लगी | जब मैं उसके कमरे में गई तो दरवाजा बंद था | मैंने आवाज़ लगाने से पहले सोचा कि चलो देखती हूँ ये क्या कर रहा है ? जब मैंने देखा तो मेरे होश उड़ गए | वो अपने लंड को बाहर निकाल कर मुट्ठ मार रहा था | उसका लंड 8 इंच लम्बा और 3 इंच मोटा होगा | ये देख कर मेरी साँसे तेज हो गई और मन में अजीब अजीब ख्याल आने लगे | फिर मैं जल्दी से किचिन वापस आ गई | बार बार उसका लंड मेरी दिल और दिमाग में आने लगा | आँखों के सामने बस उसका मोटा लंड ही दिखने में लगा | उसके बाद मैंने मन बना लिया कि इससे अपनी चूत चुदवाउंगी | अब मैं उसके सामने कभी अपने दूध दिखाती तो कभी अपनी गांड मटका मटका कर चल के दिखाती | वो भी ये सब देख कर अपने लंड को मसलता | एक दिन दोपहर की बात है वो अपने कमरे में था | तो मैंने सोचा कि देखती हूँ क्या कर रहा होगा ? देखा तो फिर मुट्ठ मार रहा था और उसके हाँथ में मेरी तस्वीर थी | मैंने सोचा कि यही सही मौका है इससे चुदवाने का | मैंने दरवाजा खटखटाया तो एक मिनट बोल कर बाहर आया | मैंने उससे पूछा कि क्या कर रहा है ? तो उसने कहा कुछ नही बस कसरत कर रहा था | मैंने कहा अपनी कसरत कर रहा था या अपने लंड की | उसने पूछा आप क्या कह रहे हो मेरे समझ में नहीं आया ? तो मैंने कहा देख ज्यादा नाटक मत कर मुझे पता है जब से तू यहाँ आया है मेरी याद में मुट्ठ मरता है | फिर वो शर्माने लगा तो मैंने कहा शर्मा मत जो तू चाहता है मुझसे वो मैं भी चाहती हूँ तुझसे | ये बात सुन कर वो खुश हो गया |

मैंने मेन डोर बंद किया और उसे अपने से चिपका लिया | फिर मैंने अपने होंठ उसके होंठ में दबा कर चूसने लगी तो वो भी मेरा साथ किस्सिंग में देने लगा और मेरे होंठ को जोर जोर से चूसने लगा | फिर हम दोनों ने एक दूसरे के कपड़े उतारे और नंगे हो कर एक दूसरे के बदन से चिपक कर सहलाने लगे | उसके बाद मैं उसके मोटे लंड को अपनी जीभ से चाटने लगी तो उसके मुँह से आहाआ ऊनंह उऊंम्ह ऊन्न्म्ह उआहा ऊउन्न्ह ऊउमंह आहा ऊउन्न्ह ऊउम्मंह की सिस्कारियां निकलने लगी | उसके लंड को मैंने अच्छे से चाट कर पूरा गीला कर दिया और फिर मैं उसके लंड को अपने मुँह में डाल कर चूसने लगी तो वो आहाआ ऊनंह उऊंम्ह ऊन्न्म्ह उआहा ऊउन्न्ह ऊउमंह आहा ऊउन्न्ह ऊउम्मंह करते हुए मेरे मुँह में अपना लंड पेलने लगा | उसका ये तरीका मुझे पसंद आया | फिर उसने मेरे दोनों दूध को अपने मुँह में लिए और चूसने लगा तो मेरे मुँह से भी आहाआ ऊनंह उऊंम्ह ऊन्न्म्ह उआहा ऊउन्न्ह ऊउमंह आहा ऊउन्न्ह ऊउम्मंह की आवाज़ निक्क्लने लगी | वो मेरे दूध को जोर जोर से मसलते हुए चूस रहा था और मैं आहाआ ऊनंह उऊंम्ह ऊन्न्म्ह उआहा ऊउन्न्ह ऊउमंह आहा ऊउन्न्ह ऊउम्मंह करते हुए उसके सिर पर हाँथ फेर रही थी | फिर उसने मुझे लेटाया और मेरी चूत को चाटने लगा तो मैं आहाआ ऊनंह उऊंम्ह ऊन्न्म्ह उआहा ऊउन्न्ह ऊउमंह आहा ऊउन्न्ह ऊउम्मंह करते हुए सोच रही थी कि काश इसी से मेरी शादी हो गई होती | वो मेरी चूत को अपनी जीभ से रगड़ते हुए चाट रहा था और मैं आहाआ ऊनंह उऊंम्ह ऊन्न्म्ह उआहा ऊउन्न्ह ऊउमंह आहा ऊउन्न्ह ऊउम्मंह करते हुए उसके मुँह को अपनी चूत पर दबा रही थी | कुछ देर बाद वो उठा और अपने लंड को मेरी चूत में पेल दिया और चोदने लगा तो मैं भी आहाआ ऊनंह उऊंम्ह ऊन्न्म्ह उआहा ऊउन्न्ह ऊउमंह आहा ऊउन्न्ह ऊउम्मंह करते हुए चुदाई में उसका साथ देने लगी | वो बहुत अच्छे से मेरी चूत को चोद रहा था और फिर उसने चुदाई की रफ़्तार बढ़ा दिया और चोदने लगा जोर जोर से शॉट लगाते हुए और मैं भी आहाआ ऊनंह उऊंम्ह ऊन्न्म्ह उआहा ऊउन्न्ह ऊउमंह आहा ऊउन्न्ह ऊउम्मंह करते हुए अपनी कमर उठा उठा कर चुदवा रही थी | मुझे बड़े ही समय बाद असली चुदाई का मजा मिल रहा था | करीब 45 मिनट तक उसने मुझे खूब चोदा और हर एंगल से चोदा | उसके बाद उसने अपना वीर्य मेरी चूत में ही छोड़ दिया |

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पिज़्ज़ा खिला कर भाभी को चोदा | uwrena.ru //uwrena.ru/free-sexstories/pizza-khila-kar-bhabhi-ko-choda/ Tue, 20 Mar 2018 17:27:37 +0000 //uwrena.ru/free-sexstories/?p=1916 bhabhi sex stories, chudai ki kahani

नमस्कार दोस्तो, कैसे हैं आप सभी ? मैं आशा करता हूँ कि आप सभी अच्छे होंगे और चुदाई के भरपूर मजे ले रहे होंगे | मेरा नाम शशांक है और मैं भोपाल का रहने वाला हूँ | मेरी उम्र 19 साल है और मैं अभी कॉलेज की पढाई कर रहा हूँ | मैं दिखने में सांवला हूँ और मेरी कदकाठी भी अच्छी है | मेरी हाईट 5 फुट 10 इंच है और मेरी हेल्थ भी अच्छी है | दोस्तों, मैं चुदाई की कहानियों का बहुत बड़ा फैन हूँ और मुझे इस साईट में चुदाई की कहनियाँ पढना बहुत पसंद है | मुझे आज मौका मिल रहा है कि मैं कुछ लिखूं क्यूंकि मेरे साथ ऐसा कुछ हुआ ही नहीं था जिसे मैं शब्दों में उजागर कर सकता | आज जो मैं आप लोगो के सामने अपनी कहानी लिखने जा रहा हूँ ये मेरी पहली कहानी है और मेरे जीवन की सच्ची घटना है | मैं उम्मीद करता हूँ कि आप लोगो को मेरी ये कहानी जरुर पसंद आयगी और मेरी कहानी पढ़ कर आप लोग उत्तेजित भी हो जाओगे | तो अब मैं आप लोगो का समय बर्बाद नहीं करता हूँ और अपनी कहानी शुरू करता हूँ |

दोस्तों मेरे घर में मैं हूँ और मेरे मम्मी पापा हैं | मेरा एक छोटा भाई भी है जो कि स्कूल में पढ़ता है | जब मैं स्कूल में पढाई करता था तब मेरी कोई भी गर्लफ्रेंड नहीं थी और जब कॉलेज आया तब एक गर्लफ्रेंड बनी लेकिन किसी वजह से हमारा ब्रेकअप हो गया | स्कूल के टाइम से मुझे बहुत शौक था कि मैं चुदाई करूँ पर साला किस्मत में किसी की चूत ही नहीं लिखी थी ऐसा मुझे लगता था | मैं रोज रात में या जब भी घर में अकेला रहता तो अपने कमरे का रूम बंद कर के अपने कंप्यूटर पर ब्लू फ्लिम लगा कर मुट्ठ मारता | मैं एक दिन में दो से तीन बार मुट्ठ मरता था | अब क्या करता चूत का जुगाड़ तो था नहीं मेरे पास | एक दिन मैं कॉलेज नहीं गया था | मम्मी पापा को किसी काम से दूसरे शहर जाना था और वो कह कर गए थे कि जब हम आये तो पानी टंकी साफ़ कर के रखना | तो मैं छत पर गया और बस हाफ पेंट पहना हुआ था | उस समय मेरा भाई अंकु स्कूल गया था | मैं टंकी के पानी को बाल्टी में भर भर के बाहर कंटेनर में भर रहा था | तभी मुझे किसी ने आवाज़ दी अरे शशांक क्या कर रहे हो ? मैं यहाँ वहां से देखने लगा कि किसने आवाज़ दिया | फिर से आवाज़ आई अरे मैं हूँ शशांक यहाँ देख | मैंने ऊपर देखा तो मेरे घर के बाजू वाली भाभी थी | निशा भाभी | जिनके पति आर्मी है और वो यहाँ बस अपनी सास के साथ रहती हैं | शादी को कुछ ही समय हुआ हैं और अभी कोई भी बच्चा नहीं है | निशा भाभी दिखने में गोरी हैं और उनका भरा बदन बहुत ही ज्यादा सेक्सी है | मैं और भाभी काफी बात करते थे लेकिन मैंने कभी भी भाभी को चोदने के बारे में नहीं सोचा था | लेकिन जब मैं टंकी साफ़ कर रहा था तब भाभी अपने बाल सुखा रही थी और मुझे झाँक कर देख रही थी और बात कर रही थी | भाभी के बात करते समय उनके दूध मुझे दिख रहे थे क्यूंकि उनके दूध बड़े हैं और उन्होंने बस ढीला सा एक गाउन पहना हुआ था | भाभी मुझसे पूछ रही थी कि भैया भाभी कहाँ गए हैं ? तो मैंने बताया कि मम्मी और पापा दोनों किसी काम से दूसरे शहर गए हैं | मैं टंकी साफ़ करते करते गीला हो गया था और अंडरवियर में से मेरा फूला हुआ लंड साफ़ नजर आ रहा था | मैं टंकी से बाहर आया और वहीँ बैठ कर नहाने लगा तो भाभी ने कहा कि आज अन्दर नहीं नहायेगा क्या ? तो मैंने कहा भाभी अभी टंकी में पानी नहीं है जितना था मैंने निकाल कर इस कंटेनर में भर लिया है | जब मैंने नहा लिया तब मैंने पानी की मोटर चलाई और तभी अंकु भी आ गया | वो भी आ कर फ्रेश होने चला गया | मेरे पास 500 रूपए थे तो मैंने अंकु से पूछ कर पिज़्ज़ा के लिए आर्डर दे दिया | फिर उसके बाद भाभी भी आ गई और कहा कि चलो तुम दोनों खाना खा लो | मैंने कहा अरे भाभी आप लेट हो गए हमने तो पिज़्ज़ा का आर्डर दे दिया है | तो भाभी ने कहा अरे तो क्या होता है पिज़्ज़ा अभी खा लो बाद में खाना खा लेना | हमने कहा ठीक है और फिर कुछ ही समय में पिज़्ज़ा वाला भी आ गया | अंकु ने कहा भैया मेरे लिए बचा देना मैं अभी सोने जा रहा हूँ बहुत तेज नींद आ रही है मुझे | मैंने कहा ठीक है और फिर वो ऊपर जा कर सो गया | मैं और भाभी दोनों पिज़्ज़ा का मजा लेने लगे | फिर भाभी ने अचानक से पूछा कि तू नंगा नहीं नहाता क्या ? तो मैंने कहा नंगा ही नहाता हूँ पर ऊपर था आज तो नंगा नहीं नहा सकता न | उन्होंने कहा हम्म वैसे जब तू नहा रहा था तब मैं तेरा फूला हुआ अंडरवियर देख रही थी तो मैंने पूछा क्यूँ ? तो भाभी ने कहा बस ऐसे ही मन था कि इसे नंगा देखूं पर | तू नंगा ही नहीं हुआ | तो मैंने कहा कोई बात नहीं डिअर अभी हो जाऊं क्या नंगा ? तो उसने कहा पहले खा तो ले | तो मैंने कहा मेरा तो हो गया | फिर उसने भी अपना पिज़्ज़ा नीचे रख दिया | उसके बाद मैंने ऊपर जा कर रूम का दरवाजा बाहर से बंद कर दिया | फिर मैं नीचे आया और भाभी को अपनी बांहों में ले लिया तो भाभी ने मुझे अपने से दूर किया और कहा कि अरे अंकु आ गया तो | मैंने कहा भाभी अब कोई नहीं आयगा | तुम्हारी अन्तर्वासना मैंने भांप ली है और गरम मैं भी हूँ | तो उसने कहा आजा तो टूट जा मेरे राजा | मैं तुरंत ही उसके ऊपर चढ़ गया और उसके होंठ को अपने होंठ से दबा कर किस करने लगा तो वो भी मेरे होंठ को चूसते हुए किस्सिंग में साथ देने लगी |

मैं उसके होंठ को चूसने के साथ साथ मैं उसकी जीभ को भी चूस रहा था और वो भी मेरे साथ ऐसा ही कर रही थी | फिर मैंने उसके गाउन को उतार दिया और अब वो मेरे सामने सिर्फ ब्रा और पेंटी में थी | ब्रा पेंटी में भाभी एक दम हूर जैसी लग रही थी | फिर मैं भाभी के दूध को ब्रा के ऊपर से मसलने लगा तो उसके मुँह से आहा ऊनंह ऊम्म्ह ऊउंह ऊउम्ह आहा ऊउंह ऊउम्म्ह आअह ऊउन्न्ह ऊउम्ह की सिस्कारियां निकलने लगी | फिर मैंने ब्रा को भी उतार दिया और उसके दोनों दूध को अपने मुँह से लगा कर बारी बारी से चूसने लगा तो वो आहा ऊनंह ऊम्म्ह ऊउंह ऊउम्ह आहा ऊउंह ऊउम्म्ह आअह ऊउन्न्ह ऊउम्ह करते हुए मेरे चेहरे को सहलाने लगी | मैं जोर जोर से उसके दूध मसल मसल कर चूस रहा था और वो आहा ऊनंह ऊम्म्ह ऊउंह ऊउम्ह आहा ऊउंह ऊउम्म्ह आअह ऊउन्न्ह ऊउम्ह करते हुए सिस्कारियां भर रही थी | उसके बाद मैंने अपने कपड़े उतार कर पूरा नंगा हो गया | भाभी ने मेरे लंड की ओर देखा और उनके मुँह से लार टपकने लगी मेरा लंड देख कर | उसने मेरे लंड को अपने हाँथ में लिया और अपनी जीभ से मेरे लंड को चाटने लगी तो मेरे मुँह से भी आहा ऊनंह ऊम्म्ह ऊउंह ऊउम्ह आहा ऊउंह ऊउम्म्ह आअह ऊउन्न्ह ऊउम्ह की सिस्कारियां निकलने लगी | मेरे लंड को चाटने के बाद उसने मेरे लंड को अपने मुँह में ले कर चूसने लगी तो मैंने आहा ऊनंह ऊम्म्ह ऊउंह ऊउम्ह आहा ऊउंह ऊउम्म्ह आअह ऊउन्न्ह ऊउम्ह करते हुए उसके मुँह की चुदाई करने लगा | फिर मैंने उसकी पेंटी भी उतार दी और उए लेटा कर उसके पैरो को फैला अपनी जुबान से सहलाने लगा चूत | तो वो आहा ऊनंह ऊम्म्ह ऊउंह ऊउम्ह आहा ऊउंह ऊउम्म्ह आअह ऊउन्न्ह ऊउम्ह करते हुए मचलने लगी | मैं उसकी चूत को जीभ रगड़ रगड़ कर चाट रहा था और चूत के दाने को भी चूस रहा था और वो आहा ऊनंह ऊम्म्ह ऊउंह ऊउम्ह आहा ऊउंह ऊउम्म्ह आअह ऊउन्न्ह ऊउम्ह करते हुए मेरे मुँह को अपनी चूत पर दबाने लगी | फिर मैंने अपने लंड को उसकी चूत में पेला और चोदने लगा तो वो आहा ऊनंह ऊम्म्ह ऊउंह ऊउम्ह आहा ऊउंह ऊउम्म्ह आअह ऊउन्न्ह ऊउम्ह करते हुए चुदाई में साथ देने लगी | फिर मैंने अपनी चुदाई की स्पीड बढ़ा दिया और जोर जोर से चोदने लगा तो वो भी आहा ऊनंह ऊम्म्ह ऊउंह ऊउम्ह आहा ऊउंह ऊउम्म्ह आअह ऊउन्न्ह ऊउम्ह करते हुए अपनी कमर उठा कर साथ दे रही थी | करीब 45 मिनट की चुदाई के बाद मैंने अपना वीर्य भाभी के चूत के अन्दर ही छोड़ दिया |

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भौजी के मजे दूर जा कर | uwrena.ru //uwrena.ru/free-sexstories/bhauji-ke-maje-door-ja-kar/ Thu, 15 Mar 2018 16:50:41 +0000 //uwrena.ru/free-sexstories/?p=1895 bhabhi sex stories

नमस्कार दोस्तों कैसे हैं आप सभी ? मैं आशा करता हूँ कि आप सभी अच्छे होंगे | मेरा नाम ऋतिक है और मैं जबलपुर शहर का रहने वाला हूँ | मेरी उम्र 22 साल है और मैं अभी प्राइवेट जॉब करता हूँ | मैं दिखने में सांवला हूँ और मेरी हाईट 5 फुट 9 इंच है | इसी के साथ ही मेरा बदन सेक्सी और गठीला है | दोस्तों मैं इस साईट में रोज ही चुदाई की कहानियां पढता हूँ क्यूंकि इस साईट में रोज ही नयी नयी कहानियां मुझे पढने में मिलती हैं | मैंने जितनी भी इसमें कहानियां पढ़ी है लगभग लगभग मुझे अधिकांश कहानियां बेहद पसंद आई | इसलिए मैंने सोचा कि रोज पढ़ता हूँ कहानियां तो आज आप लोगो के लिए मजेदार और मसालेदार कहानी लिखूं | आज जो मैं आप लोगो के सामने अपनी कहानी लिखने जा रहा हूँ ये मेरी पहली कहानी है और मेरे जीवन की सच्ची घटना है | मैं उम्मीद करता हूँ कि आप लोगो को मेरी ये कहानी पढ़ कर बेहद मजा आयगा | मैं पहली बार इस साईट पर अपनी कहानी प्रकाशित कर रहा हूँ तो अगर इसमें मुझसे कोई गलती हो जाए तो मुझे माफ़ करना | तो अब आप लोगो का समय व्यर्थ ना करते हुए अपनी कहानी शुरू करता हूँ |

ये घटना पिछले साल अप्रैल की है | दरसल मेरी एक टीचर से पहचान है जिसका नाम अंजू डूमरे है और वो सरकारी स्कूल में नौकरी करती है | मैं प्राइवेट जॉब करता हूँ लेकिन मेरा सारा पैसा दारू और लौंडियाबाजी में खर्च हो जाता है | मैं हर समय बस चुदाई के बारे में ही सोचता रहता हूँ और कहते हैं चूत को लंड में और काम को दिमाग में रखना चाहिए पर मैं चूत दिमाग में रखता हूँ और काम को लंड में | पर क्या करूं ? चूत मिल नहीं रही थी | जिस अंजू से मेरी पहचान है वो अपने पति के साथ रहती है सिवनी में | उसके दो बच्चे हैं और दोनों ही अच्छे स्कूल में पढाई करते हैं | उसका पति भी सरकारी नौकरी करता है | उसके घर में उसके सास ससुर और मिया बीवी अपने बच्चो के साथ रहते हैं | उसका पति बहुत ही मादरचोद किस्म का आदमी है क्यूंकि उसकी बीवी इतनी सेक्सी और भरे बदन की महिला है लेकिन फिर भी उसे प्यार नहीं करता और बस अपनी सटक साफ़ करने के लिए चुदाई करता है | बेचारी वो अपनी प्यासी चूत लिए रह जाती है | मुझे जब भी पैसा मिलता है तो मैं फालतू की चीजों में उड़ा देता हूँ और महीने के बीच में ही मेरे पैसे खत्म हो जाते हैं | मैं अंजू को फ़ोन करता हूँ जब मेरे पैसे खत्म हो जाते हैं तो और वो मेरे अकाउंट में पैसा भेज देती है | ये मेरी हर महीने की कहानी है | हम दोनों चुदाई वाली बात कर लेते थे पर कभी चुदाई नहीं कर पाए थे | एक बार उसने मुझे पूछा कि तुम्हे कैसे लड़की पसंद है ? तो मैंने कहा जो मुझसे प्यार करे घर संभाल सके और सभी को खुश रख सके | फिर उसने पूछा ये तो ठीक है दिखने में कैसी होनी चाहिए ? तो मैंने कहा कि लम्बी और और अच्छी होनी चाहिए | फिर उसने पूछा कि तुम्हे कैसे फिगर की लड़की चाहिए ? तो मैंने कहा जैसा आपका फिगर है | उसने फिर पूछा कि कैसा फिगर है मेरा तो मैंने कहा की आपके बड़े दूध गोरा बदन गुलाब की पंखुरी जैसे होंठ | बड़ी और मोटी गांड होनी चाहिए ये बात सुन कर वो काफी अपने आप में कॉंफिडेंट महसूस करने लगी | एक दिन की बात है मुझे रात में नींद नहीं आ रही थी और अंजू भी ऑनलाइन थी | तो फिर से हम दोनों की नार्मल बात होते होते चुदाई की तरफ चली गई | उसने मुझसे पूछा कि तुम सुहागरात में कैसे सेक्स करोगे अपनी बीवी के साथ | तो मैंने बता दिया कि मैं उसके दूध चूसुंगा चूत चाटूंगा और खूब चोदुंगा | ऐसी ही बात करते करते मैं गरम हो गया | तो मुट्ठ मारने लगा | मुट्ठ मारने के बाद मैं सो गया |

फिर जब हमारी फिर से बात हुई तब उसने बताया कि उसे स्कूल की तरफ से कॉपी चेक करने अजमेर जाना है | मैंने पूछा कि कौन कौन जा रहा है तुम्हारे साथ ? तो तो उसने कहा कि यार मेरे दोनों बच्चो का चलने का मन नहीं है और मेरे पति के साथ मैं जाना नहीं चाहती | तो मैंने संकोच करते हुए पूछा कि क्या मैं चल सकता हूँ तुम्हारे साथ ? तो उसने कहा हाँ ठीक है | फिर उसने हम दोनों की अलग अलग टिकेट करवा ली और मैं भी जाने के एक दिन पहले सिवनी पंहुच गया | हम दोनों एक दूसरे को देख कर बहुत खुश हुए और फिर मैंने उसका सामान और अपना सामान अपनी सीट के नीचे रख दिया | कुछ देर बाद ट्रेन भी चल पड़ी | जब हम वहां पंहुचे तो उसके लिए तो रूम बुक था तो उसने होटल पंहुच कर मेरा नाम भी रूम में ऐड करवा दिया ये कह कर की ये मेरी बहन का बेटा है | फिर हम दोनों रूम में पंहुचे और अपना सामान अलमारी में रख दिया | फिर हम दोनों एक ही बेड में बैठ कर चाय का आर्डर करने लगे फ़ोन कर के | उसके बाद चाय पीते पीते हम दोनों बात करने लगे और हमेशा की तरह हमारी नार्मल बात फिर से सेक्स की तरफ बढ़ गई | जब हम दोनों चुदाई की बात कर रहे थे तो मैं अपना लंड मसल रहा था और उसने शायद मुझे ऐसा करते हुए कई बार नोटिस किया | फिर उसने पूछा कि तुम्हारे लंड में हलचल हो रही है क्या ? तो मैंने अपना लंड खोल कर दिखा दिया | तो उसने कहा तुम्हारा लंड तो बहुत सुन्दर है और मेरे लंड को पकड़ कर उपर नीचे करने लगी | ऐसा करते हुए वो भी गरम हो गई थी तो मैं तुरंत उसके चेहरे पर हाथ फेरने लगा | फिर हम दोनों थोडा और पास आये और फिर एक दूसरे के होंठ को मिला कर किस करने लगे | वो मेरा लंड ऊपर नीचे करते हुए मेरे होंठ को चूस रही थी और मैं उसके दूध को मसलते हुए उसके होंठ को चूस रहा था | फिर उसने मेरी शर्ट उतार दी और फिर जीन्स भी उतार कर चड्डी भी उतार दी | अब मैं पूरा नंगा हो चुका था | उसके बाद वो मेरी छाती पर हाँथ फेरते हुए मेरे लंड को अपनी जीभ से चाटने लगी तो मेरे मुंह से आहा ऊनंह ऊउम्म्म्ह आहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहाआअ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहाआअ उऊंनंह ऊउम्म्ह की सिस्कारियां निकलने लगी | वो मेरे लंड को और सूपाड़े को अच्छी तरह जीभ घुमा कर चाट रही थी और और मैं आहा ऊनंह ऊउम्म्म्ह आहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहाआअ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहाआअ उऊंनंह ऊउम्म्ह करते हुए उसके दूध को मसल रहा था | उसके बाद उसने मेरे लंड को अपने मुंह में भर कर चूसने लगी तो मैं आहा ऊनंह ऊउम्म्म्ह आहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहाआअ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहाआअ उऊंनंह ऊउम्म्ह करते हुए उसके बालो को समेटने लगा |

वो जोर जोर से मेरे लंड को ऊपर नीचे करते हुए चूस रही थी और मैं आहा ऊनंह ऊउम्म्म्ह आहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहाआअ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहाआअ उऊंनंह ऊउम्म्ह करते हुए उसके मुंह की चुदाई कर रहा था | उसके बाद मैंने उसकी साड़ी को उतार दिया और उसके ब्लाउज और ब्रा को साथ में निकाल दिया | फिर मैं उसके दूध को अपने मुंह में ले कर एक एक कर के जोर जोर से चूसने लगा तो उसके मुंह से भी आहा ऊनंह ऊउम्म्म्ह आहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहाआअ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहाआअ उऊंनंह ऊउम्म्ह कि सिस्कारियां निकलने लगी | उसके बाद मैंने उसके पेटीकोट और पेंटी को भी उतार दिया और उसके पैरों को फैला कर उसकी चूत को चाटने लगा जीभ से तो वो आहा ऊनंह ऊउम्म्म्ह आहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहाआअ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहाआअ उऊंनंह ऊउम्म्ह करते हुए जोर जोर से आन्हे भरने लगी | मैं जोर जोर से उसकी चूत को चाट रहा था और वो आहा ऊनंह ऊउम्म्म्ह आहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहाआअ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहाआअ उऊंनंह ऊउम्म्ह करते हुए मेरे सिर को अपनी चूत पर दबाने लगी थी | फिर मैंने अपना लंड उसकी चूत में टिका कर चूत सहलाया और फिर अन्दर डाल कर चोदने लगा तो वो भी आहा ऊनंह ऊउम्म्म्ह आहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहाआअ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहाआअ उऊंनंह ऊउम्म्ह करते हुए चुदाई के मजे लेने लगी | फिर मैंने अपनी चुदाई की स्पीड बढ़ा दिया और जोर जोर से उसकी चूत चोदने लगा दूध को मसलते हुए तो वो भी अपनी कमर कमर उठा उठा कर चुदाई में साथ देने लगी | कुछ देर चुदाई के बाद मैंने अपना वीर्य उसके मुंह में डाल दिया और वो उसे निगल गई | उसके बाद मैंने उसे कई दिन तक चोदा |

तो दोस्तों ये थी मेरी कहानी | मैंने उम्मीद करता हूँ कि आप लोगो को मेरी ये कहानी जरुर पसंद आई होगी |

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पड़ोसन भाभी की सिसकियाँ | uwrena.ru //uwrena.ru/free-sexstories/padosan-bhabhi-ki-siskiyan/ Tue, 13 Mar 2018 17:27:03 +0000 //uwrena.ru/free-sexstories/?p=1886 bhabhi sex stories, hindi porn stories

हेल्लो दोस्तों, कैसे हैं आप लोग ? मेरा नाम मनीष है और मैं दिल्ली का रहने वाला हूँ | दोस्तों मैं भी आप लोगों की तरह Hindi Sex kahaniyan पर सेक्स कहानियां पढ़ता हूँ और मुठ मारता हूँ | मेरा कद 5 फुट और 10 इंच है और मेरा शरीर मेरी हाइट के हिसाब से फिट है | चलिए अब और ज्यादा टाइम न खराब करते हुए मैं मुद्दे की बात पर आता हूँ |

दोस्तों, मैंने गर्लफ्रेंड तो बहुत चोदी थीं लेकिन कभी किसी भाभी को नही चोदा था | माफ़ करना मैं बताना भूल गया की मेरे पापा जॉब करते है और मम्मी कॉलेज में पढ़ाती हैं | मेरा एक भाई है जो की बंगलौर में इंजिनियर है | कहने का मतलब ये है की मैं घर में सारा सारा दिन अकेला पड़ा बोर  रहता हूँ | मेरा रूम ऊपर की मंजिल पर है | मैं कभी गेम खेल कर टाइमपास कर लेता हूँ तो कभी इस वेबसाइट पर चुदाई की कहानियां पढ़ कर |

एक दिन की बात है मैं अपने कमरे में बैठा ही था और सोच रहा था की क्या करून था तभी मेरी नजर एक भाभी पर पड़ी जो ठीक मेरे रूम के सामने वाले घर में किराए से रहती हैं | मैंने देखा कि वो नहा कर निकली और अपना बदन पोछने के लिए जो टॉवल पहना था वो उतार कर अपने नंगे जिस्म को पोछने लगी | ये देख कर मेरा लौड़ा खड़ा हो गया तो मैं लंड निकाल कर उसे देख कर मुट्ठ मारने लगा | उसका बदन बहुत ही सेक्सी था और उसके बड़े चुच्चिया और बड़ी गोल गांड उसके शरीर का आकर्षण केंद्र थी | दोस्तों, उसे देखकर ही कईयों का माल निकल जाए | मेरा वीर्य निकलने ही वाला था कि उसने पर्दा लगा लिया | मेरा मुठ झड़ गया था और मुझे उसकी चूत का दर्शन नहीं हो पाए | फिर मैं वहीँ बैठ गया अपने बिस्तर पर और उसके कमरे की तरफ देखने लगा | जब आधे घंटे तक वो नहीं आई तो मैं समझ गया कि शायद वो नहीं आयगी |  फिर मैं थक गया था इसीलिए सो गया |

उस समय सुबह का टाइम था | थोड़ी देर बाद मैं उठा तो मैंने उसके रूम की तरफ देखा तो पर्दा सरका हुआ था | मैं उसके रूम की तरफ ताड़ने लगा | कुछ देर देखने के बाद वो मुझे दिखी और उसने एक बहुत सुन्दर सा गाउन पहना हुआ था जिसमे फूल की डिजाईन थी | वो गाउन उसके बदन से एक दम चिपका हुआ था और घुटनों तक ही था | फिर मैंने सोचा कि यार अभी तो मुट्ठ मारा है मैंने इसीलिए आज और नही मारूंगा | कल सही टाइम पर देखूंगा | अगले दिन जब मैंने उसे देखा तो मेरा लंड एक दम तन के खड़ा हो गया और मैं मुट्ठ मारने लगा | फिर अपने बेड पर लेट गई और उसका सिर मेरी तरफ था | वो अपनी चूत को ऊँगली से जोर जोर से रगड़ रही थी | मुझे भले ही उसकी चूत नही दिख रही थी लेकिन मजा जरुर आ रहा था | मैं भी उसे देख कर जोर जोर से मुट्ठ मार रहा था | 15 मिनट बाद मेरा मुठ निकल गया लेकीन वो तब भी अपनी चूत पर जोर जोर से ऊँगली कर रही थी | दस मिनट के बाद वो उठी और फिर से बाथरूम चली गई और मैं वहीँ निढाल हो कर लेट गया |

जब मैं उठा तो फिर से उसके घर का पर्दा लगा हुआ था | अब मेरा रोज का यही काम हो गया था बस जब मम्मी की छुट्टी रहती थी तब नहीं कर पाता था | फिर एक दिन बुधवार का दिन था और मम्मी के कॉलेज में कुछ प्रोग्राम था तो उस दिन वो कॉलेज से लेट आने वाली थी | मैं अपने रूम में फिर से उसे देखने लगा और उस दिन वो फिर से अपनी चूत रगड़ रही थी | फिर पता नहीं अचानक वो उठी और पर्दा लगाने के लिए उसने हाँथ बढाया और रुक गई | वो मुझे ही देख रही थी | मैं अपना लंड हिला रहा था और वो मुझे देख कर मुस्कुराने लगी | उसने मेरी तरफ हाँथ हिलाया और उसके घर आने के लिए कहा | मैं तुरंत कपडे पहन कर उसके घर को चला गया | जब मैं वहां पंहुचा तब भी वो नंगी ही थी | मैं समझ गया कि आज मैं चूत का रस चखने वाला हूँ | उसने मुझे अन्दर बुलाया और मेरा नाम पूछा तो मैंने उसे अपना नाम बताया और उसका पूछा तो उसने अपना नाम तारा बताया | मैंने उससे कहा कि आपका फिगर बहुत ही सेक्सी है |

जोश में वो भी बोली की उसे मेरा लंड पसंद आया इसलिए उसने मुझे बुलाया | मैंने उससे पूछा कि आप यहाँ अकेले रहती हो ? उसने कहा हाँ यहाँ मैं अकेले रहती हूँ और मेरे पति कुछ समय के लिए दुबई गए हुए हैं | कुछ देर ऐसे ही हम बात कर रहे थे तो उसने कहा यहाँ मैंने तुम्हे चुदाई के लिए बुलाया है बकरचोदी करने के लिए नहीं | मैंने इतना सुना और तुरन्त ही उसे अपनी बांहों में ले कर उसके होंठ में अपने होंठ रख कर जोरदार किस करने लगा | वो भी गर्म थी, मेरा पूरा साथ देने लगी | मैंने अब उसके होठों को चुसना शुरू कर दिया | धीरे धीरे मैं उसकी गर्दन और उसके आस पास किस करने लगा | वो मस्त हो कर सिसकियाँ लेने लगी | मैंने अब उसको बिस्तर पर लिटाया और अपनी टीशर्ट उतार कर के उसके ऊपर आ गया | वो मेरे इरादे समझ गयी और बोलने लगी शराफत से बस किस करो और जाओ.. बाकी फिर कभी | मैंने कहा अच्छा किस तो करने दो अच्छे से | वो बोली ठीक है, लेकिन सिर्फ किस | मैंने बोला ओके | अब मैं उसके होठों पर किस करने लगा | किस करते करते मैंने उसकी गर्दन पर किस करना शुरू कर दिया | किस करते करते मैं अपना एक हाथ उसके बूब्स पर ले गया | उसने मेरा हाथ वहीँ झटक दिया | अब मैंने उसको फिर से किस करना शुरू कर दिया और अपना हाथ उसके बूब्स पर ले जाने लगा | उसने मेरा हाथ अपने बूब्स से हटाया और अपने हाथों से पकड़ लिया | अब मैंने उसके कान के पास किस करना शुरू कर दिया | उसको मजा आने लगा और उसने मेरे हाथ की पकड़ ढीली कर दी | अब मैंने थोडा सा जोर लगाया और उसके बूब्स पर हाथ ले गया | अब मैं उसके बूब्स दबाने लगा | वो मजे से आह्ह्ह ह ह हह हह ह ह ऊऊ ऊ ऊ उ उमम उम्म्म उम् करने लगी |

अब मैंने उसके कपडे के ऊपर से उसके बूब्स पर किस करने लगा | वो मस्ती में सिसकियाँ लेने लगी | अब मैंने उसका टॉप ऊपर कर दिया और ब्रा को साइड करके उसके बूब्स चूसने लगा | उसके बड़े बड़े गुलाबी निप्पल चूस रहा था | दोस्तों उसके छोटे बूब्स में जो मजा था वो आज तक मुझे किसी के भी बूब्स चूस कर भी नही आया | उसके बूब्स मुझे मीठे से लग रहे थे | मैंने अबी उसका दूसरा दूध अपने हाथ में लिया और चुसना शुरू कर दिया | मुझे मजा आ रहा था | अब मुझसे रहा नही गया और मैंने एक हाथ सीधा उसकी लोअर के अन्दर घुसेड कर उसकी चूत को सहलाना शुरु कर दिया | वो गुस्सा दिखाने लगी | मैंने उसको थोडा सा किस किया और उसके बूब्स को जोर जोर से किस करने लगा | अब वो भी गर्म हो चुकी थी थोड़ी सी | मैंने अब उसकी चूत में अपनी ऊँगली घुसेड दी और अन्दर बाहर करने लगा | उसकी चूत कसी थी और हलकी सी गीली भी | वो सिसकियाँ लेने लगी और आह हह हह हह ह हह ह्ह्ह ह्ह्ह हह ह्ह्ह ह ह्ह्ह्हह ह ह्ह्ह ह ह्ह्ह हह उम् मम मम म्मम्मम्म म मम मम उम् मम उम् म उम् अह अहह करने लगी |

मैंने अब उसका लोवर उतार दिया और उसकी पैंटी भी | अब मैंने ज्यादा देर करना सही नही समझा | मैंने अब सीधा लंड उसकी चूत पर टिकाया और एक ही झटके में घुसेड दिया | वो चिल्ला पड़ी | मैंने तुरंत ही उसका मुंह बंद किया की कहीं कोई सुन न ले | अब मैंने झटके देने शुरू कर दिए | वो भी मजे लेने लगी | थोड़ी देर बाद वो झड गयी | मैंने भी अपना लंड उसकी चूत से निकाल कर बेड पर सारा मुठ झाड दिया |

उस दिन के बाद हम अक्सर चुदाई करते थे जब तक की उसका पति आ नही गया वापस | दोस्तों, ये थी मेरी चुदाई की कहानी |

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भाभी के दूध का दीवाना | uwrena.ru //uwrena.ru/free-sexstories/bhabhi-ke-doodh-ka-diwana/ Sat, 10 Mar 2018 17:50:16 +0000 //uwrena.ru/free-sexstories/?p=1875 bhabhi sex stories

हाय दोस्तों मेरा नाम नितिन चौहान है और मैं लखनऊ का रहने वाला हूँ | मेरी उम्र 20 साल है और अभी मैं बी.कॉम. कर रहा हूँ | मेरे कॉलेज में मेरी एक गर्लफ्रेंड है लेकिन मेरा इंटरेस्ट बड़ी औरतों में है | मेरा ध्यान हमेशा अपने से बड़ी औरतों में रहता है और उनको पटाने के फायदे भी बहुत है | ये मेरी कहानी इसी पर आधारित है, मेरे घर के सामने रहने वाली एक औरत दीपिका और मेरे बीच की | मैंने अपने बारे में तो बताया ही है थोडा दीपिका के बारे में भी जान लो | रंग गोरा, पतली कमर, दूध बड़े और दिखने में बहुत मस्त | उसकी उम्र 28 साल है और उसकी शादी को 3 साल हो चुके है और उसकी एक बेटी भी है |

वो हमारे घर के सामने किराये से रहती थी और जैसा की मैंने बताया मेरा इंटरेस्ट ऐसी औरतों में है तो मैं आए दिन उसको आँख भर कर देखा करता था | वो भी मेरी हवस भरी निगाहों से वाकिफ़ थी कि मैं उसको ताड़ता हूँ लेकिन वो कुछ बोलती नहीं थी बल्कि नज़रें झुकाके निकल जाया करती थी | उसकी एक बेटी थी जिसका नाम शिल्पी था | मुझे समझ नहीं आ रहा था कि उससे कैसे बात शुरू करूँ और कैसे उसे पटाऊं ? तो मेरे एक दोस्त जिसका नाम अमन है उसने मुझे दिमाग दिया कि पहले उस बच्ची से बात करना, खेलना शुरू करो, उससे बात अपने आप हो जाएगी | मैंने ऐसा ही किया वो बच्ची जब भी बाहर आती थी मैं उसे खिलाता रहता था और ये पैंतरा काम कर गया | ऐसा करते करते मेरी उससे बात शुरू हो गई | मेरे दोस्त ने मुझे कहा था कि पहले उसको मैं आंटी ही बोलूं अगर उसे बुरा लगे तो समझ लेना कुछ बात बन सकती है और हुआ भी ऐसा | एक दिन उसने मुझे कहा देखो मुझे ठीक से मैं क्या आंटी लगती हूँ ? तो मैंने कहा नहीं, तो उसने कहा अच्छा तो तुम मुझे आज से आंटी नहीं कहोगे | तो मैंने उनसे पूछा कि क्या बुलाऊं फिर आपको ? तो उसने थोडा सोचा और मुस्कुराते हुए कहा दीपू भाभी |

मुझे अपने दोस्त कि कही हुई बात याद आ गई और मैंने मन में सोचा कि थोड़े दिन और रुक जाओ दीपू मैं तुम्हे बेबी बुलाऊंगा | उसके पति की मार्केट में दूकान थी इसलिए वो सुबह जल्दी चला जाता था और रात में देर से आता था | क्या देखकर उसे पसंद किया था | खैर जो भी हो मुझे तो उसकी चूत चाहिए थी और मैं वही पाने में लगा हुआ था | एक दिन मैं उसके घर गया और शिल्पी को आवाज़ लगाते हुए अन्दर गया | दीपु घर पर अकेली थी और अपने लिए नाश्ता बना रही थी तो उसने कहा शिल्पी स्कूल गई है, तो मैंने कहा अच्छा ठीक है थोड़ी देर बाद आता हूँ | तो उसने कहा अरे रुको मैं नाश्ता बना रही थी तुम नाश्ता करके जाना | मैंने कहा नहीं मुझे भूख नहीं है तो उसने कहा चल नाटक नहीं कर बैठ जाके मैं नाश्ता लेकर आती हूँ | वो आई और जैसे ही उसने नाश्ता टेबल पर रखा तो उसका पल्लू नीचे हो गया और उसके थोड़े थोड़े दूध दिखने लगे और उसने मुझे ये देखते हुए देख लिया कि मैं उसके दूध देख रहा हूँ लेकिन उसने कुछ नहीं कहा |

फिर हम दोनों बैठकर नाश्ता करने लगे तभी मेरा फ़ोन बजा और मैंने फ़ोन काट दिया | मुझे फिर से फ़ोन आया लेकिन कॉल कंपनी से था तो मैंने फिर से काट दिया | तो दीपू ने मज़ाक में कहा अरे उठा लो भाभी के सामने गर्लफ्रेंड से बात नहीं कर सकते क्या ? तो मैंने कहा गर्लफ्रेंड का नहीं था | तो दीपू ने कहा अच्छा तो गर्लफ्रेंड का फ़ोन कब आता है रात में | तो मैंने कहा नहीं मेरी कोई गर्लफ्रेंड नहीं है | दीपू मुझसे ज्यादा दूर नहीं बैठी थी और उसने जो कहा वो मुझे सुनाई दे गया जबकि उसने बहुत धीमी आवाज़ में कहा था | उसने कहा बेचारा हाँथ से काम चलाता है तो मैंने कहा क्या ? तो उसने कहा नहीं कुछ नहीं | फिर नाश्ता करके मैं अपने घर चला गया और जाते से ही अपने दोस्त अमन को फ़ोन लगाया और उसे पूरी बात बताई | उसने मुझे कहा एक काम कर कल सुबह फिर से उसके घर जाना और इस बार कंडोम लेकर जाना | ये सुनकर मुझे थोडा अटपटा सा लगा जैसे अगली बार जाऊंगा तो वो मुझसे चुदवा लेगी लेकिन फिर भी एक बार उसकी बात अजमाने के लिए मैं अगली दिन सुबह उसके घर गया लेकिन कंडोम लेकर नहीं गया | उसने फिर से मुझे नाश्ते के लिए रोक लिया और नाश्ता करने के बाद मैं जाने को हुआ तो उसने मुझे रोक लिया और कहा कोई काम है क्या घर में ? तो मैंने कहा नहीं तो उसने कहा तो यहीं बैठो मेरे साथ, तो मैं वहीँ बैठ गया | तो उसने कहा वहां नहीं यहाँ मेरे पास आकर बैठो तो मैं उसके बाजू में जाके बैठ गया |

बात करते हुए बार बार नीचे झुक रही थी और उसकी साड़ी भी नीचे हो रही थी जिसकी वजह से उसके ऊपर के दूध दिखने लगे थे लेकिन वो अपनी साड़ी ठीक नहीं कर रही थी और मेरी नज़र बार बार उसके दूध पर जा रही थी | तो मैंने उससे कहा जो आपने कल कहा था न वो मैंने सुन लिया था | तो उसने कहा क्या ? तो मैंने कहा जब कहा था मेरी कोई गर्लफ्रेंड नहीं है और उसके बाद जो आपने कहा था | तो एक पल के लिए वो शांत रही फिर उसने मेरी जांग पर हाँथ रखा और कहा तो मैंने कुछ गलत नहीं कहा था तुम्हें कोई तो चाहिए न अपनी मदद करने के लिए | तो मैंने कहा अच्छा तो आप ही कर दो मेरी मदद | तो वो एकदम से शांत हो गई और नीचे देखने लगी, तो मैंने सोचा चलो अब बारी है अपनी पैंट खोलने की और मैंने अपनी पैंट खोलना शुरू किया और जैसे ही मैंने अपनी पैंट उतारी उसने एक लम्बी साँस ली | फिर मैंने अपनी चड्डी भी उतार दी और जैसे ही मैं अपना लंड पकड़ने को हुआ तो उसने कहा नहीं और मेरा लंड पकड़ लिया और हिलाने लगी |

मैं वहीँ बैठ गया और वो ज़मीन पर बैठ कर लंड हिलाने लगी | फिर उसने मेरा लंड चूसा और मेरी गोटियाँ भी | फिर उसने अपना ब्लाउज खोला और अपने दूध के बीच में मेरा लंड दबा के ऊपर नीचे करने लगी | मुझे बहुत मज़ा आ रहा था और इतना मज़ा आया की मेरे लंड ने माल छोड़ दिया | फिर मैंने कहा दीपू बेबी बहुत मज़ा आया तो उसने कहा जानेमन अभी तो असली काम बाकी है | तो मैंने कहा अरे मैं कंडोम तो लाया ही नहीं, तुम रुको मैं अभी लेकर आता हूँ | तो उसने कहा तुम बच्चों की यही प्रॉब्लम है कुछ पता ही नहीं होता है, रुको मेरे पास रखा है कंडोम लेकर आती हूँ | फिर वो खड़ी हुई और उसने अपनी साड़ी उतार दी और सिर्फ पेटीकोट में अन्दर गई और कंडोम लेकर आई और उसके ऊपर जो वीर्य गिरा था वो भी साफ़ कर आई | फिर मैंने कहा अच्छा बेबी एक हवस का नंगा नाच हो जाये, तो उसने कहा क्या ? तो मैंने कहा अरे तुम नंगी हो कर नाचो न मज़ा आएगा | तो उसने अपना पेटीकोट और पैंटी उतारी और एक दो ठुमके लगाये | फिर मैंने उसका हाँथ पकड़ा और अपने पास खींच लिया और किस करने लगा | किस करते हुए मैं उसके दूध भी दबा रहा था, उसके दूध बड़े बड़े थे | फिर मैंने उसको वहीँ पर लेटाया और उसकी चूत में ऊँगली करने लगा और वो अपने दूध दबाते हुए आह्ह्ह्हह्ह्ह्ह ह्ह्ह्हह्ह्ह्ह अह्ह्ह्हह्ह अहह्ह्ह्हह्ह अह्ह्ह्हह्ह्ह्ह अह्ह्ह्हह्ह्ह्ह आआआआअ करने लगी |

फिर मैंने चूत से ऊँगली बाहर निकाली और उसके मुंह में डाल दी और अपना लंड उसकी चूत में डालने लगा | तभी मुझे याद आया मैंने कंडोम तो पहना ही नहीं तो मैंने जल्दी से कंडोम पहना और उसकी चूत में लंड डाल दिया | मैं उसको धीरे धीरे चोद रहा था और वो भी बिना पूरा लंड अन्दर डाले, तो उसने कहा बाकी का किसके लिए बचा रखा है पूरा डालो | तो मैंने एक जोर का झटका मारा और पूरा अन्दर कर दिया और उसकी अह्ह निकल गई | लेकिन अब मुझे मज़ा नहीं आ रहा था तो मैंने चूत से लंड निकाल के गांड में डाल दिया और जोर जोर के झटके मारने लगा | जब मैंने उसकी गांड मारना शुरू किया तो उसकी आह्ह्ह्हह्ह्ह्हा ह्ह्ह्हह्हह्ह्ह अह्ह्हह्ह्ह्ह हह्ह्हह्ह्ह्ह अह्ह्ह्हह्ह्ह्ह आआआआआ की चीखें निकलने लगी | फिर मेरा वीर्य निकल गया और मैं उसके ऊपर लेट गया | फिर उसके बाद जब भी वो घर पर अकेली रहती थी मैं पहुँच जाता था और हम चुदाई करते थे | ये सिलसिला कई सालों तक चलता रहा जब तक वो वहां से चली नहीं गयी | अब मैंने नयी भाभी पटाई है |

 

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होली पर भाभी के साथ मस्ती | uwrena.ru //uwrena.ru/free-sexstories/holi-par-bhabhi-ke-sath-masti/ Thu, 22 Feb 2018 18:16:09 +0000 //uwrena.ru/free-sexstories/?p=1809 desi bhabhi sex, kamukta

हेल्लो दोस्तों, कैसे हैं आप लोग? आशा है की मस्त होंगे और अपने लंड को हाथ में लेकर हिला रहे होंगे | दोस्तों आज मैं आपको अपनी सच्ची कहानी बताने जा रहा हूँ | आशा है की आप लोगों को पसंद आएगी |

ये बात पिछले साल की है जब मैं होली पर गाँव गया हुआ था | मेरे पड़ोस में एक भैया रहते हैं जिनकी अभी अभी शादी हुई है | वो बाहर नौकरी करते हैं और अक्सर बाहर ही रहते हैं | होली के टाइम भी उन भैया को छुट्टी नही मिल पाई इसीलिए वो आ नही पाए | उनकी बीवी यानि की मेरी भाभी का नाम मालती था | मालती भाभी की उम्र मेरे बराबर ही होगी और वो काफी खुबसूरत थीं | उनके होठ ऐसे थे की देखते ही चूमने का मैन करने लगे और उनकी गांड मस्त थी | जब भी मैं उनकी गांड देखता था, मैन करता था की सीधा पकड लूं और दबा दूं | चलिए अब मुद्दे पर आता हूँ |

होली का दिन था और मेरा खड़ा था | मेरे गाँव में ज्यादा दोस्त नही हैं इसीलिए मैंने सोचा की क्यूँ न मालती भाभी के साथ ही खेल लूं | मैंने गुलाल लिया और उनके घर की तरफ चल दिया | भाभी किचन में थी और कुछ बना रही थी | मैंने आवाज़ दो तो वो आईं | मैंने बोला किचन से थोडा वक़्त निकाल कर मुझे भी दे दो | वो मुस्कुरा पड़ी | मैंने बोला अभी तो बस वक़्त दे दो, बाद में कुछ और भी डौगी तो बुरा नही मानूंगा और ये कहके मैंने आँख मार दी | भाभी शरमा पड़ी और हस भी दी | मैं समझ गया की सिग्नल रेड तो नही है | मैंने बोला की अब रंग बताओ कहाँ लगाऊं ? वो बोलीं सब तुम्हारा ही है, जहाँ मर्जी लगा दो | मैंने बोला चली फिर कमरे में, अच्छे से लगाता हूँ | वो बोली चलो |

फिर हम दोनों उनके कमरे में आ गये | अब मैंने उनके गालों पर गुलाल लगाना शुरू कर दिया | उनके गोरे गालों पर गुलाल बहुत अच्छा लग रहा था | मैंने शरारत में कहा- कहीं और भी लगा दूं? वो बोलीं – मैंने तो बोला की सब तुम्हारा ही है, जहाँ मन लगा लो | मैं समझ गया | मैंने अब गर्दन पर लगाना शुरू किया और धीरे धीरे ब्लाउज के अन्दर लगाने लगा | वो शरमा रही थीं लेकिन मना नही किया | उनके बूब्स को टच करके मजा आ गया मुझे | उनके मस्त बूब्स थे | मैंने बोला जरा ढंग से लगाने दो, देख देख के | वो बोलीं – पहले दरवाजा तो बंद कर लो | अब तो मैं पक्का समझ गया की आज मुझे मेरी सपनों की चुदाई का मौका मिलने वाला है | मैंने दरवाजा बंद किया और उनके ब्लाउज को उतार दिया | अब मैंने बता भी उतार दी और गुलाल को साइड में रख के उनके बूब्स दबाने लगा | वो बोलीं – इरादा रंग लगाने का था लेकिन काम तो कोई और हो रहा है | मैंने कहाँ – जिस काम में ज्यादा मजा आये वो ही करना चाहिए | वो हंस पड़ी | अब मैंने उनको कमर से पकड़ा और उनके होठों पर अपने होठ रख दिए | मैंने उनको ढंग से किस करने लगा और वो भी मेरा साथ देने लगीं |

किस करते करते मैं उनकी गर्दन की तरफ जाने लगा और उनकी गर्दन को चूमने लगा | उनकी गर्दन को चुमते हुए मैंने उनको बेड पर गिरा लिया और उनके ऊपर आ गया | अब मैंने फिर से उनकी गर्दन को चूमना शुरू कर दिया | मैं अब उनके बूब्स को चूसने लगा | वो मस्ती में मेरा सर पकड़ कर आह ओह  हह हह ह हह ह हह हह ह ह आराम से.. आह्ह हह ह हह ह ह हह ह हह ह ह ह हह ह ह हह ह ह हह ह ह ह हह ह ह ह हह ह ह ह ह ह ह्ह्ह ह हह ह ह्ह्ह ह ह ह्ह्ह हह ह हह ह ह हह ह ह करने लगीं | मैंने अब उनके एक दूध को चुसना और दुसरे को दबाना शुरू कर दिया | थोड़ी देर बाद फिर दुसरे वाले को चुसना और पहले वाले को दबाना शुरुर कर दिया | वो भी मजे से आआअह्ह हह ह हह ह ह हह ह ह हह ह ह हह ह ह हह ह ह हह ह ह हह ह हह हह ह ह ह ह हह ह हह ह ह ह हह ह ह हह ह ह्ह्ह ह ह हह ह हह ह हह ह ह ह ह हह ह ह करते हुए मेरा साथ दे रही थीं |

थोड़ी देर तक ऐसे ही उनके बूब्स के मजे लेने के बाद मैंने उनकी साड़ी ऊपर कर दी | उनकी पैंटी गुलाबी रंग की थी | मैंने वो भी निकल दी | अब उनकी झांटों वाली चूत मेरे सामने थे | बहुत ज्यादा नही लेकिन थोड़े से बाल थे उस पर | चूत कसी हुई लग रही थी देखने से | मैंने उनकी चूत पर अपना एक हाथ फेरा | उनकी चूत गीली हो चुकी थी | मैंने एक ऊँगली उनकी चूत में डाल दी | वो दर्द से आआअह्ह्ह्ह हह ह ह हह ह ह हह ह ह ह हह ह ह हह ह हह ह ह हह ह ह ह ह हह ह ह हह ह ह आराम से. अह्ह्ह्हह्ह ह ह ह हह हह ह ह हह ह ह ह हह ह हह ह ह हह ह ह हह ह ह ह ह हह ह करने लगीं | मैंने अब अपनी ऊँगली को अन्दर बाहर करना शुरू कर दिया | थोड़ी देर बाद मैंने उनकी चूत को अपनी ऊँगली से जोर जोर से चोदना शुरू कर दिया | वो मस्ती में जोर जोर से आआ आअ आआह्ह्ह ह हह ह ह हह ह ह ह हह ह ह ह हह ह हह ह्ह्ह ह उ ऊ ऊऊ ऊ उ उ ऊ उ उ ई इ ई इ इ ई इ इ इ इ ई इ इ ई ई इ ईई ई इ ई ईई ई इ इ ई इ ऊ उ उ उ ऊ उ उ ऊऊअ आःह ह ह हह ह ह ह हह ह हह ह ह हह ह ह हह ह ह ह हह ह ह हह ह ह हह ह ह हह ह ह ह ह्ह्ह हह ह ह्ह्ह ह हह हह हह ह ह्ह्ह हह ह ह ह ह करने लगीं |

मैंने अब और देर करना सही नही समझा | मैंने झट से अपनी पैंट निकाली और अपना लौड़ा उनकी चूत पर टिका दिया और एक जोर का झटका दिया | वो दर्द से बिलख थी और रोने लगी | मैंने एक और जोर का धक्का दिया और इस बार मेरा लंड पूरा घुस गया | वो दर्द से उई इ ई इ इ ई इ ईई ई इ इ ई इ इ इ ईई ई इ इ मर गयीई ई इ इ ई इ इ ई इ इ ई इ इ ई इ ई ईई ई इ ईई ई इ ईई इ ईईइ इ ईई ई ईई ई ई इ इ ईई इ इ इ आःह हह ह ह ह हह ह ह्ह्ह्ह ह ह्ह्ह ह्ह्ह्हह ह ह्ह्ह्हह ह ह्ह्ह्हह ह ह्ह्ह्ह ह ह्ह्ह्हह ही हह ह ह हह ह ह हह ह हह ह ह हह ह हह ह ह हह ह हह ह ह ह ह हह ह ह ह हह ह ह ह्ह्ह ह हह ह ह ह ह्ह्ह्हह ह ह हह हह ह ह हह ह करने लगीं | मैं थोड़ी देर रुका और फिर उनकी चूत को अपने लौड़े से चोदना शुरू कर दिया | शुरुआत में तो उन्हें ज्यादा दर्द हुआ लेकिन थोड़ी देर बाद वो मजे लेने लगी और आराम से आःह ह हह ह ह हह ह हह ह ह हह ह ह हह ह ह ह ह ह हह .. चोद दो मुझे.. आःह ह ह हह ह ह हह ह हह ह ह हह ह ह हह ह हह ह ह हह हह ह ह हह  बुझा दो मेरी प्यास.. ऊ उ उ ऊ ऊ उ ऊ उ ऊऊ ऊ ऊऊ उ उ ई ईई इ ईई इ ईई इ ईईइ इ ईई ई इ इ ई इ इ इ और जोर से चोदो.. आःह्ह ह हह ह ह हह ह हह ह ह ह हह ह ह हह ह हह ह ह हह ह ऊ उ ऊऊ इ इ इ इ ई इ इ इ ईई ई इ इ इ ई इ इ ई इ इ इ ईई ई इ इ ई इ इ इ ई इ इ ई ईई इ इ इ इ ई इ इ ई इ उ ऊ उ ऊऊ ऊ ऊऊउ उ उ ऊ ऊऊउ उ उ उ उ करने लगीं |

लगभग बीस मिनट की जोरदार चुदाई के बाद जब मेरा निकलने वाला हुआ तो मैंने अपना लंड उनकी चूत से निकाल कर उनके पेट पर अपना माल झाड दिया |

ये थी मेरी कहानी | आशा है आप लोगों को पसंद आई होगी |

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मेरी पड़ोसी भाभी टीना | uwrena.ru //uwrena.ru/free-sexstories/meri-padosi-bhabhi-teena/ Sat, 17 Feb 2018 06:19:27 +0000 //uwrena.ru/free-sexstories/?p=1802 Meri padosi bhabhi Teena:

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हेलो दोस्तों मैं विक्रम आज बहुत टाइम बाद आप सब के लिए अपनी एक दम नई कहानी ले कर आया हूँ| जो की मेरे साथ हाल में ही घटी है| दोस्तों ये कहानी एक दम सची और मस्त है| मुझे उम्मीद है आप को मेरी ये कहानी भी पसन्द आयेगी| आज की कहानी मेरे और मेरे पड़ोस में रहने वाली एक मस्त और हॉट भाभी के बिच हम दोनों के सेक्स की है| कहानी शुरू करने से पहले मैं आप को अपने बारे में बताता हूँ| जैसा की मैंने आप को बताया की मेरा नाम विक्रम है| और मेरी उम्र २४ साल है| मैं अभी बी.कॉम फाइनल ईयर में हूँ| और मैं दिखने में खुबसूरत हूँ| मेरी बॉडी कुछ खास नहीं है पर मैंने अपने आप को काफी फिट रखा हुआ हूँ| मैं अपने से ज्यादा लंड का बहुत ख्याल रखता हूँ|

क्यूंकि अगर मर्द का लंड किसी काम नहीं है तो वो किसी काम नहीं होता है| मैंने सब से पहले अपने स्कूल में पढानें वाली इंग्लिश की टीचर को चोदा था और कुछ दिनों बाद उसकी बड़ी बेटी को भी चोद दिया था| फिर मैं कॉलेज में आया और कॉलेज के पहले ही महीने मैंने अपनी क्लास की २ लड़कियों को अपने राकेट की सैर करा दी थी| लास्ट ईयर तक आते मैंने करीब १२ लड़कियों और अपनी २ टीचर को अपने लंड का स्वाद चखा दिया है| टीचर तो साली इतनी प्यासी है की अब तक मुझसे चुदाती है| मैं जहाँ पर रहता हूँ वहां पर आज से ४ महीने पहले एक नई फॅमिली शिफ्ट हुई थी| उनकी फॅमिली में हुसबंद वाइफ और उनके २ बच्चे थे| भैया का नाम सुनील था जो की एक फार्मा कंपनी में मार्केटिंग का काम करते थे|

भाभी का नाम टीना था और वो घर में अपने बच्चो को सँभालने के साथ साथ पूरा घर भी संभालती थी| कुछ भी कहो साली टीना भाभी दिखने में पूरी मॉडल थी| इतनी सेक्सी और हॉट भाभी मैंने आज तक नहीं देखी थी| रंग गोरा और चूची न तो ज्यादा बड़ा और न ही ज्यादा छोटे| उन चूची को कोई भी देख कर एक दम परफेक्ट चूची ही कहेगा इतने सेक्सी चूची थे उसके| उसके चेहरे ही इतना मस्त और सेक्सी था की हम जैसे लड़के तो उसके होंठो को देख कर ही मुठ मर लेते थे| टीना भाभी का फिगर एक दम सन्नी लियॉन जैसा था| मुलायम और सॉफ्ट थोड़े थोड़े बहार निकले हुई गांड| जैसे देख कर एक ही मन करता था की बस इन्हें हाथ में ले कर दबा दो बस| भाभी सच में बहुत सेक्सी थी| हमारे मोहल्ले के क्या आस पास के भी काफी लड़के उसके पीछे पड़े हुए थे| हर कोई भाभी को अपने निचे सुलाना चाहता था| मैं भी उसे पहली बार देख कर उसी का होकर रह गया| मैं किसी भी हालत में टीना भाभी की चूत को मरना चाहता था| पर मैं अभी तक उन्हें चुप चुप कर देखने के सिवा और कुछ नहीं कर पा रहा था|

उनके सेक्सी जिस्म मेरी आँखों में बस गया था| मैं अब सुबह शाम उनको याद करके मुठ मारता था| जब मैं अपनी कॉलेज से फ्री हुआ तो मैं पूरा दिन अपने घर पर ही रहने लग गया| तब मैंने देखा की भाभी मेरे घर भी आती है और मम्मी से बातें करती है| मैं अपने रूम में से उन्हें छिप कर देखता था| और जब वो छत पर कपड़े सुखाने के लिए आती तो मैं भी किसी बहाने से छत पर आ जाता था| और भाभी को देखता था| और भीगे हुए कपड़ो में इतनी सेक्सी लगती थी की बस पुचो मत| कपड़े गीले होने की वजह से उनके जिस्म से पुरे चिपक जाते थे| और उनका असली फिगर मेरे सामने आ जाता था| कहीं बार तो मेरे लंड ने ऐसे ही अपना पानी निकाल दिया था| अब मैं समझ गया था की अब मुझे कैसे भी करके भाभी से बात शुरू करनी ही पड़ेगी| इसलिए जब भी भाभी छत आती तो मैं भी किसी न किसी बहाने से ऊपर आ जाता था| और एक दिन मैंने उनसे बात शुरू कर दी| और उस दिन के बाद हम दोनों अक्सर बातें करने लग गए| भाभी अब जब भी मेरे घर पर आती थी| तो वो मुझसे भी बातें करने लग जाती थी| भाभी जान कर मम्मी के सामने मुझसे अपने कुछ काम करवाती थी| जैसे मम्मी को शक हो की हम दोनों में कुछ है| एक दिन की बात है मैं भाभी के घर पर मैंने देखा की भाभी अपने २ साल की लड़की को अपने चूची से दूध पिला रही थी|

मुझे उनका लेफ्ट वाला चूची पूरा दिख गया और मैं गोरा चूची देखते ही पागल हो गया| मेरा दिमाग पागल सा हो गया मैंने दिल कर रहा था की अभी चूची को मुह में डाल कर चूस लूं| जैसे मुझे देखा तभी भाभी ने अपने चूची को छुपा लिया| मैं उनके घर सिर्फ ५ मिनट ही बैठा और फिर अपने घर आ कर मैंने सब से पहले भाभी के गोरे चूची को याद करके मुठ मारी| तब जा कर मेरा दिमाग शांत हुआ और मेरा लंड भी शांत हो गया| मैं उस रात पूरी रात नहीं सो पाया मेरी आँखों के सामने पूरी रात भाभी का चूची घूमता रहा| मेरा सोना बहुत मुश्किल हो गया था| मैंने इसलिए सोचा की किसी भी हालत में कल भाभी के घर जा कर उन्हें चोदना ही पड़ेगा| इसलिए मैं सोने से पहले भाभी के नाम की मुठ मारी और सो गया| सुबह मैं उठा और तैयार हो कर ११ बजे भाभी के घर गया|

मैं जाते ही सोफे पर बैठ गया और भाभी को आवाज दी| भाभी किचन में थी इसलिए वो थोड़ी देर तक आने वाली थी| तभी मैंने देखा की टेबल के निचे कंडोम के ४ बड़े बॉक्स पड़े है| मैं देख कर हैरान रह गया की भाभी को भैया इतना चोदते है की महीने भर के कंडोम एक साथ ही ला कर रख दिए है| कुछ ही देर में भाभी आ गई और वो मेरे सामने बैठ कर मुझसे बातें करने लग गई| तभी मैंने पूछ लिया की भाभी इतने सरे कंडोम लगते है| भाभी बोली नहीं नहीं विक्रम तुम बहुत गलत सोच रहे हो| दरअसल ये बॉक्स सप्लाई के लिए है वो आज जाते हुए भूल गए ले जाना| वैसे तुम्हारी कॉलेज में गर्ल फ्रेंड नहीं है क्या?| भला अब कोई लड़का क्यों कहेगा की उसकी पहले कोई गर्ल फ्रेंड है या उसने कभी पहले सेक्स किया भी हुआ है| इसलिए मैंने भाभी को साफ न कर दिया| तभी मैंने पुचा वैसे भैया कंडोम उसे करते है| भाभी बोली नहीं करते थे और वैसे तुम तो ऐसे पूछ रहे हो जैसे तुमने कंडोम कभी यूज़ तक नहीं किया| मैं बोला अच्छा भाभी तभी इतनी जल्दी आप के २ बच्चे है| और मैंने कभी सेक्स ही नहीं किया तो कंडोम की क्या जरुरत है| और किस्मत देखिये जरा जो सेक्स करता है वो कंडोम उसे करता है और जो सेक्स नहीं करता आज उसके सामने कंडोम ही कंडोम पड़े है|

और लोग उसे कह रहे है की तू कंडोम उसे किया कर|भाभी के कहा तू भी कंडोम यूज़ कर कही पहले २ साल में ही २ बच्चे कर दे| वरना सेक्स का मजा ही नहीं आयेगा|मैं बोला क्यों भाभी भैया अब आपके साथ सेक्स नहीं करते क्या?| ये सुनते ही भाभी एक दम उदास हो गई वो कुछ नहीं बोली| ये सुनते ही भाभी एक दम उदास हो गई वो कुछ नहीं बोली| मैं समझ गया की क्या बात है वो रोने ही वाली थी तभी मैं उसके पास गया| और उन्हें अपनी बाँहों में भर लिया| मैंने बड़े प्यार से उनके आसुओं को साफ किया| इस से पहले मैं कुछ करता भाभी ने खुद ही मेरे हाथों को चूमना शुरू कर दिया| भाभी ने शुरवात तो कर दी थी पर अब समाप्त मुझे करनी थी| इसलिए मैं उनका सर पकड़ा और उनके होंठो को चूसने जोर से जोर चूसने लग गया| जिन होंठो को मैं मुठ मारता था आज मैं उन्हें ही चूस रहा था मुझे यकीन नहीं हो रहा था| होंठों को १५ मिनट तक चूसने के बाद मैंने उनके सरे कपड़े उतर दिये| अब मेरे सामने भाभी अज्ज पूरी नंगी थी| जिसे मैं ना जाने कब से इन्तेज़ार कर रहा था| आज वो मस्त और सेक्सी चूची मेरे सामने थे| दोनों चूची को मैंने अपने हाथों में लिया और जोर से जोर चूसने लग गया| मैंने दोनों चूची को खूब अच्छे से चूसा और भाभी पूरी गर्म हो गई थी| तभी मैंने निचे गया और उनकी दोनों टांगे खोल कर उनकी चूत को चाटने लग गया| चूत तो पहले से ही बहुत गीली हो चुकी थी फिर भी मैंने खूब अच्छे से भाभी की चूत चाटी और उनकी चूत का सारा पानी निकल दिया| मैंने सारा पानी चाट चाट कर साफ कर दिया| भाभी की चूत की एक दम चिकनी हो रखी थी| फिर मैं भाभी को अपना ७ इंच का लंड अच्छे से चुसवाया| और फिर मैं उन्हें बेडरूम में चोदने के लिए ले कर गया| पर वहां पर उनकी बेटी सो रही थी|

इसलिए मैं उन्हें सोफे पर ही ले आया| और उनकी दोनों टांगों को खोल लिया| भाभी ने अपने हाथो से मेरे लंड पर कंडोम लगा दिया| और फिर मैं धके से अपना लंड उनकी चूत में घुसा दिया| चूत काफी खुली थी इसलिए लंड पूरा एक झटके में अन्दर चला गया| भाभी ने कहा इसलिए मैं कह रही थी की बच्चे इतनी जल्दी मत करना| पर फिर भी मैं बहुत जोर से भाभी की चूत को चोद रहा था| जब भाभी को मजा आने लग गया तो भाभी भी अपनी गांड को उठा कर लंड को चूत में ले रही थी| भाभी की चूत का पानी निकलने के बाद वो थोड़ा शांत हो गई| मैं तभी अपना लंड चूत से बहार निकाला और उनकी गांड में किया और एक झटके में पूरा लंड उतर दिया| भाभी की साँस रुक गई मुह खुला का खुला रह गया| उनके नाख़ून सोफे के अन्दर गड गया| और बहुत जोर से वो चिल्लाई| इससे पहले वो और कुछ बोलती मैंने उनकी गांड को चोदना शुरू कर दिया| और मैं उनकी गांड को खूब अच्छे से चोदा| और उनकी गांड में ही अपने लंड का सारा पानी निकल दिया| भाभी मेरे लंड की चुदाई से बहुत खुश नज़र आ रही थी| उन्होंने जाते हुए मुझे लिप्स किस किया और मेरे लंड को मुह में भर कर अच्छे से २ मिनट तक चूसा| और जाते हुए मुझे कहा अब मैं तुम्हारी हूँ रोज इस टाइम पर अक्सर मुझे चोद जाया करो| उस दिन के बाद मैं अब भाभी को रोज चोदता हूँ| अब वो मेरी रंडी बन गई है जो मेरा लंड हर बार अपनी गांड में लेती है|

 

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